ई-लाईब्रेरी के साथ मेडिकल काॅलेज भी जुड़े होंगे डीएनबी कोर्स करने वाले छात्रों को नवीनतम व विश्व स्तर की जानकारी होगी प्राप्त चंडीगढ़, 26 जुलाई- हरियाणा के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री अनिल विज ने कहा कि हरियाणा के प्रत्येक अस्पताल में जल्द ही ई-लाईब्रेरी की शुरूआत की जाएगी और इस ई-लाईब्रेरी के साथ मेडिकल काॅलेज भी जुड़े होंगे ताकि डीएनबी कोर्स करने वाले छात्रों को नवीनतम व विश्व स्तर की जानकारी प्राप्त हो सके। श्री विज आज यहां पंचकूला के सेक्टर 5 स्थित इन्द्रघनुष आॅडिटोरियम में डीएनबी ओरिएंटेशन कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित जनों को संबोधित कर रहे थे। राज्य के अस्पताल ई-उपचार से जुड़े-विज उन्होंने कहा कि दुनिया अब डिजीटलीकरण की ओर बढ रही है और हरियाणा प्रदेश भी इस ओर तेजी से अग्रसर है । इसी कड़ी में राज्य के अस्पताल ई-उपचार से जुड़े हुए हैं, लेकिन वे चाहते हैं कि राज्य की प्रत्येक पीएचसी व अस्पताल ई-उपचार से जुड़ा होना चाहिए और इस कवायत की ओर स्वास्थ्य विभाग आगे बढ रहा है। हरियाणा में जल्द ही स्वास्थ्य को लेकर मैपिंग करवाई जाएगी-विज श्री विज ने कहा कि हरियाणा में जल्द ही स्वास्थ्य को लेकर मैपिंग करवाई जाएगी जिसके लिए निविदाएं आमंत्रित की गई हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान में मांग के आधार पर स्वास्थ्य सुविधाओं को मुहैया करवाया जा रहा है लेकिन मैपिंग होने के पश्चात आवश्यकता के आधार पर स्वास्थ्य सुविधाएं राज्य के लोगों को उपलब्ध हो सकेंगी। उन्होंने कहा कि इस संबंध में एक एजेंसी द्वारा मैपिंग की जाएगी जो यह बताएगी कि राज्य के किस शहर, कस्बे या गांव स्तर पर स्वास्थ्य सुविधाओं की कितनी आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में मैपिंग करवाने वाला हरियाणा पहला प्रदेश होगा। स्वास्थ्य विभाग के जर्जर भवनों के लिए जल्द ही सर्वे किया जाएगा-विज स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य के बजट में स्वास्थ्य से संबंधित भवनों के लिए अलग से प्रावधान किया है और स्वास्थ्य विभाग के जर्जर भवनों के लिए जल्द ही सर्वे किया जाएगा तथा सर्वे के पश्चात उस भवन की मरम्मत की जाएगी। प्रत्येक मां और बहन को परिवार का डाईटीशियन बनना होगा-विज उन्होंने कहा कि हमें हरियाणा को अनीमियामुक्त करना है और इस संबंध में आज ‘‘अनीमिया मुक्त हरियाणा’’ पुस्तिका का विमोचन भी किया गया है जिसमें विभिन्न प्रकार की जानकारी मुहैया करवाई गई है। उन्होंने कहा कि हमें बदलते परिवेश में अपने खाने-पीने के तरीकों को भी बदलना होगा और प्रत्येक मां और बहन को परिवार का डाईटीशियन बनना होगा, तभी हम मजबूत बन सकते हैं। उन्होंने कहा कि जिस देश के नागरिक मजबूत होते हैं वह देश भी मजबूत होता है। आज चिकित्सा क्षेत्र से संबंधित नये अनुभवों के संबंध में ‘‘सिनर्जी’’ नामक पुस्तिका का विमोचन किया गया है जिसमें नये-नये एक्सपैरिमेंटस की जानकारी होगी। डीएनबी कोर्सों की संख्या को बढाया जाएगा-विज श्री विज ने कहा कि डीएनबी कोर्सों के शुरू होने से न केवल स्वास्थ्य विभाग को लाभ होगा बल्कि डाॅक्टरों की ऐजुकेशन में भी बढोतरी होगी। उन्होंने कहा कि इस प्रकार से राज्य के स्वास्थ्य विभाग को दोहरा लाभ होगा। उन्होंने कहा कि डीएनबी ढांचागत के लिए केन्द्र सरकार ने 9 करोड़ रूपए की राशि स्वीकृत की है, जिसमें उपकरण तथा गैस्ट फैकल्टी इत्यादि आएंगे। उन्होंने कहा कि वर्तमान में राज्य में डीएनबी कोर्सों के लिए 76 सीटें हैं और जल्द ही इनकी संख्या को बढाया जाएगा। 