सहभागी भूजल प्रबंधन (पीजीडब्ल्यूएम) दृष्टिकोण अपनाकर योजना और निष्पादन चरण में समुदाय को किया गया शामिल समुदाय के सदस्यों के बीच जिम्मेवारी की भावना पैदा करने के लिए यह दृष्टिकोण महत्वपूर्ण – श्री सतबीर सिंह कादियान चंडीगढ़, 16 जुलाई- अटल भूजल योजना में बड़े पैमाने पर सामुदायिक भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए, हरियाणा सरकार ने अब राज्य में गिरते भूजल स्तर के बारे में जन जागरूकता फैलाने के लिए प्रभावी आईईसी गतिविधियों को अपनाने की योजना बनाई है। यह बात अटल भूजल योजना हरियाणा के परियोजना निदेशक श्री सतबीर सिंह कादियान ने आज सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग, पंचकूला में इस परियोजना की प्रगति के संबंध में समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही। श्री सतबीर सिंह कादियान ने कहा कि अटल भूजल योजना 25 दिसंबर 2019 को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 95वीं जयंती पर प्रधानमंत्री श्रीनरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई एक भूजल प्रबंधन योजना है। उन्होंने कहा कि इस योजना का उद्देश्य भारत के सात राज्यों में भूजल प्रबंधन में सुधार करना है। चयनित सात राज्यों में हरियाणा भी शामिल है, जहां विभाग द्वारा अटल भूजल योजना लागू की जा रही है। हरियाणा के 14 जिलों (1669 ग्राम पंचायतों को कवर करने वाले 36 ब्लॉक) को योजनाबद्ध तरीके से सुधार करने हेतु चिह्नित गया है, जहां भूजल की खपत और भूजल में गिरावट की दर अधिक थी। श्री सतबीर सिंह कादियान ने बताया कि अटल भूजल योजना (अटल जल) 6000 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ एक केंद्रीय योजना है, जिसमें से 3,000 करोड़ रुपये विश्व बैंक से ऋण के रूप में और 3,000 करोड़ रुपये भारत सरकार से योगदान के रूप में प्रदान किए जा रहे हैं। इस योजना के तहत राज्यों को सहायता अनुदान के रूप में राशि प्रदान की जा रही है। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत पूर्व-सहमति परिणामों की उपलब्धि के आधार पर विश्व बैंक की ओर से भारत सरकार को धनराशि वितरित की जाएगी। उन्होंने बताया कि इसी दृष्टिकोण के आधार पर विश्व बैंक द्वारा योजना की प्रगति की समीक्षा करने और भावी रूपरेखा पर चर्चा करने के लिए एक बैठक की गई थी। अटल भूजल योजना के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए इस बात पर जोर दिया गया है कि सतत भूजल प्रबंधन से संबंधित योजनाओं को क्रियान्वित करने वाले संबंधित सरकारी विभागों को एकरूपता लाने के लिए एक साथ आना चाहिए। बैठक के दौरान अटल भूजल योजना के तहत चयनित सभी 14 जिलों ने प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की। बाद में बैठक में जिलेवार रैंकिंग भी प्रस्तुत की गई जिसमें सिरसा शीर्ष पर रहा जबकि फरीदाबाद ने अंतिम स्थान हासिल किया। श्री कादियान ने कहा कि पिछली योजनाओं के अनुभवों को ध्यान में रखते हुए, अटल भूजल योजना के तहत योजना और निष्पादन चरण में समुदाय को शामिल करने के लिए सहभागी भूजल प्रबंधन (पीजीडब्ल्यूएम) दृष्टिकोण अपनाया गया है। समुदाय के सदस्यों के बीच जिम्मेवारी की भावना पैदा करने के लिए यह दृष्टिकोण महत्वपूर्ण है। बैठक में टास्क टीम लीडर, विश्व बैंक के श्री सत्य प्रिया और एस. एम के गोयल विश्व बैंक के प्रतिनिधि के रूप में शामिल हुए। इनके अलावा एक्सईएन अटल भूजल योजना, संबंधित विभागों के प्रतिनिधि और एसपीएमयू और डीपीएमयू की टीमें भी मौजूद रही। Post navigation पंचायत व निकाय चुनाव में भी हो पिछड़ा वर्ग के लिये आरक्षण – दीपेंद्र हुड्डा राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने आरोग्य भारती पंचकूला द्वारा आयोजित दो दिवसीय पर्यावरण योजनात्मक कार्यशाला का दीप प्रज्जवलित कर किया शुभारंभ