जुमलेबाजी करने व सीएमओ और गृहमंत्री के बीच वर्चस्व की लडाई को छोडकर हरियाणा के बिगडी कानून व्यवस्था पर नकेल कसने का काम करे। विद्रोही
प्रदेश में 244 मोस्ट वाटेंड अपराधी होने व 8 बड़े अपराधियों पर 50 हजार से 5 लाख रूपये तक की ईनाम राशी होने पर भी भाजपा खट्टर व पुलिस का प्रदेश की बिगडी कानून व्यवस्था की सच्चाई स्वीकार न करना और भी चिंता का विषय है।  विद्रोही

12 जुलाई 2022 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने भाजपा-जजपा सरकार से मांग की कि जुमलेबाजी करने व सीएमओ और गृहमंत्री के बीच वर्चस्व की लडाई को छोडकर हरियाणा के बिगडी कानून व्यवस्था पर नकेल कसने का काम करे। विद्रोही ने कहा कि विगत दो माह से अपराधी विधायकों को जान से मारने की धमकी दे रहे है व फिरौती मांग रहे है, फिर भी भाजपा सरकार व हरियाणा पुलिस ने इन अपराधियों को चिन्हित करके पकडने के लिए कोई ठोस कदम नही उठाये है और जब 6 विधायकों को ऐसी धमकी मिलने के बाद कांग्रेस ने इसे मुद्दा बनाया, तब कहीं जाकर दो दिन पूर्व सरकार ने इसकी जांच के लिए एसटीएफ का गठन करने की घोषणा की। सरकार का यह रवैया बताता है कि वह कानून व्यवस्था में सुधार पर कितनी गंभीर है। प्रदेश में आज हालत यह है कि अपराधी बेखौैफ है, हरियाणा पुलिस के हौसले पस्त है और आमजन अपराधियों के त्रस्त है। वहीं मुख्यमंत्री खट्टर जीे व गृहमंत्री अनिल विज कानून व्यवस्था बहुत अच्छी है, इस पर जुमलेबाजी करके वास्तविकता से आंखे मूंदे हुए है। 

विद्रोही ने कहा कि जब-जब विपक्ष-कांग्रेस प्रदेश की बिगडी कानून व्यवस्था पर सवाल उठाता है, तब-तब भाजपा खट्टर सरकार उस पर गंभीरता दिखाकर ठोस कदम उठाने की बजाय कांग्रेस पर ही कानून व्यवस्था पर राजनीति करने का बेतुका आरोप लगाकर अपनी जवाबदेही से पल्ला झाडने का कुप्रयास करती है। जब सरकार यह स्वीकारेगी ही नही कि कानून व्यवस्था बिगड़ रही है तो उसमें सुधार क्या खाक करेगी? प्रदेश की कानून व्यवस्था इतनी लचर है कि गैंगस्टर्स लोरेंस बिश्नोई, नीरज बवाना, काला जेठडी, गोल्डी बराड़ गैंग प्रदेश में अपने कुख्यात 35 शार्प शूटर्स से पिछले एक साल में ही 20 हत्याएं करवा चुके है व लोगों को डराकर करोड़ों रूपये फिरौती के रूप में वसूल चुके है। इन गैंगस्टर्स से डरे हुए व्यापारी, उद्योगपति धमकी मिलने पर भी पुलिस में रिपोर्ट करने की बजाय मुंह मांगी रकम देकर अपना पीछा छुडाते है। पुलिस से लोगों का विश्वास उठता जा रहा है जो भारी चिंता का विषय है। प्रदेश में 244 मोस्ट वाटेंड अपराधी होने व 8 बड़े अपराधियों पर 50 हजार से 5 लाख रूपये तक की ईनाम राशी होने पर भी भाजपा खट्टर व पुलिस का प्रदेश की बिगडी कानून व्यवस्था की सच्चाई स्वीकार न करना और भी चिंता का विषय है। 

विद्रोही ने कहा कि दिल्ली से लगते एनसीआर क्षेत्र गुरूग्राम, फरीदाबाद, रेवाडी, सोनीपत में अपराधी दिन-दहाड़े अपराध को अंजाम देेते है और पुलिस उन पर अंकुश नही लगा पा रही। कानून व्यवस्था नियंत्रण में है, यह कहने मात्र से काम नही चलने वाला अपितु कानून व्यवस्था पर नियंत्रण करने ठोस कड़े कदमे उठाने की जरूरत है। विद्रोही ने मांग की कि प्रदेश के सभी उच्च व जिला स्तर के पुलिस अधिकारियों की नियुक्तिया राजनीति, जातिवाद, भाई-भतीजावाद व सिफारिश से करने की बजाय पुलिस अधिकारियों के पूर्व सर्विस रिकार्ड, पेशेवर दक्षता को आधार बनाकर की जाये ताकि अपराधियों पर लगाम लगाकर कानून व्यवस्था को नियंत्रित किया जा सके। 

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