मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पिहोवा के स्योंसर वन में मोलसरी का पौधा लगाकर 73 वें राज्य स्तरीय वन महोत्सव का किया आगाज।
वन मंत्री कंवर पाल, खेल मंत्री संदीप सिंह, सांसद नायब सिंह सैनी व विधायक सुभाष सुधा ने भी किया पौधा रोपण। मुख्यमंत्री ने सराहनीय कार्य करने वाले वन विभाग के कर्मचारियों को किया सम्मानित। भविष्य में पर्यावरण अवॉर्ड का ओर किया जाएगा विस्तार।
खेल मंत्री संदीप सिंह ने मुख्यमंत्री को स्योंसर सरस्वती वन में चिडिय़ा घर बनाने का दिया मांग पत्र।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने स्योंसर से ईशाक सडक़ को चौड़ा करने तथा गांव नीमवाला में औपचारिकताएं पूरी करने के बाद किया जाएगा मंडी का निर्माण।

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक

कुरुक्षेत्र पिहोवा 19 जुलाई : मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेश के प्रत्येक नागरिक को पौधा रोपण करके पौधों के पालन पोषण और सुरक्षा करने का संकल्प लेना होगा। इस संकल्प को लेने के बाद ही सभी के सांझे प्रयासों से पर्यावरण को सुरक्षित रखा जा सकेगा। इसलिए इस प्रदेश में ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाकर कोरोना जैसी महामारी से निपटने के लिए सरकार की तरफ से ऑक्सीवन बनाने की योजना को भी अमलीजामा पहनाया गया है। सरकार ने पेड़ों से लगाव रखने वाले और पर्यावरण को संरक्षित करने वाले लोगों के लिए दर्शनलाल जैन पर्यावरण अवॉर्ड की शुरूआत की है, भविष्य में पर्यावरण से जुड़े अवॉर्ड का ओर विस्तार किया जाएगा।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल मंगलवार को पिहोवा के गांव स्योंसर में सरस्वती वन में हरियाणा वन विभाग की तरफ से आयोजित 73 वें राज्य स्तरीय वन महोत्सव में बोल रहे थे। इससे पहले मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने वन विभाग के विश्राम गृह में मोलसरी का पौधा लगाकर विधिवत रूप से 73 वें राज्य स्तरीय वन महोत्सव का शुभारंभ किया। इस वन महोत्सव के शुभारंभ अवसर पर हरियाणा के वन मंत्री कंवर पाल, खेल मंत्री संदीप सिंह, सांसद नायब सिंह सैनी, विधायक सुभाष सुधा ने भी मोलसरी का पौधा लगाया। इस दौरान मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने वन विभाग के सराहनीय कार्य करने वाले डा. अशोक खासा, राजबीर सिंह, विरेन्द्र सिंह, सुरेश कुमार, प्रदीप को प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया। इस कार्यक्रम के बाद वन विभाग की तरफ से लोगों को फलदार व छायादार पौधे भी वितरित किए गए। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने खेल मंत्री संदीप सिंह की तरफ से रखी गई मांग स्योंसर से ईशाक सडक़ को चौड़ा करने और गांव नीमवाला में फिजिब्लिटी चैक करने के बाद मंडी का निर्माण करने की घोषणा की है।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सर्वप्रथम 1857 की क्रांति के महाननायक श्री मंगलपांडे की जयंती पर उन्हें नमन किया। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को वन महोत्सव की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सावन का पावनमास चल रहा है। हर तरफ प्रकृति अपनी अनूठी छटा बिखेरी हुई है। इस हरियाली में वन तो हरा भरा है ही लेकिन मन भी हरा भरा रहता है। वन अपने आप में उत्सव है। वन में चले जाते हैं तो वृक्षों का उत्सव अनोखी छटा बिखेरता है। उन्होंने कहा कि वन महोत्सव की शुरूआत सबसे पहले 1950 में कन्हैयालाल माणिकलाल ने की थी। तभी आज हम 73 वां वन महोत्सव मना रहे हैं। उन्होंने कहा कि कालांतर में इस पृथ्वी पर सबसे पहले वन उगे होंगे, पृथ्वी की जितनी आयु है उतनी वनों की आयु होगी। अभी तक के शोध से पता चला है कि वन किसी और गृह पर नहीं है, यह सिर्फ पृथ्वी पर है। हमें ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाने चाहिए और इनकी रक्षा व सुरक्षा करनी चाहिए।

