नीतीश कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री बनने की ना मेरी कोई इच्छा है, ना कोई आकांक्षा है. मेरी इच्छा है कि विपक्ष अधिक से अधिक इकट्ठा हो जाए, तो सब बेहतर होगा, जिसके लिए हम लोग सहयोग करेंगे.

 दिल्ली – बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने चार दिनों के दौरे पर सोमवार शाम राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली पहुंचे. जहां उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मुलाकात की. इस दौरान दोनों नेताओं के बीच कई मुद्दों पर बात हुई. इससे पहले बिहार के सीएम ने कहा कि दिल्ली में वो बिहार में गठबंधन में शामिल दलों के नेताओं से मुलाकात करेंगे. साथ ही विपक्ष के और भी कई बड़े नेताओं से मिलेंगे. नीतीश कुमार ने कहा कि उनका राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से भी मिलने का कार्यक्रम है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री बनने के लिए मेरा कोई दावा नहीं है.

नीतीश कुमार ने दिल्ली में कहा कि बहुत दिन हो गए थे यहां आए, इसलिए आए हैं, कोई खास बात नहीं है. उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि हमने शुरू से कहा है कि जो साथ हैं उसी तरह से अगर अधिक से अधिक विपक्ष के लोग साथ हो जाएंगे, तो बहुत अच्छा माहौल होगा. यह सब लोगों की इच्छा पर है. जब दूसरे अन्य पार्टियों के साथ बातचीत होगी, तब इस मसले पर भी चर्चा होगी.

मुख्यमंत्री ने अपने पुराने सहयोगी के बारे में कहा कि सुशील मोदी आजकल कुछ-कुछ बोलते रहते हैं. वह इसलिए बोलते हैं ताकि पार्टी वाले उनको कुछ जगह दे दें. आपको पता है पिछली बार चुनाव में उन्होंने हमारे साथ क्या किया. विपक्ष एकजुट हो जाएगा तो अच्छा माहौल होगा और यही हमारी राय है.

नीतीश कुमार ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस तरह से सरकार चलाने की आजकल कोशिश हो रही है, तो आप देखिए कौन सा काम हो रहा है, विकास की कौन सी परियोजनाएं हो रही हैं. सब कुछ एकतरफा हो रहा है और धीरे-धीरे क्षेत्रीय पार्टियों को कमजोर करने की कोशिश हो रही है.

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री बनने की ना मेरी कोई इच्छा है, ना कोई आकांक्षा है. मेरी इच्छा है कि विपक्ष अधिक से अधिक इकट्ठा हो जाए, तो सब बेहतर होगा, जिसके लिए हम लोग सहयोग करेंगे. प्रधानमंत्री बनने के लिए मेरा कोई दावा नहीं है.