फैमिली आईडी के नाम पर सरकार बुजर्गो को कर रही परेशान, जिंदा को मुर्दा, मुर्दा को बना दिया जिंदा – जयहिंद

बंटी शर्मा

चंडीगढ़- हरियाणा में बुजर्गो की पेंशन कटने का मुद्दा बहुत गर्माया हुआ हैं पिछले दिनों 102 साल के बुजर्ग दादा दुलीचंद ने पेंशन कटने के बाद रोहतक में विरोध स्वरूप बारात निकाली थी और दादा दुलीचंद द्वारा रथ पर बैठकर निकाली गई अनोखी बारात ने खूब सुर्खियां बटोरी थी अब दादा दुलीचंद ने प्रदेश में दूसरे बुजर्ग जिनकी पेंशन कटी हुई हैं उनकी पेंशन दोबारा बनवाने की जिम्मेवारी ले ली हैं और इसके लिए अपने पोते एव सामाजिक कार्यकर्ता नवीन जयहिंद को इसके लिए आशीर्वाद दिया हैं

दर्जनों बुजुर्गो, विलकांगों, विधवा महिलाओं को लेकर चंडीगढ़ पहुंचे नवीन जयहिन्द ने प्रेसवार्ता करते हुए कहा कि सरकार ने इन सबको कागजो में मृत दिखाकर इनकी पेंशन काट दी हैं जयहिंद ने कहा कि सरकार प्रदेश के 5 लाख बुजर्गो को जल्द से जल्द पेंशन दे नहीं तो मुख्यमंत्री अपनी खुद की व अपने विधायको ओर सांसदों की भी तनख्वाह बन्द करवाए क्योकि पेंशन कटने का क्या दर्द होता हैं एक पैंशन कटने वाले बुजर्ग का दर्द मुख्यमंत्री या विधायक तभी समझ सकता हैं जो इतनी बड़ी उम्र के बुजर्ग दर-दर की ठोकर खाने को मजबूर हैं।

प्रेसवार्ता के बाद नवीन जयहिंद सरकार द्वारा मुर्दा घोषित जिंदा बुजर्गो की फरमाइश पर बुजुर्गो को मुख्यमंत्री आवास दिखाने के लिए मुख्यमंत्री आवास कबीर कुटीर ले गए लेकिन पुलिस ने उन्हें पहले ही रोक दिया। ओर सिर्फ कुछ व्यक्तियो को आगे जाने दिया गया।

नवीन जयहिंद ने बताया कि सरकार द्वारा मुर्दा घोषित जिंदा व्यक्तियो की कटी हुई दोबारा पेंशन बहाली के लिए मुख्यमंत्री खट्टर द्वारा आदेश दिए गए हैं। ये आदेश किंग दादा दुलीचन्द के दबाव के चलते दिए हैं। चंडीगढ़ पुलिस द्वारा दादा दुलीचंद ओर उनके साथ गए हुए बुजर्गो को पकड़ कर सेक्टर – 3 थाने ले गए और सीएम के आदेश पर अधिकारियो द्वारा थाने में ही पेंशन बनाने की कार्रवाई की गई और जल्द ही अधिकारियो द्वारा पेंशन बहाली का आश्वाशन दिया गया हैं

नवीन जयहिंद ने बताया की मुख्यमंत्री कबीर भक्त होने का झूठा ढोंग कर रहे हैं और अपने आवास का नाम कबीर कुटीर रखें हुए हैं मुख्यमंत्री कबीर के नही कंस के भक्त हैं क्योकि कबीर के दरवाजे किसी के लिए बन्द नही थे जबकि कंस के दरवाजे दुसरो के लिए बन्द थे इसलिए मुख्यमंत्री को आवास का नाम कबीर कुटीर की जगह कंस कुटीर रखना चाहिए क्योंकि आवास का नाम कबीर कुटीर रखने से आवास कबीर कुटीर नही बन सकता मुख्यमंत्री आवास का नाम कबीर के नाम पर रखकर कबीर जैसे संत महात्मा को भी बदनाम कर रहे हैं

