जनता के सवालों के जवाब मांगने जा रहे नवीन जयहिंद को चंडीगढ़ पुलिस ने किया गिरफ्तार
मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर व् विधानसभा के सभी सदस्यों के नाम लिखा पत्र व पूछे जनता के सवाल

बंटी शर्मा

चंडीगढ़ – हरियाणा विधानसभा में मानसून सत्र शुरू हो चुका है और इस सत्र के शुरू होते ही नवीन जयहिंद ने भी चंडीगढ़ का रुख कर लिया है | हर बार की तरह इस बार भी वे जनता के सवालों के साथ चंडीगढ़ जा रहे थे लेकिन उन्हें सेक्टर -3 चंडीगढ़ से चंडीगढ़ पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया | जयहिंद ने अपने पत्र में लिखा कि हरियाणा की जनता इस विधानसभा के सदस्यों से उनसे जुड़े मुद्दों पर जवाब चाहती है इसलिए मैं नवीन जयहिंद सरकार से व विधायकों से जनता के कुछ सवालों पर विधानसभा में जवाब चाहता हूँ । इन सवाल का जवाब देना आप सब की जिम्मेदारी भी बनती है क्योंकि जनता ने ही आपको चुन कर भेजा है व् जनता के टैक्स के पैसे से आप सब को तनख्वाह मिलती है ।

भ्रष्टाचार -फार्मेसी घोटाला : यह घोटाला 200 करोड़ है और इस घोटाले का मुख्य आरोपी चेयरमैन धनेश अदलखा अब तक खुलेआम घूम रहा है । यह घोटाला न सिर्फ पैसों का है बल्कि आम लोगों की जिंदगियों के साथ भी खिलवाड़ है । असली आरोपी को सरकार कब पकड़ेगी ? आज एक भी विभाग ऐसा नहीं है जहाँ भ्रष्टाचार न हो रहा हो । नई -नई योजनाये ला कर सिर्फ जनता को गुमराह किया जा रहा है । जिस विभाग में लोग जाते है काम करने के लिए पैसे मांगे जा रहे है । मुख्यमंत्री जी प्रदेश से भ्रष्टाचार कब खत्म होगा ? पेपर लीक मामला – HSSC के ऑफिस में नोटों से भरा बैग मिलता है और कार्यवाही करने का आश्वासन देकर मामले को ठन्डे बसते में डाल दिया गया | पेपर लीक मामले में अब तक कितने दोषी पकड़े गये व् कितनो को सजा हुई है । इस पर भी मुख्यमंत्री जी जवाब दे । और CET का पेपर भी लीक नहीं होगा इसकी क्या गारंटी है ?

CET:15 January 2020 में CET बनाया गया। लगभग ढाई साल हो चुके अभी तक ये पेपर नही हुआ। 15 लाख बच्चों का भविष्य इससे जुड़ा हुआ है । CET का नाम लेकर करीब-करीब 18 भर्तियां रद्द कर दी गई। 9888 पद वापिस ले लिए गए । कब होगा ये एग्जाम?

