– पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत किया मामला दर्ज
-पीडित छात्र भिवानी के लोहारू उपमंडल के गांव ढाणी अकबरपुर का  निवासी

भारत सारथी/ कौशिक 

नारनौल। कोई अध्यापक बहशीपन की सारी हदें पार कर दे तो उसे दरिंदा ही कहा जाएगा, घटना नारनौल के पास गांव चिंडालिया की है जिसे सुनकर आपके भी रौंगटे खड़े हो जाएंगे। घटना की तस्वीरे बया कर रही है एक छात्र को किस निर्दयता से पीटा गया है। घायल अवस्था में छात्र को नागरिक अस्पताल नारनौल में सोमवार देर शाम भर्ती कराया गया। मंगलवार को पीड़ीत की शिकायत पर गहली पुलिस चौकी में विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। स्कूल संचालक अशोक कुमार व मनोज कुमार तथा प्रधानाचार्य विनोद के खिलाफ शिकायत दी गई है कि तीनों ने मिलकर बेरहमी से छात्र को पीटा।

मिली जानकारी के अनुसार एक छात्र प्रवीण जो नारनौल के नजदीक चिंडालिया गांव के वैदिक वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बारहवीं में पढ़ता है। जिला भिवानी के लोहारू उपमंडल के गांव ढाणी अकबरपुर के निवासी शिवशंकर के पुत्र प्रवीण अपने मामा के यहां नांगल काठा में रहता है। लड़के के मामा योगेश ने बताया कि अगस्त माह में ही इसे लेकर आए थे और इस स्कूल में उसका दाखिला करवाया था।

अगर छात्र की माने तो कसूर सिर्फ इतना की स्कूल की फीस सही समय पर जमा नही करवा पाया। छात्र ने स्कूल प्रबंधन पर आरोप लगाए है कि उसे टीचर द्वारा उसकी जाति को लेकर अपमान जनक शब्दों का इस्तेमाल किया। वहीं स्कूल प्रबंधन की और से आए बयानों में कहा गया है कि वही किसी स्कूल की छात्रा से सोशल मीडिया के माध्यम से बातचीत करता है जिसको लेकर उसको समझाया गया था लेकिन वह नही माना । हम बेटियों की इज्जत करते है और इसी वजह से उसको धमकाया गया था और उसको ज्यादा मार लग गई। स्कूल प्रबंधन ने यह भी माना कि उक्त छात्र के बारे में बीड़ी सिगरेट हुक्का आदि पीने की पहले से शिकायत थी और हमने उसके मामा को बुलाकर इसके बारे में अवगत कराया था। उन्होंने कहा कि हमारा संस्थान अनुशासन के मामले में कुछ ज्यादा सख्त है। स्कूल प्रबंधन ने भी माना है कि छात्र को पीटा गया है लेकिन कुछ ज्यादा ही पीट दिया गया। आरोप है कि स्कूल प्रबंधकों ने स्कूल प्रार्थना के समय सभी छात्रों के सामने छात्र को बेरहमी से पीटाऔर शाम तक कमरें में बंद रखा।

स्कूल प्रबंधक अशोक कुमार ने यह भी बताया कि जिस छात्रा से वह चैटिंग करता है उसकी चैटिंग भी हमारे पास उस छात्र के परिजनों ने भेजी है। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि उक्त छात्रा के परिजनों को इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी। इस मामले में सबसे विचित्र पहलू यह देखने को मिला कि आरोपी अध्यापक ने खुद के बचाव में उल्टे पीड़ित विद्यार्थी के ऊपर एक लड़की से सम्बंधित मामला ठहराकर ऐसा आरोप लगा दिया जो उसके गले की फांस बन सकता है जिसे साबित करने के लिए उसे लोहे के चने चबाने पड़ सकते हैं।

वहीं ज्यादा चोट लगने के कारण नारनौल के सरकारी अस्पताल में छात्र अभी अपना उपचार करवा रहा था और छात्र की एमएलआर काटी जा चुकी है। मंगलवार को उसे अस्पताल से घर भेज दिया गया। छात्र के परिजनों द्वारा पुलिस में लिखित शिकायत दे दी गई है। मामला गहली पुलिस चौकी में चला गया है। पुलिस पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है और मामले का गहराई से अनुसंधान कर रही है। समाचार लिखे जाने तक किसी प्रकार की कोई गिरफ्तारी नहीं हो पाई थी।

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