स्वतंत्रता दिवस पर अम्बाला छावनी में एक लाख घरों पर फहराया जाएगा तिरंगा : गृह मंत्री अनिल विज

आजादी के अमृत महोत्सव को मनाने के लिए 11 अगस्त को तिरंगा यात्रा, 12 और 13 अगस्त को प्रभात फेरियां निकाली जाएगी, 14 अगस्त को विभाजन की विभिषिका दर्शाने हेतु मौन जुलूस निकाला जाएगा

गृह मंत्री अनिल विज ने देशभक्ति के गीत गाकर भाजपा कार्यकर्ताओं में भरा जोश, बोले : घर में सबसे ऊंचे स्थान पर लहराएं तिरंगा

छावनी के बीपीएस प्लेनेटोरियम में अमृत महोत्सव कार्यक्रम को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया गृह मंत्री विज ने

अम्बाला, 7 अगस्त –आजादी के 75वें अमृत महोत्सव को शानदार तरीके से मनाने के लिए हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज ने भाजपा कार्यकर्ताओं को रविवार अम्बाला छावनी के बीपीएस प्लेनेटोरियम में संबोधित किया।

श्री विज ने कहा कि अमृत महोत्सव को जोरदार तरीके से मनाया जाए और स्वतंत्रता दिवस के दिन अम्बाला छावनी के लगभग एक लाख घरों पर तिरंगा लहराया जाएगा। उन्होंने बताया कि अमृत महोत्सव को मनाने के लिए पूरा खाका तैयार किया है और हम सभी को उसमें बढ़चढ़ कर हिस्सा लेना है। 11 अगस्त को तिरंगा यात्रा निकाली जाएगी। यात्रा कैपिटल चौक से आरंभ होकर अग्रवाल धर्मशाला पर समाप्त होगी। यात्रा में हर व्यक्ति के हाथ में तिरंगा होगा। इसी तरह 12 और 13 अगस्त को हर वार्ड में राष्ट्रभक्ति के गीत गाते हुए प्रभात-फेरियों का आयोजन किया जाए। श्री विज ने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि तिरंगा यात्रा और प्रभात-फेरी में कार्यकर्ता केवल तिरंगे को साथ लेकर ही चले।

उन्होंने कहा कि 14 अगस्त को हमारे देश पर विभाजन रूपी बहुत बड़ा घाव है जिसमें 10 लाख के लगभग लोग शहीद हुए और विभाजन विभिषिका के लिए मौन जुलूस निकाला जाएगा जोकि अग्रवाल धर्मशाला से आरंभ होकर अग्रवाल धर्मशाला पर ही समाप्त होगा। यह मौन जुलूस निकाला जाएगा और कई बार जो शब्दों से नहीं कहा जाता वह मौन होकर कहा जा सकता है। जुलूस में विभाजन की विभिषिका झेलने वाले लोगों को भी सम्मानपूर्वक शामिल किया जाए। 15 अगस्त को आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर पूरी ताकत के साथ तिरंगे को फहराया जाएगा।

इस अवसर पर मंच भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश बतौरा, मंडल अध्यक्ष किरणपाल चौहान, अजय पराशर सहित, ललित चौधरी, ओम सहगल, बीएस बिंद्रा, ललिता प्रसाद, विजेंद्र चौहान, बलविंद्र सिंह, बलकेश वत्स, जसबीर जस्सी, संजीव सोनी, श्याम सुंदर अरोड़ा, अजय बवेजा, नरेंद्र राणा, राम बाबू यादव, सुरेंद्र बिंद्रा एवं अन्य मौजूद रहे।

राशन डिपुओं और डाकखानों में उपलब्ध होगा तिरंगा : अनिल विज

गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि हर घर पर तिरंगा लहराने का संकल्प लिया गया है और पूरी ताकत लगाकर हर घर पर तिरंगा फहराया जाए। उन्होंने कहा कि डाकखानों एवं राशन डिपुओं पर भी तिरंगे उपलब्ध है और जितनी संख्या में तिरंगा चाहिए वह उपलब्ध है। 13 अगस्त से 15 अगस्त तक यह अमृत महोत्सव है और हमने हर घर हर दुकान पर तिरंगा लहराना है। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं एवं अन्य लोगों से भी आह्वान किया कि वह आजादी के 75वें महोत्सव में शामिल होते हुए तिरंग घर के सबसे ऊंचे स्थान पर लगाएं।

