मुख्य सचिव ने की हरियाणा तालाब एवं अपशिष्ट जल प्रबंधन प्राधिकरण की समीक्षा बैठक

अमृत सरोवर और अन्य सभी तालाबों के कार्यों को तय समय में पूरा करें अधिकारी – मुख्य सचिव

कुल 5216 तालाबों के जीर्णोद्धार की कार्य योजना तैयार

चंडीगढ़, 27 अगस्त – हरियाणा सरकार ने केंद्र सरकार की अमृत सरोवर योजना के तहत अपने तय लक्ष्य से अधिक अमृत सरोवर बनाकर एक और उपलिब्ध हासिल की है। 15 अगस्त, 2022 तक प्रदेश में 418 अमृत सरोवर बनाये जाने थे, लेकिन सरकार के अथक प्रयासों के फलस्वरूप 557 अमृत सरोवर बनाये जा चुके हैं। इस योजना के तहत प्रत्येक जिले में 75 अमृत सरोवर बनाये जाने हैं।

यह जानकारी मुख्य सचिव श्री संजीव कौशल की अध्यक्षता में हुई हरियाणा तालाब एवं अपशिष्ट जल प्रबंधन प्राधिकरण की समीक्षा बैठक में दी गई।

श्री कौशल ने अधिकारियों को तालाबों के जीर्णोद्धार कार्य में और तेजी लाने के निर्देश देते हुए कहा कि अमृत सरोवर और अन्य सभी तालाबों के कार्यों को तय समय में पूरा किया जाए। इस कार्य में किसी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए। उन्होंने कहा कि तालाबों को बचाने और उनके जीर्णोद्धार के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा देशभर में अमृत सरोवर मिशन की शुरूआत की गई है। इस मिशन में बेहतर प्रदर्शन कर हरियाणा को देश में अग्रणी राज्य बनाना है।

बैठक में मुख्य सचिव को अवगत कराया कि कुल 5216 तालाबों के जिर्णोद्धार की कार्य योजना तैयार कर ली गई है। इन तालाबों में से 4811 तालाबों का डिजिटल सर्वे करवा लिया गया है और उसके बाद 3404 की आर्किटेक्चरल ड्रॉइंग्स बनाने के लिए कार्य आवंटित कर दिया है। 2737 तालाबों के आर्किटेक्चरल ड्रॉइंग्स बनाने के बाद एस्टिमेट्स तैयार किए जा रहे हैं। 268 आर्किटेक्चरल ड्रॉइंग्स का सत्यापन किया जा रहा है। केवल 399 आर्किटेक्चरल ड्रॉइंग्स प्रक्रियाधीन है, जिनका कार्य 30 सितंबर तक पूर्ण कर लिया जाएगा।

बैठक में बताया गया कि 5216 तालाबों के लिए ट्रिटिड वॉटर के पुनः उपयोग के लिए मिकाडा द्वारा सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली हेतू कार्य योजना के अनुसार अभी तक 488 की फीजिबिलिटी चैक करने उपरांत अनुमानों को प्रशासनिक स्वीकृति मिल गई है। जिन पर कार्य जल्द ही शुरू किया जाएगा। इसके अलावा, अमृत सरोवर योजना और अन्य तालाबों के जीर्णोद्धार हेतू 1032 कार्यों के अनुमान प्राप्त हुए हैं, जिनमें से 644 कार्यों के लिए 496 करोड़ रुपये की प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान कर दी गई है और शेष कार्यों की प्रशासनिक स्वीकृति भी जल्द प्रदान कर दी जाएगी।

बैठक में बताया गया कि हरियाणा तालाब एवं अपशिष्ट जल प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा पीडीएमएस सॉफ्टवेयर के माध्यम से राज्य में स्थित सभी तालाबों का डाटा एकत्रित किया गया है। सर्वप्रथम प्रदूषित और ओवरफ्लो वाले लगभग 1800 तालाबों को कंस्ट्रक्टिड वेटलैंड तकनीक के माध्यम से उपचारित किया जा रहा है।

बैठक में ‌विकास एवं पंचायत विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री ‌अनिल मलिक, हरियाणा तालाब एवं अपशिष्ट जल प्रबंधन प्राधिकरण के कार्यकारी उपाध्यक्ष श्री प्रभाकर वर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

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