आज मानेसर की जमीनों के बाजार भाव 10 करोड़ रूपए प्रति एकड़ से भी अधिक है
मानेसर के किसानों को 70 से 91 लाख रूपए प्रति एकड़ भाव देना ऊंट के मुंह में जीरा के बराबर है

चंडीगढ़, 7 अक्तूबर: इनेलो प्रधान महासचिव एवं ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला ने कहा कि मानेसर के गांव कसान, सेहरावां और कुकदौला के किसान अपने हक के लिए लंबे समय से धरने पर बैठे हैं और सरकार द्वारा अधिग्रहित की गई उनकी जमीनों के रेट बाजार की कीमत पर देने की मांग कर रहे हैं। भाजपा गठबंधन सरकार हठधर्मिता अपना रही है और इन किसानों की मांग न मानने पर अड़ी है। किसानों की मांग जायज है लेकिन भाजपा  गठबंधन  सरकार हठधर्मिता अपना कर उनके साथ अन्याय कर रही है।

अभय सिंह चौटाला ने कहा कि भाजपा गठबंधन सरकार मानेसर के किसानों की 1810 एकड़ जमीन जबरन 70 लाख से 91 लाख प्रति एकड़ के हिसाब से कोडिय़ों के भाव लेना चाहती है लेकिन सच्चाई यह है कि आज मानेसर की जमीनों के बाजार भाव 10 करोड़ रूपए प्रति एकड़ से भी अधिक है। ऐसे में 70 से 91 लाख रूपए प्रति एकड़ भाव देना ऊंट के मुंह में जीरा के बराबर है।

मानेसर के किसान अधिग्रहित जमीनों के उचित भाव देने के लिए कई बार मुख्यमंत्री से मिल चुके हैं लेकिन अभी तक सरकार की तरफ से उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई है। जब भाजपा गठबंधन सरकार ने लंबे समय से धरने पर बैठे किसानों की कोई सुध नहीं ली तो मजबूर होकर इन किसानों द्वारा सामूहिक आत्महत्या करने जैसा कदम उठाने की नौबत आ गई है। मानेसर के किसानों की जमीन ही उनकी आय का एकमात्र साधन है लेकिन गठबंधन सरकार उनकी जमीनों को हड़प कर किसानों को खत्म करना चाहती है। इनेलो नेता ने कहा कि भाजपा गठबंधन सरकार तुरंत मानेसर के किसानों की मांगों को माने और उनकी जमीन का जमीन अधिग्रहण एक्ट 2013 के अनुसार बाजार भाव दे ।

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