950 डाॅक्टर चयनित, जल्द ही मिलेंगी सेवाएं-विज स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य के 21 जिलों में डाईलेसिस सेंटर, 22 जिलों में सिटी स्कैन, 4 जिलों में कैथलैब संचालित हैं और अंबाला कैंट मे पिछले 4 सालों में 10 हजार स्टंट डाले गए हैं। अन्य जिलों में भी कैथलैब खोलने की प्रक्रिया जारी है। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग मे 1250 डाॅक्टरों की भर्ती की प्रक्रिया को पूरा कर लिया गया है, जिसमें से 950 डाॅक्टरों को चयनित किया गया है तथा जल्द ही ये डाॅक्टर विभाग में अपनी सेवाएं देंगे। श्री विज ने कहा कि 6 मेडिकल काॅलेज चल रहे हैं और 6 मेडिकल काॅलेज बनाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारे पास स्वास्थ्य से संबंधित बड़ा इन्फ्रास्ट्रचर है इसलिए हम डीएनबी पाठ्यक्रमों को इन अस्पतालों में शुरू कर सकते हैं। इसके अलावा श्री विज ने अपने पुराने अनुभवों को भी सांझा किया। राज्य के अस्पतालों में जल्द ही विभिन्न पाठ्यक्रमों के अपरेंटिस होगें नियुक्त -एसीएस स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री राजीव अरोड़ा ने कहा कि राज्य के अस्पतालों में जल्द ही विभिन्न पाठ्यक्रमों के अपरेंटिस भी नियुक्त किए जाएंगे। इसके अलावा हरियाणा ने हैपेटाईटिस, कोविड इत्यादि कार्यक्रमों में बेहतर कार्य किया है। उन्होंने कहा कि हमारे पैरामेडिकल स्टाफ और फील्ड वर्करों को किस प्रकार अपग्रेड किया जा सके, इस और हमें ध्यान देना होगा। उन्होंने कहा कि टीबी उन्मूलन को वर्ष 2025 तक करने के लिए हमें आज से ही शुरूआत करनी होगी तभी जाकर हम राज्य से टीबी को समाप्त कर सकते हैं। इसके अलावा अनीमिया कार्यक्रम को भी हमें व्यापक स्तर पर चलाना होगा। इससे पहले स्वास्थ्य सेवाएं विभाग की महानिदेशक डाॅ. वीना सिंह, पंचकूला के पीएमओ डाॅ. राजीव कपूर ने भी उपस्थितजनों को संबोधित किया और डीएनबी पाठ्यक्रमों के बारे में रूपरेखा रखी। इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री ने डीएनबी छात्र डाॅ. अदिति व डाॅ. राहुल पाण्डेय को प्रमाण पत्र दिया। इसके अलावा श्री विज ने अनीमिया मुक्त हरियाणा और सिनर्जी जर्नल पुस्तिकाओं का विमोचन भी किया। इस मौके पर स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री राजीव अरोड़ा ने स्वास्थ्य मंत्री को शाॅल ओढाकर व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित भी किया। इसके अलावा एनएचएम के प्रबंध निदेशक प्रभजोत सिंह व स्वास्थ्य सेवाएं विभाग की महानिदेशक डाॅ. वीना सिंह इत्यादि को भी स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। अंत में पंचकूला की सिविल सर्जन डाॅ. मुक्ता कुमार ने धन्यवाद ज्ञापित किया। Post navigation केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर से मिले हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल सांसद जब जनहित के मुद्दे ही सदन में नहीं उठा सकते तो नया संसद भवन बनाने की क्या जरुरत – दीपेन्द्र हुड्डा