शहीद डीएसपी सुरेंद्र बिश्नोई के भाई ने बताया कि बिश्नोई समाज में मृतक को दफनाया जाता है, जिसे कि सामाजिक रीत अनुसार मिट्‌टी देना कहा जाता है. हमारे परिवार का नियम है कि व्यक्ति की मौत के बाद उसे उसकी जमीन में ही मिट्टी दी जाती है.

हिसार. हरियाणा के नूंह जिले के तावडू में खनन माफिया द्वारा शहीद डीएसपी सुरेंद्र सिंह की निर्मम हत्या के बाद पूरे गांव में गम का माहौल है. जब से यह सूचना गांव में मिली है तो पूरे गांव में किसी ने भी खाना पका कर नहीं खाया. गांव के लोगों के आंसू नहीं रुक रहे. वहीं शहीद हुए डीएसपी सुरेंद्र बिश्नोई को अंतिम विदाई के तहत गुरुवार को मिट्‌टी दी जाएगी. उनका बेटा कनाडा से इंडिया आज रात को पहुंचेगा. इससे पहले उनका शव मंगलवार रात को हिसार सिविल अस्पताल में पहुंच गया था. शहीद के पैतृक गांव सारंगपुर में बनी ढाणी के घर पर शोक प्रकट करने के लिए क्षेत्र के लोग पहुंच रहे हैं.

शहीद के भाई अशोक बिश्नोई ने बताया कि गुरुवार को उनकी हिस्से में आई जमीन में उन्हें मिट्‌टी दी जाएगी. बिश्नोई समाज में मृतक को दफनाया जाता है, जिसे कि सामाजिक रीत अनुसार मिट्‌टी देना कहा जाता है. हमारे परिवार का नियम है कि व्यक्ति की मौत के बाद उसे उसकी जमीन में ही मिट्टी दी जाती है.  डीएसपी  सुरेंद्र बिश्नोई के  भाई अशोक ने इस पूरे मामले की जांच सीबीआई से करवाने की मांग की है. वहीं उन्होंने उन्होंने कई गंभीर सवाल भी उठाए.

बता दें कि डीएसपी सुरेंद्र सिंह बिश्नोई का गांव में बहुत ही प्रेम रहा है. गांव के लोगों ने कहा कि शहीद डीएसपी सुरेंद्र बिश्नोई बहुत ही नेक दिल इंसान थे. सुरेंद्र के छोटे भाई अशोक कुमार ने पूरे मामले की सीबीआई जांच करवाने की मांग की है. वहीं घटना को लेकर कई गंभीर सवाल भी उठाए.

तावडू में खनन माफियाओं द्वारा आदमपुर के सारंगपुर गांव के डीएसपी सुरेंद्र सिंह की ट्रक से कुचलकर हत्या करने के बाद मंगलवार देर रात नागरिक अस्पताल में शव को लाया गया. रात करीब 9:45 बजे डीएसपी के शव को हिसार के नागरिक अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया. इस दौरान भारी संख्या में पुलिस मौजूद रही.

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