चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के बाद हरियाणा में सामने आया मामला

भारत सारथी/ कौशिक

नारनौल । नागरिक अस्पताल नारनौल के कर्मचारियों पर थेरेपी करने के दौरान अश्लील वीडियो बनाने के आरोप लगे हैं। सोमवार को दोपहर नागरिक अस्पताल में जमकर हंगामा हुआ।

आरोप लगाने वाले दंपति का आरोप है की ना केवल हमारी वीडियो बनाई बल्कि हमारे साथ अस्पताल के कर्मचारियों के द्वारा मार पिटाई भी की। अस्पताल में पंचकर्म थेरेपी लेने आई एक महिला के पति ने पंचकर्म थेरेपी सेंटर में कार्यरत एक कर्मचारी पर वीडियो कॉल द्वारा उसकी पत्नी की वीडियो अन्य को दिखाने का आरोप लगाया है। बता दें कि यह कहीं चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी जैसा मामला तो नहीं क्योंकि यहां फिजियोथैरेपी रूम में मोबाइल ले जाना अनिवार्य नहीं है।

वही निजी तौर पर पंचकर्मा फिजियोथैरेपी करने वाले कर्मचारियों के द्वारा एक रजिस्टर भी रखा गया जिसमें वो मरीजों की प्रतिक्रिया लेते हैं । जबकि अस्पताल में सरकारी रजिस्टर रहता है। बताया गया कि सागरपुर गांव का एक व्यक्ति अपनी पत्नी की पंचकर्म थेरेपी करवाने के लिए तीन-चार दिन से नारनोल के नागरिक अस्पताल आ रहा था सोमवार को भी वह थेरेपी करवाने के लिए आये व्यक्ति का आरोप है कि उसकी पत्नी की थेरेपी हो रही थी तो वहां पर कार्यरत एक कर्मचारी वीडियो कॉल कर रहा था। उसके फोन पर एक झलक पड़ी तो दिखाई दिया कि वह बैक कैमरा से पंचकर्म करवा रही उसकी पत्नी का वीडियो अन्य किसी व्यक्ति को दिखा रहा है।

वहीं डॉक्टर के रूम में कर्मचारियों को इस प्रकार के किसी भी रजिस्टर में मरीजों की प्रतिक्रिया लेने का अधिकार नहीं है। महिला के पति का कहना है कि जब उसने विरोध किया तो उसके साथ मारपीट की और दोनों पति पत्नी को मारा तथा एक रजिस्टर में हस्ताक्षर भी करवा लिए। उन्होंने बताया कि इस बारे में चिकित्सा अधीक्षक के पास गए तो उन्होंने सिविल सर्जन से मिलने के लिए कहा। मामले की पीड़ित दंपति ने डायल 112 बुलाकर और थाने पहुंचकर कर्मचारियों के खिलाफ शिकायत दी है। दूसरी ओर पंचकर्म थेरेपिस्ट की ओर से भी सिविल सर्जन को शिकायत देकर महिला व उसके परिजनों पर दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया है। दोनों तरफ से पुलिस को शिकायत दी गई है।

डॉक्टर ने भी स्वीकार किया है की थेरेपी करवाने आए दंपति के साथ कर्मचारियों के द्वारा मारपीट की गई है। वही पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। महिला के पति द्वारा पुलिस में दी शिकायत में आरोप लगाया गया है कि पंचकर्म थेरेपी सेंटर के अलावा चिकित्सा अधीक्षक व सिविल सर्जन भी इस मामले में संलिप्त हैं।

उन्होंने आरोप लगाया है कि शायद इससे पूर्व भी कई महिलाओं की ऐसे ही वीडियो बनाई जा चुकी हैं तथा यह एक पूरा गिरोह है जिसका पर्दाफाश होना चाहिए। वहीं दूसरी ओर पंचकर्म थेरेपी सेंटर के संचालक सलमा ने चिकित्सा अधीक्षक को शिकायत देकर उस व्यक्ति द्वारा उसके साथ मारपीट करने तथा दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया है। जिस पर चिकित्सा अधीक्षक ने लेटर को पुलिस को कार्यवाही के लिए अग्रसित कर दिया।

वही अस्पताल के सीनियर डॉक्टर कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। सूत्रों की माने तो काफी लोग इन कर्मचारियों के द्वारा पीड़ित हैं लेकिन खुद की इज्जत के चलते बोलने को तैयार नहीं हैं। . वही ओपीडी में आए मरीजों ने भी कहा की दंपत्ति के साथ कर्मचारियों के गलत व्यवहार किया है । मामला अब पुलिस के पाले में है।

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