रौनक शर्मा

रोहतक – नवीन जयहिंद ने देश के पूर्व उप-प्रधानमंत्री रहे और हरियाणा के दो बार मुख्यमंत्री रहे और देश एव प्रदेश में ताऊ के नाम से पहचान बनाने वाले चौधरी देवीलाल जी की 109वी जयंती पर श्रद्धाजलि दी और चौधरी देवीलाल को सदी का महानायक बताया।

जयहिन्द ने बताया चौधरी देवीलाल जी का जीवनकाल 25 सितम्बर 1914 से 6 अप्रैल 2001 तक रहा। जिसमे वे 19 अक्टूबर 1989 से 21 जून 1991 तक देश के उप-प्रधानमंत्री रहे।

नवीन जयहिंद ने बयान देते हुए कहा कि चौधरी देवीलाल लालो के लाल थे जो सभी बिरादरियों में अपनी पहचान बनाएं हुए थे। चौधरी देवीलाल को किसी एक घर परिवार की पहचान बनांकर सीमित रखना चौधरी देवीलाल के साथ अन्याय होगा ओर सभी बिरादरियों में पहचान बनाने के कारण ही चौधरी देवीलाल को ताऊ की उपाधि से नवाजा गया था। चौधरी देवीलाल गरीबो के मसीहा थे, जिन्होंने प्रदेश की गरीब जनता के लिए संघर्ष किया था

नवीन जयहिंद ने बताया कि चौधरी देवीलाल ने जनता की भलाई के लिए अपने समय मे मुख्यमंत्री रहते हुए अनेक कल्याणकारी योजनाएं ओर नीतियां लागू की थी। उन्होंने गरीब जनता की भलाई के लिए ही बुढापा पेंशन लागू की थी, जो बुजर्गो के लिए सम्मान भत्ता हैं। चौधरी देवीलाल ने काम के बदले अनाज, एससी एसटी महिलाओं के लिए जच्चा बच्चा पोषण योजना, किसानों के लिए अनेक लग अलग योजनाएं लागू करने के साथ साथ गाँव देहात में चौपालों का निर्माण एव कन्या समृद्धि योजना लागू करने के साथ ही ट्रैक्टर की लाइसेंस फीस भी माफ करवाई थी।

चौधरी देवीलाल के नाम पर उनके वंशज सिर्फ वोट लेने तक सीमित – जयहिंद

नवीन जयहिंद ने चौधरी देवीलाल को सदी का महानायक की संज्ञा दी वही चौधरी देवीलाल के नाम पर वोट बटोरने वाले उनके वंशजो पर कटाक्ष किया। जयहिंद ने कटाक्ष करते हुए कहा कि आज स्वर्ग में ताऊ देवीलाल की आत्मा रो रही हैं, क्योकि प्रदेश की जनता पेंशन के नाम पर दुखी हैं। पेंशन के लिए बड़े बुजर्गो को फैमिली आईडी के नाम पर जिंदा बुजर्गो को मृत दिखाया जा रहा हैं और विधवा महिलाओं के पति को जिंदा दिखा कर उनकी पेंशन काटी जा रही हैं। इसके साथ ही विकलांग व्यक्तियो को बिल्कुल फिट दिखाकर उनकी पेंशन काटी जा रही है।

नवीन जयहिन्द ने बताया कि चौधरी देवीलाल के वंशज देवीलाल के नाम पर जनता से वोट तो ले ही रहे हैं साथ ही गठबन्धन में शामिल होकर नोट भी लूट रहे हैं जबकि बुजर्ग पेंशन के लिए धक्के खा रहे हैं

जयहिंद ने अभय चौटाला द्वारा उनकी जयंती पर की जा रही रैली पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि ताऊ देवीलाल ने जनता को हकों के लिए सरकार के खिलाफ संघर्ष करना सिखाया था और जनता को सरकार की तानाशाही नीतियों के खिलाफ लड़ना सिखाया था लेकिन अब ताऊ देवीलाल की जयंती मनाने वाले लोग सँघर्ष की बजाए सरकार की शरण मे रहकर काम कर रहे हैं जबकि चौधरी देवीलाल कहते थे मुझे सत्ता नही सँघर्ष चाहिए इन्ही बातो के कारण चौधरी देवीलाल जनता के मन मे बसे हुए हैं जबकि उनके वंशज सरकार के खिलाफ संघर्ष करने की बजाए चौधरी देवीलाल के नाम पर वोट ओर नोट लूटने तक सीमित हैं

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