मंच से गृह मंत्री विज ने राष्ट्रभक्ति के गीत गाये

गृह मंत्री अनिल विज ने कार्यकर्ताओं के बीच राष्ट्रभक्ति के गीत गाकर उनमें जोश का भी संचार किया। गृह मंत्री विज ने ‘ए मेरे प्यारे वतन, ए मेरे बिछड़े चमन, तुझ पर दिल कुर्बान’ और ‘ए वतन ए वतन हमको तेरी कसम, तेरी राहों में जान तक लुटा जाएंगे’। पार्टी कार्यकर्ताओं ने भी देशभक्ति के गीत मंत्री विज के साथ गाये।

हम इकट्ठें रहेंगे तो कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता : अनिल विज

गृह मंत्री अनिल विज ने कहा एक पिता के चार-पांच बच्चे थे और उनके पिता ने कहा कि एक-एक लकड़ी लेकर आओं और इसके बाद पिता ने कहा इस लकड़ी को तोड़ दो, पिता ने फिर बच्चों को लकड़ी लाकर लाने को कहा और बंडल बनाकर तोड़ने को कहा। सारे बच्चे मिलकर भी लकड़ी को तोड़ नहीं सके। मंत्री विज ने कहा कि हमारा देश बहुत भाषाओं, रीति-रिवाजों एवं अलग-अलग धर्मों का देश है। यदि हम आपस में इकट्ठे रहेंगे तो हमारा कोई भी कुछ बिगाड़ नहीं सकता। देश को एक सूत्र में पिरोने के लिए राष्ट्रभक्त हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने आजादी के 75वें वर्षगांठ के अवसर पर हर घर पर तिरंगा लहराने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि हमारा कोई भी मतभेद हो सकता है, मगर तिरंगे से कोई मतभेद नहीं है। अनेकता में एकता भारत की विशेषता है और यह हमारी विशेषता है। इसलिए यह पर्व में मनाने का फैलसा किया गया कि स्वतंत्रता दिवस पर हर घर पर तिरंगा लहराया जाए।

तिरंगा ऊंचा रहे हमारा, सबकी आंखों का तारा : विज

गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि राष्ट्रीय ध्वज तीन रंगों का बना हुआ है इसलिए इसे तिरंगा कहते हैं। ‘तिरंगा ऊंचा रहे हमारा, सबकी आंखों का तारा’। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय ध्वज राष्ट्र की पहचान होता है। अब कॉमनवेल्थ की खेले हो रही है और इन खेलों में जब देश के खिलाड़ी को पदक मिलता है तो देश का तिरंग लहराया जाता है। उन्होंने बताया ब्राजील के रियो ओलंपिक खेलों में जब वह गए थे तो कुश्ती पहलवान साक्षी ने पदक जीता और तब देश की राष्ट्रीय धुन बजाई गई तो उनकी आंखों में भी आंसू थे। तिरंगे से हम सब जुड़े हुए हैं। तिरंगा हमारी शान है और सीमाओं पर हमारे सैनिक तिरंगा लेकर आगे बढ़ते हैं। तिरंगा हमें स्पूर्ति, ताकत एवं शक्ति देता है। इसलिए हर घर तिरंगा लहराने का यह महोत्सव मनाया जा रहा है।  

तिरंगे के हर बारीक पहलुओं से कार्यकर्ताओं को अवगत कराया

गृह मंत्री विज ने तिरंगे के हर बारीक पहलुओं से कार्यकर्ताओं को अवगत कराते हुए कहा कि आजादी से पहले हमारा देश अलग-अलग रियासतों में बंटा हुआ था, उन राजाओं के सभी के अलग-अलग ध्वज थे और देश का कोई भी एक अपना ध्वज नहीं था। लेकिन एक ध्वज हो सारे राष्ट्र का, उसकी चर्चा चलनी शुरू हो गई थी और कई प्रकार के एवं कई रंगों के ध्वज बनाए गए और अंतत मछली पटनम आंध्र प्रदेश में रहने वाले तेली वैंकया जिन्होंने कई  राष्ट्रों के ध्वजों का अध्ययन करके देश के तिरंगे का निर्माण किया। 22 जुलाई 1947 को स्वतंत्रता से कुछ दिन पहले तिरंगे को संविधान सभा ने इसको राष्ट्रीय ध्वज के रूप में मान्यता प्रदान की। हमारा तिरंगा तीन रंग है, ऊपर भगवा है जो प्यार और तपस्या का प्रतीक है, बीच में सफेद रंग शांति का, नीचे हरा स्मृद्धि का प्रतीक है। बीच में नीले रंग का अशोक चक्र है जिसमें 24 तिलियां है। यह जो चक्र है वह प्रकृति का प्रतीक है और 24 तिलियां हर घंटे को देश की प्रगति को दर्शाती हैं।

You May Have Missed

error: Content is protected !!