ईओ के पीए रूम में शिकायतों का रिकार्ड चैक किया तो कई अनियमितताएं मिली, शिकायतों पर नहीं हुई थी कोई कार्रवाई

ई-मेल पर नगर परिषद को शिकायत भेजने वालों को गृह मंत्री विज ने स्वयं फोन लगाकर पूछा कि ‘’आपकी शिकायत पर क्या कार्रवाई हुई‘’

नगर परिषद के ईओ को भी लगाई फटकार बोले, ‘’ईओ साहब आप दोपहर 12 बजे आकर शाम 4 बजे चले जाते हो, ऐसे में लोगों के काम कैसे होंगे’’

अम्बाला, 10 अक्तूबर – हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज सोमवार पूरी तरह एक्शन मोड में नजर आए और प्रात: स्वयं अपनी गाड़ी ड्राइव करते हुए उन्होंने अम्बाला छावनी नगर परिषद कार्यालय में छापा मारा। उन्होंने ईओ और फिर ईओ के पीए रूम में दस्तावेजों की जांच की। जांच में लोगों की शिकायतें पेंडिंग मिली और कार्रवाई नहीं करने वाले लापरवाह तीन कर्मचारियों को उन्होंने सस्पेंड करने के आदेश जारी किए।

गृह मंत्री अनिल विज ने नगर परिषद में छापा मारते हुए पहले ईओ रूम में दस्तावेजों को चैक किया जिसके बाद वह ईओ के पीए रूम में पहुंच गए। यहां उन्होंने लोगों द्वारा नगर परिषद को भेजी शिकायतों का रिकार्ड चैक किया। उन्होंने पीए के दराज में रखी शिकायतों को पहले चैक किया जिसके बाद अन्य फाइलों का खंगाला। गृह मंत्री अनिल विज ने नगर परिषद की ई-मेल को भी कंप्यूटर पर चैक किया जिस पर लोगों द्वारा समस्याएं हल करने के लिए शिकायतें भेंजी गई थी। 

इस दौरान कई शिकायतें ऐसी पाई गई जोकि कई दिनों से नगर परिषद कार्यालय में भेजी गई, मगर नगर परिषद द्वारा उन पर कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई थी। मौके पर गृह मंत्री अनिल विज ने संबंधित स्टाफ को बुलवाया। इस दौरान शिकायत करने वाले लोगों को गृह मंत्री विज ने स्वयं फोन लगाकर पूछा कि उनकी शिकायतों का समाधान हुआ या नहीं। मगर एक भी शिकायत का समाधान नहीं हुआ था जिस पर मंत्री विज ने इस मामले में लापरवाही बरतने वाले स्टाफ को सस्पेंड करने के आदेश दिए।

इन मामलों में तीन सस्पेंड, शिकायतकर्ताओं को फोन लगाकर विज बोले, ‘’हैलो अनिल विज बोल रहा हूं, आपकी शिकायत का समाधान हुआ या नहीं’’

गृह मंत्री अनिल विज ने नगर ईमेल पर शिकायत भेजने वाले अम्बाला छावनी कच्चा बाजार निवासी अंकित खुराना को फोन कर कहा ‘हैलो मैं अनिल विज बोल रहा हूं, आपने जो शिकायत भेजी थी उस पर कार्रवाई हुई या नहीं’। दरअसल, अंकित ने नगर परिषद को बीती 4 अक्तूबर को स्ट्रीट लाइट खराब होने की शिकायत भेजी थी, मगर इसे अब तक ठीक नहीं किया गया था। इस मामले में दोषी पाए जाने वाले स्टाफ को सस्पेंड करने के आदेश गृह मंत्री विज ने दिए।

गृह मंत्री अनिल विज ने अम्बाला छावनी बोह क्षेत्र निवासी रामपाल भारद्वाज द्वारा नगर परिषद को ईमेल पर भेजी शिकायत पर संज्ञान लिया। पहले उन्होंने रामपाल भारद्वाज को फोन मिलाया और कहा कि ‘’मैं अनिल विज बोल रहा हूं आपकी शिकायत पर अब तक क्या कार्रवाई हुई है’’, रामपाल ने मंत्री विज को बताया कि उसने बोह मेन रोड पर स्ट्रीट लाइट खराब होने की शिकायत 11 सितंबर को दी थी, मगर अब तक यह लाइट ठीक नहीं हुई है। इस पर गृह मंत्री विज ने संबंधित स्टाफ को सस्पेंड करने के आदेश दिए।

इसी प्रकार, गृह मंत्री ने जिला नगर आयुक्त द्वारा नगर परिषद को अतिक्रमण हटाने के लिए भेजे पत्र पर कार्रवाई रिपोर्ट मांगी। जिला नगर आयुक्त ने बीती 28 सितंबर को अम्बाला छावनी टिम्बर मार्केट के पास अतिक्रमण हटाने के लिए लिखित पत्र नगर परिषद को प्रेषित किया था। मंत्री विज ने इस पत्र की कार्रवाई रिपोर्ट तलब की, मगर कोई अधिकारी इस पर जवाब नहीं दे पाया। दस्तावेजों की जांच की गई तो पाया कि यह पत्र बिल्डिंग इंस्पेक्टर को मार्क किया गया था। इस मामले में भी मंत्री विज ने जांच कर संबंधित स्टाफ को सस्पेंड करने के निर्देश दिए।

ईओ व अन्य स्टाफ को लगाई फटकार
कार्रवाई के दौरान गृह मंत्री अनिल विज को कई लोगों की शिकायतें ऐसी मिली जिन पर कोई कार्रवाई नगर परिषद द्वारा नहीं की गई थी। इस पर संबंधित स्टाफ को गृह मंत्री अनिल विज ने कड़ी फटकार भी लगाई। उन्होंने मौके पर मौजूद ईओ रविंद्र कुहार को फटकार लगाई और कहा कि ‘’ईओ साहब आप आफिस में 12 बजे आते हो और 4 बजे चले जाते हों, ऐसे में लोगों की समस्याओं का समाधान कैसे होगा’’। मंत्री विज ने मौके पर ही मौजूद नगर परिषद के प्रशासक दिनेश एवं ईओ को निर्देश दिए कि नगर परिषद की कार्यप्रणाली में सुधार लाया जाए और वह आगे भी औचक निरीक्षण कर कार्यालय की पूरी कार्यप्रणाली को चैक करेंगे।

अभी थोड़ी जांच की नगर परिषद में, कई अनियमितताएं मिली : अनिल विज
वहीं, नगर परिषद में मौजूद पत्रकारों से बातचीत करते हुए मंत्री अनिल विज ने कहा कि नगर परिषद में अभी थोड़ी सी जांच की गई है जिनमें कई अनियमितताएं पाई गई है। लोगों की शिकायतों पर कई-कई दिनों तक कार्रवाई नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि लोगों की शिकायतों पर कार्रवाई नहीं करने वालों के खिलाफ जांच कर उन्हें सस्पेंड करने के निर्देश दिए गए हैं।

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