दर्जनों मुर्दे निकल के आए सामने – जयहिंद

सरकार द्वारा मृत घोषित बुजर्गो को नवीन जयहिंद देगे पेंशन , लगाया दरबार
रोहतक में लगा अजीब सरकार द्वारा मुर्दा घोषित जिंदा बुजर्गो का दरबार – नवीन जयहिंद
मुर्दों का दरबार मे अचंभित करने वाले फरियादी आए सामने – जयहिंद

बंटी शर्मा

रोहतक : पिछले दिनों जिले में एक 102 वर्षीय बुजर्ग दुलीचंद की नवीन जयहिंद द्वारा शहर के बीचों बीच रथ में बैठाकर सरकार द्वारा मृत घोषित करके पेंशन काटने के मामले में बारात निकाली गई थी

इस मामले के उजगार होने के बाद बहुत से ऐसे मामले सामने आ रहे है जिनको सरकार द्वारा मृत घोषित करके उनकी पेंशन काट दी गई है। इसी कड़ी में नवीन जयहिन्द ने एक फ़ोन नंबर 7027811811 जारी करते हुए कहा था अगर किसी के साथ इस तरह की नाइंसाफी हो रही है तो वो उनसे संपर्क करे। तो मात्र 24 घण्टो की शिकायते आने के बाद नवीन जयहिन्द व दादा दुलीचंद ने रोहतक में सरकार द्वारा मुर्दा घोषित जिंदा बुजर्गो का एक मुर्दो का दरबार लगाकर उनसे बातचीत की जिसमे प्रदेश के अलग-अलग जिलों से 25 से 30 ऐसे बुजुर्ग, विकलांग व विधवा महिलाएं आयी जिनको सरकार द्वारा मृत घोषित करके या किसी अन्य नाजायज तरीके से उनकी पेंशन काट दी है।

जयहिन्द ने 2 दिन पहले प्रेसवार्ता करते हुए मुख्यमंत्री को अल्टीमेट दिया था कि जितना जल्दी हो सके इन समस्याओं का समाधान हो जाना चाहिए, लेकिन हमारे गूंगे बहरे मुख्यमंत्री धृतराष्ट्र बने बैठे हुए है, होना तो चाहिए कि सरकार को घर घर जाकर इनकी समस्यायों का समाधान करना चाहिए लेकिन इस बेशर्म सरकार, बेशर्म प्रशासन ओर बेशर्म मुख्यमंत्री को ये परेशान लोग दिखाई नही देते। अगर खट्टर साहब को मुख्यमंत्री वाले काम नही करने आते तो वे अपने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देदें।

जयहिन्द ने इन बुजुर्ग, विकलांग ओर विधवा महिलाओं को कहा कि अब आप लोग किसी भी दफ्तर में नही जाएंगे, अगर पेंशन बनेगी तो अधिकारी आपके घर आकर बनाकर जाएगा। और जयहिन्द ने फैसला करते हुए बताया की वे तब तक यहां आए 25 पीड़ित लोगो को पेंशन देंगे, जब तक सरकार इनकी पेंशन चालू नही कर देती।

जयहिन्द ने पक्ष व विपक्ष के विधायक व सांसदों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि ये सब किस से डरकर बैठे हुए है जो इन बुजुर्ग, विकलांग व विधवा महिलाओं की आवाज़ उठाने से कतरा रहे है।

जयहिन्द ने कहा कि यह केवल एक दुलीचंद की बात नही है जिनको कागजो में मृत दिखाकर इनकी पेंशन बन्द कर दी हो। बुढ़ापा पेंशन और फैमिली आईडी के नाम पर पूरे हरियाणा में ये घोटाला हो रहा है, कभी तो किसी का नाम गलत करते हैं कभी किसी को फैमिली आईडी में मार देते है। ऐसे-ऐसे केस है जो महिलाएं पिछले 10 साल से विधवा पेंशन ले रही है पिछले कुछ महीनों से उनके पति को कागजो में जिंदा दिखाकर उनकी पेंशन काट दी। प्रदेश में लगभग 15000 केस ऐसे है जिनके साथ ऐसी नाइंसाफी की गई है। जिसमे बुजुर्ग, विकलांग ओर विधवा महिलाएं भी शामिल है। अगर किसी की भी इस प्रकार की समस्या है या उनकी किसी तरह की कोई सुनवाई नही हो रही तो वह भी जरूर पहुंचे।

error: Content is protected !!