पण्डित भगवतदयाल के पौत्र भास्कर शर्मा ने सरकार की निंदा की।

रोहतक। महान स्वतंत्रता सेनानी व हरियाणा के प्रथम मुख्यमंत्री पण्डित भगवतदयाल शर्मा की जीवनी को स्कूली पाठ्यक्रम से हटा दिया गया है। इस घटना के बारे में जब पण्डित जी के पौत्र भास्कर शर्मा को पता लगा तो उन्होंने रोहतक से अपना बयान जारी करते हुए कहा कि सरकार ने पण्डित जी के साथ हमेशा से सौतेला व्यवहार किया है, ना तो प्रदेश स्तर पर कभी उनकी जयंती मनाई जाती है और ना ही कभी उनकी पुण्यतिथि और अबतो हद हो गयी पण्डित जी के इस अपमान को हरियाणा की जनता सहन नहीं करेगी। भास्कर शर्मा ने कहा कि 5वी कक्षा के पाठ्यक्रम से पण्डित जी की जीवनी हटाकर सरकार उनके सँघर्ष को धूमिल करना चाहती है।परन्तु ऐसा किसी भी कीमत पर नही होने दिया जाएगा।

उन्होंने कहा कि सरकार ने 2020 में लागू किए गए पाठ्यक्रम से चुपचाप जीवनी को हटा दिया गया।ब्राह्मण समाज के प्रदेश के एकमात्र मुख्यमंत्री रहे पंडित भगवत दयाल की जीवनी पाठ्यक्रम से हटाने पर समाज मे काफी रोष है।

गौरतलब हैं कि देश की आजादी के बाद ओर 1966 में हरियाणा राज्य बनने से प्रदेश में अभी तक एक मात्र ब्राह्मण मुख्यमंत्री रहा हैं कुछ जालसाजों द्वारा पंडित जी का मुख्यमंत्री बनना अच्छा नही लगा और उनकी सरकार गिरा दी थी।

भास्कर शर्मा
पौत्र,पण्डित भगवतदयाल शर्मा।
महान स्वतंत्रता सेनानी व हरियाणा के प्रथम मुख्यमंत्री पण्डित भगवतदयाल शर्मा जी की जीवनी स्कूली पाठ्यक्रम से हटाकर सरकार ने अपनी ओछी मानसकिता को दर्शाया है।मै जल्द ही राज्यपाल,मुख्यमंत्री से मिलूंगा और पण्डित जी की जीवनी को दोबारा लागू करवाएंगे।पण्डित जी का अपमान बर्दशास्त करने के लायक नही है।

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