गुरुग्राम। नगर निगम गुरुग्राम ने निगम चुनाव के लिए कराई गई जन गणना में धांधली का नायाब नमूना पेश किया है। जनगणना के इन अनोखे उदाहरणों को देख किसी को भी अचरज होना स्वाभाविक है। अधिकारियों की सहमति से सर्वे करने वाली एजेंसी ने जो आंकड़े तैयार किये हैं उनके मुताबिक बादशाहपुर क्षेत्र के विधायक राकेश दौलताबाद के गांव दौलताबाद में मतदाताओं की संख्या कुल जनसंख्या से भी ज्यादा है।

पूर्व विधायक एवं आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता उमेश अग्रवाल के मुताबिक निगम की जनगणना में छह बूथ वाले दौलताबाद गांव में मतदाताओं की संख्या 6640 है जबकि जनगणना में इसकी जनसंख्या मात्र 5875 दिखाई गई है। इस हिसाब से विधायक के गांव में जनसंख्या वोटरों की संख्या गांव की कुल आबादी से भी 765 कम है। श्री अग्रवाल ने धांधली के साथ की गई इस जनगणना पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह कैसे संभव हो सकता है कि किसी क्षेत्र की आबादी भी उसके वोटरों की संख्या से कम है। उन्होंने बताया कि यह अकेला उदाहरण नहीं है। कई अन्य कालोनियों में भी जनगणना में इसी प्रकार की धांधली की गई है।

जिस रिहायशी कॉलोनी बर्फखाना (सिविल लाइन्स) में गुरुग्राम विधायक सुधीर सिंगला रहते हैं वहां भी मतदाताओं के मुकाबले जनसंख्या में भारी घालमेल किया गया है। इस कालोनी के वोटरों की संख्या 1367 के मुकाबले जनसंख्या मात्र 1033 दर्शाई गई है।

पूर्व विधायक उमेश अग्रवाल ने बताया कि न्यू पालम विहार फेस-2 में वोटरों की संख्या 2343 है जबकि जनसंख्या 390 दर्शाई गई है जो कि अपने आप में बहुत ही हास्यास्पद है। इसी प्रकार पांच बूथ वाले भीमगढ़खेड़ी फेस एक व तीन में वोटरों की संख्या 5293 है और यहां की जनसंख्या 4674 दर्शाई गई है। उन्होंने बताया कि वार्ड 12 के धनवापुर गांव के वोटरों की संख्या 2560 है जबकि जनसंख्या 2426 दिखाई गई है। वार्ड 16 के विजय पार्क के वोटरों की तादाद 862 है तथा जनसंख्या 632 दिखाई गई है।

उन्होंने कहा कि शहर का पॉश एरिया कहे जाने वाले सेक्टर 15 पार्ट एक में वोटरों की संख्या 2443 व जनसंख्या 2424 दिखाई गई है। सेक्टर 15 वाले ही वार्ड 19 की एक अन्य कालोनी जलवायु विहार में भी मतदाता 1883 हैं और जनसंख्या 1418 बतायी गई है।

पूर्व विधायक श्री अग्रवाल ने कहा कि नगर निगम की जनगणना में धांधली के नायाब नमूनों की लिस्ट यहीं नहीं खत्म हो जाती। उन्होंने कहा कि तीन बूथ वाले वार्ड 26 के उप्पल साउथएंड में वोटरों की संख्या 2483 के मुकाबले जनसंख्या 733 का होना धांधली का एक और सबूत है।

उन्होंने कहा कि शहर के सबसे छोटे रिहायशी सेक्टर में शामिल एक बूथ वाले सेक्टर 41 में भी इसी तरह का भारी घालमेल साफ नज़र आता है जिसमें वोटर तो 1463 हैं तथा जनसंख्या मात्र 510 है।

नगर निगम चुनाव के लिए कराई गई इस जनगणना का वोटरों की संख्या के साथ इस तुलनात्मक अध्ययन से जनसामान्य भी आसानी से अंदाजा लगा सकता है कि किस कदर जनगणना में धांधली करके लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। पूर्व विधायक उमेश अग्रवाल ने आरोप लगाया है कि जनगणना का सर्वे करने वाली कंपनी के कर्मचारियों ने न तो फील्ड में काम किया है और न ही फील्ड रिपार्ट बनाते समय अपने दिमाग का प्रयोग किया है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से वोटरों की संख्या से खिलवाड़ किया जा रहा है उससे यह साफ प्रतीत होता है कि सर्वे करने वाली एजेंसी ने गलत सर्वे करके ना केवल निगम के पैसे को हड़पा है बल्कि गुरुग्राम की जनता के अधिकारों से भी खिलवाड़ किया है।

उन्होंने मांग की है कि इस सर्वे करने वाली एजेंसी के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए तथा जो लोग इस धांधली में शामिल हैं उनका भी पर्दा फास किया जाना चाहिए ताकि भविष्य में कोई और व्यक्ति इस प्रकार का खिलवाड़ गुरुग्राम की जनता के साथ न कर सके।

error: Content is protected !!