2 नवम्बर को निगम पार्षदों का समाप्त हो रहा है कार्यकाल
शहर की जनसंख्या को लेकर भी उठाई गई हैं आपत्तियां
प्रशासन आपत्तियों को दूर करने के प्रयास में है जुटा
24 सितम्बर 2017 को हुए थे निगम पार्षदों के चुनाव

गुडग़ांव, 9 अक्तूबर (अशोक) : नगर निगम गुरुग्राम के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों का कार्यकाल आगामी 2 नवम्बर को समाप्त होने जा रहा है। इसलिए विभिन्न वार्डों के निगम पार्षद लंबित पड़े कार्यों को पूरा कराने में जुटे हैं ताकि उनके कार्यकाल में ही विकास कार्य संपन्न हो सकें और आगामी चुनाव में वे इसका लाभ भी उठा सकें। नगर निगम जनप्रतिनिधियों के चुनाव कब होंगे, इसके बारे में भी अभी सरकार व प्रदेश के निर्वाचन कार्यालय ने भी कोई घोषणा नहीं की है। प्रदेश में पंचायत चुनाव की घोषणा कर दी गई है। प्रदेश के आदमपुर विधानसभा क्षेत्र में उप चुनाव भी होने जा रहा है। पंचायत चुनाव 2 चरणों में संपन्न होंगे। जानकारों का कहना है कि पंचायत चुनाव ही पंचायतों के कार्यकाल समाप्त होने के करीब डेढ़ साल बाद हो रहे हैं। नगर निगम के चुनाव भी पंचायत चुनाव खत्म हो जाने के बाद ही कराए जाने संभव है।

नगर निगम के चुनाव को लेकर जहां लोग उत्साहित हैं, वहीं नगर निगम क्षेत्र की जनसंख्या को लेकर भी विरोधाभास बना हुआ है। शहर की जनसंख्या को लेकर जो सर्वे किया गया था, उस पर आपत्ति भी दर्ज कराई हुई है। प्रशासन इन आपत्तियों को दूर करने के लिए प्रयासरत बताया जाता है। जानकारों का कहना है कि पिछली बार वर्ष 2017 की 24 सितम्बर को नगर निगम जनप्रतिनिधियों के चुनाव कराए गए थे। उस समय नगर निगम के जनप्रतिनिधियों का कार्यकाल मई 2016 में समाप्त हो गया था।

इस प्रकार पहले भी पार्षदों का कार्यकाल समाप्त हो जाने के 16 माह बाद चुनाव कराए गए थे। उस दौरान नगर निगम का कोई भी निर्वाचित जनप्रतिनिधि नहीं था और शहरवासियों को बड़ी समस्याओं का सामना भी करना पड़ा था। जानकारों का कहना है कि इस बार शहरवासी अपना मेयर भी सीधे तौर पर खुद ही चुनेंगे।

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