गुडग़ांव, 13 अगस्त – सेक्टर 5 रेजिडेंट पर फिर से बंदरों का हमला। बंदरों बंदरों सेक्टर मैं मचाया आतंक एम॰सी॰जी॰ व वन विभाग मैं नही हो रही है सुनवाई। दिनेश वशिष्ठ प्रेज़िडेंट आर॰डबल्यू॰ए॰ सेक्टर 3, 5 व 6 ने बताया कि आज सेक्टर 5 मैं सुबह 47 वर्षीय रेजिडेंट को बंदर ने घेर लिया। वह पानी की टंकी के ढक्कन को ठीक करने के लिए छत पर गया था, जिसे पहले दिन बंदरों ने पानी पीने के लिए खोला था। जैसे ही उसने हाथ से सीढ़ियाँ चढ़ने की कोशिश की, पानी की टंकी के पीछे छिपे बंदर ने उसे बुरी तरह जकड़ लिया और खुद को बचाने के लिए वह जल्दी से नीचे कूद गया। और अपने बचाव के लिए 12 फीट की ऊंचाई से छलांग लगाने से उनके पैर में फ्रैक्चर हो गया। वहाँ दूसरे बंदरों का झुण्ड भी था उन्होंने बताया कि अगर उस पर दूसरी बंदरों के झुंड की तरफ से हमला किया जाता तो उन्हें और भी बहुत ज्यादा गंभीर चोट आ सकती थी क्योंकि वो सीधे चौथी मंजिल से सीधे भूतल पर आते न जाने फिर क्या होताहै। उन्हें तुरंत नजदीक के के अस्पताल सेक्टर 5 ले जाया गया और एक्स॰ रे॰ किया गया पेर मैं फ्रैक्चर मिला जिससे ठीक होने मैं तक़रीबन 6 सप्ताह के आराम की सलाह दी गई है। इससे पहले भी उनकी 85 वर्षीय मां पर कुछ दिन पहले बंदरों के एक समूह ने हमला किया था। जो की काफी घायल हो गई थी जिसका इलाज चला। दिनेश वशिष्ठ ने बताया की हम समय रहते ये सेक्टर 5 मैं आए दिन बंदरों के आतंक की जानकारी दे चुके हैं।अब एम॰सी॰जी॰ अधिकारी बोलते हैं ये काम वन विभाग का है वन विभाग के अधिकारी बताते हैं बंदर पकड़ने का काम एम॰सी॰जी॰ का है।अब दोनो विभाग की लडाई का खामियाजा आज मेरे रेसिडेंट को और कुछ दिन पहले उनकी माता जी को भुगतना पड़ गया।अगर दोनों विभाग तालमेल से काम करें तो गुड़गांव से बंदरों का आतंक खत्म हो सकता है। Post navigation जीएमडीए और हुंडई ने लेज़र वैली पार्क के विकास और रखरखाव के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए देशवासियों के लिए ऐतिहासिक क्षण है आजादी का अमृत महोत्सव : डॉ कमल गुप्ता