बेरोजगारी – शिक्षक भर्ती:– हरियाणा में शिक्षा का तो सबसे बुरा हाल है। पहली बार सभी भावी शिक्षक (TGT,PGT, JBT, AAROHI, YOGA) भर्ती पूरी करवाने के लिए इकट्ठे होकर सीएम साहब से मिलने के लिए ट्वीटर अभियान #call_us_CM तथा हजारों E-mail डाल चुके परंतु वो मिलते नहीं। 38000 शिक्षकों के पद खाली है। स्कूलों के बच्चों को सरकार टैब दे रही है परंतु शिक्षक कब मिलेंगे उन्हें? हरियाणा पुलिस कांस्टेबल भर्ती का भी बुरा हाल। 5500 पुरुष कांस्टेबल व् +1100 फीमेल कांस्टेबल का परिणाम तो दे दिया परंतु भर्ती कोर्ट में लटका दी। जो भी भर्ती होती है सब कोर्ट में अटका के खड़ी कर दी जाती है । और सरकार जवाब भी फाइल नही करती। 6600 अभ्यर्थी नहीं 6600 परिवारों के साथ राज्य की कानून व्यवथा भी आज मानसिक तनाव में है। कब मिलेंगी उन्हें नौकरी ? चिराग योजना के तहत जनता के टैक्स के पैसे सरकार सरकारी स्कूलों पर लगाने के बजाये प्राइवेट स्कूलों में क्यों लुटा रही है । आखिर प्राइवेट स्कूलों पर इतनी मेहरबानी क्यों ? पिछले ढाई साल में कितनों बेरोजगारों को नौकरी दी गई व् किस विभाग में कितने पद खाली है इसका जवाब भी दे ? साथ ही सरकार द्वारा प्राइवेट कंपनियों में हरियाणा के युवाओं के लिए घोषित किये गये 75 % आरक्षण रोजगार पर अपनी आकंडे जारी करें कि अब तक प्रदेश के कितने युवाओं को इस आरक्षण के तहत रोजगार दिया गया है व् कितनी कंपनियों ने इसे लागू किया है ।

नशाखोरी – हरियाणा में दूध की शराब की नदियाँ बह रही है । हर गली-नुक्कड़ पर शराब के ठेके तो मिल जायेगे लेकिन अगर दूध लेने निकले तो पुरे शहर में वीटा के गिने -चुने बूथ मिलेंगे । खुलेआम शराब को प्रमोट किया जा रहा है । लेकिन दूध -दही का खाने वाले प्रदेश में अब दूध-दही ही खत्म होता जा रहा है । दुष्यंत चौटाला जनता को जवाब दे आखिर वे किस मंशा से शराब को बढ़ावा दे रहे है । आखिर क्यों परिवारों को बर्बाद करने पर आतुर है ।

कानून -व्यवस्था – प्रदेश में आये दिन जघन्य अपराध हो रहे है , युवा नशा व् अपराध की दुनिया में जा रहे है । पुलिस खुद अपनी सुरक्षा नहीं कर पा रही है , मेवात के तावडू में हुई घटना व् विधायकों को बार- बार मिली रही धमकियां प्रदेश की कानून-व्यवस्था को बखूबी बयाँ करती है । ऐसे में गृहमंत्री अनिल विज विधानसभा में जवाब दे कि प्रदेश की जनता की सुरक्षा के प्रति कौन जवाबदेह बनेगा ?

खेल : आज हरियाणा के खिलाडी विश्वपटल पर इतिहास बना रहे है और हरियाणा सरकार उनका शोषण करने का इतिहास बना रही है । आज ओलंपिक व भीम अवार्डी खिलाडी दर -दर की ठोकरें खा रहे है उन्हें न तो नौकरियां मिल है न ही सम्मान राशि मिल रही है । खिलाडी स्टेडियमों में मुलभुत सुविधाओं के लिए तरस रहे है । नेशनल स्तर के खिलाडी सरकार द्वारा की गई घोषणाओं के लिए मुहं ताकते रहते है लेकिन वो घोषणायें कभी पूरी नहीं होती है । सरकार बताएं अब तक कितनी खिलाडियों को नौकरी दी गई है व पैरा खिलाडियों को क्या सामान्य खिलाडियों के बराबर सम्मान व् सुविधाएँ मिल रही है ? सरकार कॉमनवेल्थ खेल में गोल्ड मेडल लाने वाले को 2 करोड़ , सिल्वर मेडल लाने वाले को 1.5करोड़ व् ब्रोंज मेडल लाने वाले को 1 करोड़ रूपये के साथ अधिकारी स्तर की सरकारी नौकरी भी दे |

साथ ही पक्ष -विपक्ष के सभी विधायकों से यही सवाल है कि वो जनता के हक की आवाज कब उठाएंगे | आज सरकार से वे जनता के सवालों पर जवाब मांगे व जन प्रतिनिधि होने की जिम्मेदारी निभाए |