वनों में होता है भगवान का वास : मनोहर
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि वनों में भगवान का वास होता है। मुख्यमंत्री ने इसे समझाते हुए कहा कि भ से भूमि, ग से गगन, वा से वायु और न से नीर इसका अर्थ है। ये सभी तत्व वनों में मिलते हैं। उन्होंने कहा कि वनों में पंचत्त्व भी होते हैं। वन से वायु मिलती है, वनों की लकड़ी से आग जलती है, वन इस पृथ्वी पर उगते हैं और वनों की वजह से वर्षा होती है और हमें जल मिलता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पेड़ों में जीव होते हैं। हमें जीवों को बचाना है तो वनों को बचाना होगा। आज हर व्यक्ति को दृढ़ संकल्प लेने की जरुरत है कि वह कम से कम एक पौधा जरुर लगाए और इसे पेड़ बनने तक सुरक्षित रखे।

पौधे लगाने का यह सबसे उपयुक्त समय : मनोहर
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि पौधे लगाने का यह सबसे उपयुक्त समय है। जुलाई, अगस्त और सितंबर में बारिश होती है। ऐसे में हमें ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाने चाहिए। सरकार हर वर्ष पौधे लगाती है। इस वर्ष भी 2 करोड़ पौधे लगाए जाएंगे। मौजूदा समय में हरियाणा का वन क्षेत्र 7.14 प्रतिशत है। इसे 20 प्रतिशत तक बढ़ाने के लिए अधिक से अधिक पेड़-पौधे लगाना बड़ा जरूरी है और यह जिम्मेवारी हम सबकी बनती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा सरकार ने बागवानी करने वाले किसानों को 1 एकड़ में बाग लगाने पर 10 हजार रुपये प्रति एकड़ तीन साल तक मुआवाजा देने की योजना भी शुरू की है।

मोरनी में 50 हजार एकड़ में लगाए जाएंगे औषधीय पौधे
मुख्यमंत्री ने कहा कि पतंजलि योग पीठ के सहयोग से मोरनी क्षेत्र के 50 हजार एकड़ में औषधीय पौधे लगाए जाने की योजना बनाई गई है। इस योजना से वहां के किसानों को लाभ मिलेगा। औषधीय पौधे हमारे काम आते हैं और जीवन रक्षक का कार्य करते हैं। मुख्यमंत्री ने वनों के महत्व पर बोलते हुए कहा कि महात्मा बौद्ध को पेड़ के नीचे ही ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। भगवान श्री कृष्ण ने वट वृक्ष के नीचे ही गीता का ज्ञान दिया था। इसके अलावा संत और सन्यासियों ने वृक्षों के नीचे ही तपस्या की थी। वृक्षों का महत्व हम सभी के जीवन में है।

75 साल से ज्यादा आयु के वृक्षों के लिए शुरू की पेंशन
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने 75 साल से अधिक आयु के वृक्षों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए प्राणवायु देवता पेंशन स्कीम शुरू की है। इस योजना के तहत 75 साल से अधिक आयु के वृक्षों के रखरखाव के लिए 2500 रुपये प्रति वर्ष प्रति पेड़ पेंशन का प्रावधान किया है। इसमें बुढ़ापा सम्मान पेंशन के अनुसार हर वर्ष बढ़ोतरी भी की जाएगी। फोरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट से इनकी आयु की वेरिफिकेशन करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने आजादी के ’अमृत महोत्सव’ के अवसर पर ’अमृत सरोवर’ की एक महत्वपूर्ण योजना की शुरूआत की है। जोहड़ हरियाणा के गांववासियों की जीवन रेखा है और इनको पूजा जाता है। इन जोहड़ों पर अब छायादार वृक्ष नहीं हैं। अत: इसी कड़ी में आज राज्य के 22 जिलों के 2200 ग्रामीण जोहड़ों पर बड़, पीपल, नीम और पिलखन के पौधे गणमान्य व्यक्तियों द्वारा रोपित किए गए हैं।

प्रदेशभर में और बनाए जाएंगे आक्सीवन
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेशभर में और ऑक्सीवन बनाए जाएंगे। इसके तहत 5 एकड़ से 100 एकड़ पर सैकड़ों की संख्या में पेड़ लगाए जाएंगे। अभी तक पंचकूला, करनाल, सोनीपत और यमुनानगर में आक्सीवन बनाए गए हैं। भविष्य में इसे और जगहों पर भी बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा की पेड़ बहुत कीमती है। माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने भी वृक्षों की महिमा को सम्मान दिया है और एक वृक्ष की कीमत पूरे 72 लाख मानी है। उन्होंने कहा कि हमें पेड़ों को संरक्षित करना चाहिए। किसी पेड़ को यदि कोई बीमारी है तो तत्काल वन विभाग को सूचित करना चाहिए। वन विभाग के पास इनसे जुड़ी बीमारियों की दवाई उपलब्ध होती है।

