प्रीति धारा पंचकूला — पिछले कई वर्षों से मंडी बोर्ड पंचकूला में सेब सीजन के दौरान कुछ रिश्वत खोर कर्मचारी हरियाणा सरकार को करोड़ो का चुना लगाते आ रहे है जिसके विषय मे आज तक कोई भी सख्त कारवाई नजर नही आई । ऐसे में मंडी बोर्ड के कर्मचारियों के होंसले बुलन्द नजर आते रहे है । अब फिर से पंचकूला सेक्टर 20 मंडी बोर्ड में सेब सीजन शुरू हो रहा है ।ओर एक नया मामला फिर से देखने को मिल रहा है । जिस पर मंडी बोर्ड के आला अफसर चुपी साधे नजर आ रहे हैं । हरियाणा सरकार द्वारा ऑनलाइन तबादला नीति कुछ अधिकारीयों की वजह से दम तोड़ती नजर आ रही है । यहाँ 25 वरसों से क़ब्ज़ा करे बैठे कर्मचारी रणबीर ए आर व 8 वर्षों से कब्जा करे बैठे नरेंद्र मंडी सुपरवाइजर का ऑनलाइन नीति के तहत तबादला हुआ था लेकिन इन को अब फिर पंचकुला में सेब सीजन में के दोरान यही कर दिया गया जबकि इन के रहते वर्ष 2020 के सेब सीज़न में जमकर मार्किट फ़ीस को लूट कर अपनी जेब भरी थी जो की रिकोड में सिर्फ़ 8 लाख पेटी ही सेब की लिखी गयी थी जिसकी मात्र 85 लाख मार्किट फ़ीस ही जमा हुई थी , जब ये कर्मचारी यहाँ से बदले गये तो वर्ष 2021 में 50लाख पेटी सेव लिखी गयी ओर 6 करोड़ मार्किट फ़ीस जमा हुई । अब फिर ये बॉर्ड में साँठ गाँठ कर के पंचकुला मंडी में अपना तबादला ऑर्डर करवा चुके है । क्या इन पर ऑनलाइन नीति लागू नही होती ,जबकि पंचकुला से कई महिला कर्मचारी व कई ब्लाइंड कर्मचारी ऑनलाइन नीति मे बदले गये थे । मगर उच्ची पहचान या सिफ़ारिश ना होने के कारण शायद ये ऑनलाइन नीति मे फ़स कर रह गये । हरियाणा सरकार का सुनहरा सपना ऑनलाइन तबादला नीति को पुरज़ोर लागू करते हुए मंडी बोर्ड के उच्च अधिकारियों को इस पर ध्यान देना होगा ताकि वर्ष 2020 की लूट खसोट ओर तबादला नीति को कमजोर करने की कोशिश ना कि जा सके । Post navigation जजपा के अनेक ज़िला पदाधिकारियों ने आज अपने समर्थकों सहित भाजपा का दमन थामा राजस्थान की तर्ज पर हरियाणा में भी इलेक्ट्रो होम्योपैथी को मान्यता दी जाए : विनोद खगंवाल