नवीन जयहिन्द ने सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठा दिया और सरकार की नीतियों पर जमकर भड़ास निकाली और सरकार द्वारा लागू किए गए परिवार पहचान पत्र या फैमली आईडी पर सवाल उठा दिए क्योकि सरकार द्वारा लागू किया गया परिवार पहचान पत्र के कारण प्रदेश की जनता को परेशान किया जा रहा हैं फैमिली आईडी में जिंदा लोगो को मुर्दा ओर मुर्दा लोगो को जिंदा दिखाकर बुजर्गो की पेंशन काटी जा रही हैं जिससे बुजर्ग पीड़ा से गुजर रहे हैं और उन्हें अलग अलग परेशानियो का सामना करना पड़ रहा हैं पेंशन के नाम पर जिंदा लोगो को मुर्दा ओर मुर्दा लोगो को जिंदा दिखाकर प्रदेश में बहुत बड़ा घोटाला किया जा रहा हैं मुख्यमंत्री बुजर्गो परीक्षा ले रहा हैं

नवीन जयहिंद ने सरकार की नीतियों पर सवाल उठा दिया कि ऐसी नीतियां कौन बना रहा हैं और उन नीतियों को लागू करने का क्या औचित्य हैं जिनसे जनता परेशान हो क्योकि सरकार की नीतियां ऐसी होनी चाहिए जिनसे जनता को परेशानियों की बजाए फायदा हो और एक अच्छा राजा वही कहलाता हैं जिसके राज में प्रजा सुखी हो लेकिन मुख्यमंत्री खट्टर के राज में जनता को सिर्फ परेशानियो के अलावा कुछ हासिल नही हुआ इससे अच्छा तो हरियाणा बिना मुख्यमंत्री के ही ठीक हैं

गत दिनों मुख्यमंत्री द्वारा रोहतक में लगाये गए दरबार पर भी जयहिंद ने कटाक्ष किया और बताया कि मुख्यमंत्री खट्टर को एक्टिंग भी ठीक तरह से करनी भी नही आती रोहतक में मुख्यमंत्री द्वारा लगाए गए दरबार मे मुख्यमंत्री की एक्टिंग पकड़ी गई क्योकि मुख्यमंत्री ने स्टंट करने के लिए पहले ही बुजर्ग महिला को पैसे देने की प्रैक्टिस की थी लेकिन सफल नही हो पाई और पूरे ढाई हजार रु गिनकर मेज पर पहले ही रख दिये थे ताकि मीडिया के सामने ऐसा स्टंट किया जा सके लेकिन मुख्यमंत्री की चोरी पकड़ी गई

जयहिंद ने बताया कि दो दिन पहले हमारे द्वारा रोहतक में नया बस स्टैंड पर महाराणा प्रताप के वंशजो को जिनकी पेंशन कटी हुई हैं जिन्हें सरकार ने मुर्दा घोषित किया हुआ हैं पेंशन देते हुए हमारी वीडियो देखकर स्टंटबाजी करने का ख्याल आया होगा लेकिन मुख्यमंत्री साहब जो प्रदेश के 15 हजार बुजर्ग जो मुर्दा बनाए हुए हैं और 5 लाख दूसरे बुजर्गो की पेंशन कौन देगा इस तरह की स्टंट बाजी छोड़कर जनता की भलाई के लिए काम करो ताकि बड़े बुजर्गो का आपको आशीर्वाद लगे

नवीन जयहिंद ने ताऊ देवीलाल के अपने आप को वारिश कहने वालों पर भी ताऊ देवीलाल के परिवार पर कटाक्ष किया और कहा कि ताऊ देवीलाल ने बुजर्गो के मान सम्मान के लिए बुढ़ापा पेंशन शुरू की थी जो सत्ता में साझीदार हैं लेकिन उन्होंने अपनी राजनैतिक रोटियां सेखने के लिए ताऊ देवीलाल के नाम को मिट्टी में मिला दिया ओर अब सिर्फ उनके वारिश ताऊ देवीलाल के नाम पर वोट बटोर रहे हैं

जयहिंद ने सरकार को समर्थंक दे रहे ताऊ देवीलाल के वारिशों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि आज बुजर्गो को परेशान देखकर ताऊ देवीलाल की आत्मा रो रही होगी की मेरे वारिश मेरे नाम से जनता से वोट ले रहे हैं लेकिन मेरे द्वारा बुजर्गो के मान सम्मान के लिए बनाई गई बुजर्गो की पेंशन कटने के मुद्दे पर चुप हैं और सरकार में साझीदार बनकर मलाई खा रहे हैं