सांसद नायब सिंह सैनी ने कहा कि सरकार ने वनों के बीच जाकर वन महोत्सव मानने का निर्णय लेकर सराहनीय कार्य किया है। यह लोगों के लिए प्रेरणा स्त्रोत रहेगा और ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगेंगे। हरियाणा के वन एवं वन्य जीव मंत्री कंवर पाल ने कहा कि पर्यावरण की समस्या निरंतर बढ़ती जा रही है। विश्व में जहां भी बैठके होती है वहां पर आने वाले समय में पर्यावरण में सुधार करने की चर्चा होती है। उन्होंने कहा कि 50 वर्ष पहले पेड़ काटने वाले को अपराध की दृष्टि से देखा जाता था लेकिन वर्तमान में कोई चिंता नहीं करता। हमे पहले जैसा स्वच्छ वातावरण लाने के लिए ज्यादा ही ज्यादा पेड़ों को लगाना और उनका सरंक्षण करना अनिवार्य है ताकि भावी पीढ़ी को स्वच्छ वातावरण प्रदान करते हुए जीने का सुंदर माहोल प्रदान किया जा सके। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार ने मेरा पानी मेरी विरासत योजना के तहत धान की फसल में लगाने वाले किसानों को 7000 प्रोत्साहन राशि देने का निर्णय लिया था।

वन मंत्री ने कहा कि वन जनता के सहयोगी होते हैं जिंदगी के साथ और बाद तक पेड़ों की मेहता होती है। पेड़ अब भी और आने वाले समय में भी पुण्य देगा। वन विभाग ने किसानों के लिए उनकी मेड पर लगने वाले पेड़ों का सांझा करने का निर्णय लिया है। इस प्रकार पेड किसानों का सहयोग करेंगे। इसलिए एक पेड़ अवश्य लगाकर उसका सरंक्षण करना चाहिए। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों में कपास की फसल पर सुंडी लग गई । सरकार ने उसका ग्यारह सो करोड़ मुवावजा दिया और लोगो का चवालीस सो करोड़ का नुकसान हुआ। एक सर्वे से बात सामने आई की सुंडी को खाने वाली छोटी चिडिय़ा को हमने नष्ट कर दिया जो पर्यावरण के लिए हितकारी थी। इसी प्रकार पराली जलाने से भी भूमि की उपजाऊ शक्ति घटती है और भूमि बंजर हो जाती है।

खेल मंत्री संदीप सिंह ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि देशभर में ऑक्सिवन लगाने वाला हरियाणा पहला प्रदेश है। हर जिले में लगाए जा रहे है। इनसे ऑक्सीजन की कमी पूरी होगी जो कोविड के दौरान महसूस हुई थी। पर्यावरण को दूषित होने से बचाने के लिए अधिक से अधिक पेड़ लगाना है और उनकी सुरक्षा करना है। उन्होंने कहा कि ज्यादा पेड़ लगाने वालो के साथ सेल्फी विद डिनर, वार्तालाप जैसी योजनाएं बनाई जायेगी। समारोह में ए सी एस ए के सिंह, मुख्य प्रधान संरक्षक वन जगदीश चंद्र ने भी विभागीय गतिविधियों के बारे में अवगत करवाया।

इस मौके पर हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष धुमन सिंह किरमच, उपायुक्त मुकुल कुमार, पुलिस अधीक्षक डा. अंशु सिंगला, लेफ्टिनेंट बिक्रमजीत सिंह, भाजपा के जिला अध्यक्ष राजकुमार सैनी, भाजपा के कैथल जिला अध्यक्ष अशोक गुज्जर, नपा पिहोवा के चेयरमैन आशीष चक्रपाणी, भाजपा किसान मोर्चा के नेता मंदीप विर्क, भाजपा के नेता राजेन्द्र बाखली, मंडल अध्यक्ष राकेश पुरोहित, तरणदीप सिंह वडैच, जगपाल सिंह, गुरमेर सिंह, बलविन्द्र सिंह, कृष्ण मोर, बलजीत मोर, सतपाल गढी रोडान, गुरप्रीत काम्बोज, मोहित शर्मा, जयपाल कौशिक, रविकांत, लव तलवार, प्रिंस गर्ग, केशव सिंगला आदि उपस्थित थे।

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