सरकार की गलती व बेमौसमी बारिश के कारण धान, बाजरा, कपास व सब्जियों की फसलों में बड़ा भारी नुकसान है – बजरंग गर्ग
सरकार द्वारा बाजरा की खरीद ना करने से, भारी बारिश होने के कारण किसान का बाजरा खराब हो गया है – बजरंग गर्ग
सरकार को खराब फसल का 40 हजार रूपये एकड़ के हिसाब से किसानों को मुआवजा देना चाहिए – बजरंग गर्ग

चण्डीगढ़ – हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष व अखिल भारतीय व्यापार मंडल के राष्ट्रीय महासचिव ने किसान व आढ़तियों से बातचीत करने के उपरांत कहा कि लगातार बेमौसमी बारिश के कारण धान, बाजरा, कपास सहित सब्जियों की फसलों में बड़ा भारी नुकसान हुआ है। मंडियों में किसान का धान भीग गया है और खेतो में पानी भरने के कारण फसलों की कटाई रुक गई है। अगर सरकार 15 सितंबर से धान की खरीद शुरू कर देती तो काफी हद तक धान खराब होने से बचाया जा सकता था। मगर सरकार की जिद के कारण किसान को बड़ा भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। इसी प्रकार सरकार द्वारा बाजरा की खरीद ना करने से भारी तादाद में बाजरा खराब हो गई है। बजरंग गर्ग ने सरकार से अपील की है कि वह किसानों की खराब फसल के लिए 40 हजार रुपए एकड़ के हिसाब से तुरंत मुआवजा देने का काम करें। ताकि किसान को राहत मिल सके और किसान अपनी अगली फसल की बिजाई की तैयारी करने के साथ-साथ अपने परिवार का पालन पोषण कर सके।

जबकि अबकी बार मानसून में भारी वर्षा होने से किसान की काफी फसल खराब हुई और मानसून जाने के बाद भी 1 अक्टूबर से 11 अक्टूबर तक काफी बारिश होने से किसान का अनाज व सब्जियां लगातार खराब होती जा रही है। बजरंग गर्ग ने कहा कि धान की जो सरकारी खरीद 1 अक्टूबर 2022 से हुई अभी तक सरकार ने धान खरीद का भुगतान भी नहीं किया है। जबकि सरकार बार-बार अनाज की खरीद व भुगतान 72 घंटे के अंदर अंदर करने के लंबे चौड़े घोषणा कर रही थी। सरकार के सभी दावे फेल हुए हैं। सरकार को अपने वायदे के अनुसार किसान की फसल की खरीद, उठान व भुगतान 72 घंटे के अंदर अंदर करना चाहिए। ताकि किसान को जो लगातार नुकसान हो रहा है उसे बचाया जा सके। बजरंग गर्ग ने कहा कि सरकार को फसल के भुगतान के साथ-साथ व्यापारी की आढ़त व पल्लेदारी की मजदूरी देनी चाहिए।

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