चण्डीगढ, 17जूलाई:-हरियाणा रोङवेज कर्मचारी एकता युनियन के राज्य प्रधान बलवान सिंह दोदवा, वरिष्ठ राज्य उप-प्रधान सुरेश लाठर, महासचिव संजय गुलाटी, उप-महासचिव विमल शर्मा ग्योंग, कैशियर अशोक कुमार, आडिटर चन्द्रभान सोलंकी, कानूनी सलाहकार गगनदीप सिंह ढिल्लो, प्रैस सचिव अनील कुमार व पवन कुमार संहारण ने संयुक्त ब्यान जारी करते हुए आरोप लगाया है कि परिवहन निदेशक अपने पद का दुरुपयोग करके एक द्वेष भावना के तहत एकता युनियन के पदाधिकारियों का जमकर शौषण कर रहे हैं। उन्होंन बताया कि परिवहन निदेशक अपने पद की गरिमा को भूलकर औच्छी हरकतों पर उतर आये हैं तथा जो काम एक डिपो महाप्रबंधक को करने चाहियें वो काम खुद निदेशक महोदय कर रहे हैं। युनियन के बढते जनाधार से बौखलाकर निदेशक महोदय चहेतों के इशारे पर राज्य कमेटी के एक-एक सदस्य व अन्य पदाधिकारियों को चुन चुनकर किसी न किसी रूप में खुद व महाप्रबंधको द्वारा प्रताड़ित करवाने का काम कर रहे हैं जो निंदनीय है। राज्य प्रधान बलवान सिंह दोदवा ने बताया कि निदेशक महोदय एक युनियन के साथ भेदभाव करके अपनी औच्छी मानसिकता का परिचय दे रहे हैं क्योकि परिवहन निदेशक विभाग का मुखिया होता है। इसलिए मुखिया होने के नाते उन्होंन सभी संगठन व कर्मचारी बराबर आंकने चाहिएं लेकिन यहां पर सरेआम भेदभाव किया जा रहा है जो नहीं होना चाहिए। उन्होंन बताया कि जब से हरियाणा रोङवेज कर्मचारी एकता युनियन का गठन हुआ है तभी से परिवहन अधिकारी व अन्य संगठनों में बेचैनी बनी हुई है। इसीलिए परिवहन निदेशक चहेतों के इशारे पर भेदभाव कर रहे हैं। इसलिए युनियन ने अपील है कि निदेशक महोदय भेदभाव का रवैया छोड़कर युनियन पदाधिकारियों को प्रताड़ित करने का काम बंद करे। दोदवा ने बताया कि युनियन ने 16 जून, 2022 को लिखित पत्र देकर 10 दिन के अन्दर निदेशक महोदय से मिलने का समय मांगा था लेकिन आज एक महिना से उपर हो गया है युनियन प्रतिनिधिमंडल को मिलने का समय नहीं दिया गया है बल्कि समय देने की बजाय उल्टा युनियन नेताओं को प्रताड़ित करना शुरू कर दिया है। उन्होंन बताया कि परिवहन निदेशक अन्य संगठनों की तरह इस संगठन को भी अपनी कठपुतली बनाना चाहते हैं जो उनके इशारे पर काम करे लेकिन हम यहां स्पष्ट करना चाहते हैं कि यह संगठन पुरी निष्ठा व ईमानदारी के साथ कर्मचारी व विभाग हित में काम करेगा लेकिन किसी की कठपुतली बनकर काम नहीं करेगा। उन्होंन कहा कि संगठन दिये गये पत्र अनुसार एक स्मरण पत्र देकर एक सप्ताह के अंदर परिवहन निदेशक से मिलने का समय देने की अपील करेगा। अगर फिर भी समय नहीं मिला तो युनियन प्रतिनिधिमंडल अपने स्तर पर कार्य दिवस के किसी भी दिन परिवहन निदेशक से मिलने के लिए जायेगा। युनियन ने चेतावनी दी है कि अगर परिवहन निदेशक ने मिलने के लिए आनाकानी या कोई बदतमीजी की तो युनियन प्रतिनिधिमंडल वहीं पर कोई निर्णय लेकर परिवहन निदेशक के खिलाफ सीधा मोर्चा खोलकर आन्दोलन करने का काम करेगा। जिसकी सारी जिम्मेदारी परिवहन निदेशक की होगी। Post navigation अभय सिंह चौटाला ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ को उप-राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाए जाने पर शुभकामनाएं दी हरियाणा राज्य सतर्कता ब्यूरो ने रिश्वत लेने के आरोप में अग्जमटी सब-इंस्पेक्टर को गिरफ्तार किया