कुरुक्षेत्र में अर्जुन को अपने दिव्य स्वरूप के दर्शन कराएं
धर्म-कर्म को भगवान श्री कृष्ण ने जीवन में बताया सर्वाेत्तम

फतह सिंह उजाला

पटौदी । 16 कला संपूर्ण इस ब्रह्मांड में केवल भगवान श्री कृष्ण को ही माना गया है। भगवान श्री कृष्ण की बाल पन की अठखेलियां या फिर महाभारत के युद्ध का मैदान, उन्होंने किसी न किसी रूप में किसी ने किसी क्रिया को करते हुए मानव कल्याण का ही संदेश दिया । भगवान श्री कृष्ण ने कुरुक्षेत्र में अर्जुन को अपने दिव्य स्वरुप के दर्शन करवाते हुए गीता का ज्ञान भी दिया । गीता का ज्ञान आज भी ब्रह्मांड में सभी को स्वीकार्य है । यह बात पटौदी के एमएलए एवं भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश सचिव एडवोकेट सत्य प्रकाश जरावता ने श्री कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव के उपलक्ष पर ठाकुर जी मंदिर मानेसर में भगवान श्री कृष्ण की पूजा अर्चना के उपरांत कहीं।

उन्होंने कहा गीता केवल मात्र एक धार्मिक पुस्तक या ग्रंथ नहीं, गीता वास्तव में मानव जीवन का सार है । गीता में भगवान श्री कृष्ण के द्वारा धर्म और कर्म को मानव जीवन में सर्वाेत्तम बताया गया है । जो भी कार्य किया जाता है , उसका कोई न कोई कारण होता है । लेकिन भगवान श्री कृष्ण ने यह भी कहा है कर्म करने के बाद फल की इच्छा नहीं करनी चाहिए । श्री कृष्ण जन्मोत्सव पटौदी क्षेत्र में बहुत ही धूमधाम के साथ में बनाया गया । शहरी क्षेत्र से लेकर ग्रामीण अंचल में सभी मंदिरों को बिजली की रंगीन रोशनी से सजाया गया । भगवान श्री कृष्ण जन्मोत्सव के मौके पर श्री श्याम मंदिर टोडापुर की संचालन कमेटी बाल श्री श्याम मित्र मंडल के द्वारा श्री श्याम बाबा की नगर परिक्रमा करवाई गई । इस दौरान सैकड़ों श्याम वक्त श्रद्धालु अपने हाथों में श्री श्याम बाबा के चित्र युक्त ध्वजा लिए हुए श्री श्याम बाबा के भजनों और भगवान श्री कृष्ण के भक्ति रस में डूबे उत्साह और उमंग के साथ नाचते झूमते चलते रहें।

श्री श्याम बाबा की यह नगर परिक्रमा हेली मंडी क्षेत्र के महत्वपूर्ण बाजार मार्ग गलियों मोहल्लों से होती हुई श्री श्याम मंदिर टोडापुर में लौटकर संपन्न हुई। श्री श्याम बाबा की नगर परिक्रमा के दौरान श्रद्धालुओं के द्वारा श्रद्धा भाव के साथ पूजा अर्चना करते हुए आरती की गई । इस दौरान शीश के दानी और तीन बाण धारी तेरी लीला है न्यारी जैसे जय घोष गूंजते रहे । पटौदी में राम मंदिर, डेेडावाला मंदिर, विश्वकर्मा मंदिर टोडापुर, आश्रम हरी मंदिर संस्कृत महाविद्यालय परिसर, हेली मंडी में गौरी शंकर मंदिर , प्राचीन शिव मंदिर अनाज मंडी, बाबा हरदेवा मंदिर , जग्गू मंदिर सहित सभी मंदिरों को रंगीन रोशनी के साथ सजाकर भगवान श्री कृष्ण के विशेष रुप से बालपन की झांकियां देखने के लिए मध्य रात्रि तक श्रद्धालुओं का ताता लगा रहा । मध्य रात्रि में मान्यता के मुताबिक जब भगवान श्री कृष्ण का जन्म हुआ उस समय भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के उपलक्ष पर आतिशबाजी भी की गई । मध्य रात्रि में सभी मंदिरों में श्रद्धालुओं को प्रसाद का वितरण किया गया। 

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