केंद्रीय मंत्री ने गतिशक्ति व प्रगति का हाईवे हैशटैग के साथ ट्वीट कर दी जानकारी

गुरुग्राम, 11 जुलाई। गुरुग्राम-दिल्ली एक्सप्रेस-वे पर ट्रैफिक के दबाव को कम करने व दिल्ली के द्वारका से गुरुग्राम की सीधी कनेक्टिविटी के लिए विकसित किया जा रहा द्वारका एक्सप्रेस-वे वर्ष 2023 में चालू हो जाएगा। विभिन्न ट्वीट्स के माध्यम से उक्त जानकारी देते हुए केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी ने बताया कि द्वारका एक्सप्रेस-वे, जिसे हरियाणा हिस्से में नदर्न पेरीफ़ेरल सड़क के रूप में भी जाना जाता है, को भारत में पहले एलिवेटेड अर्बन एक्सप्रेस-वे के रूप में विकसित किया जा रहा है।

श्री गडकरी ने आज सोमवार को गतिशक्ति व प्रगति का हाईवे हैशटैग के साथ विभिन्न ट्वीट्स के माध्यम से बताया कि द्वारका एक्सप्रेस-वे दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे (स्वर्णिम चतुर्भुज की दिल्ली-जयपुर-अहमदाबाद-मुंबई शाखा का हिस्सा) और मुख्य रूप से पश्चिमी दिल्ली की ओर से जो यात्त्री आते हैं, जिनसे होने वाली यातायात की भारी भीड़ से ग्रस्त मुख्य सड़कों पर दबाव कम करेगा। उन्होंने कहा कि एनएच-48 पर पचास से साठ प्रतिशत ट्रैफिक को नए एक्सप्रेस-वे पर डायवर्ट किया जाएगा, जिससे सोहना रोड, गोल्फ कोर्स रोड और गोल्फ़ कोर्स एक्सटेंशन रोड पर यातायात व्यवस्था में सुधार होगा। उन्होंने कहा कि वर्ष 2023 में इस एक्सप्रेस-वे के चालू होने के बाद दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण को कम करने में भी काफी मदद मिलेगी।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में सरकार सक्रिय रूप से देश के कोने-कोने में विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचे के विकास को प्राथमिकता दे रही है और ‘कनेक्टिविटी के माध्यम से समृद्धि’ का मार्ग प्रशस्त कर रही है। उन्होंने बताया कि दिल्ली के द्वारका व हरियाणा के गुरुग्राम को जोड़ने वाले इस मार्ग को ₹9 हजार करोड़ की लागत से विकसित किया जा रहा है।

-एक्सेस-कंट्रोल वाला होगा एक्सप्रेस-वे
श्री गडकरी ने एक अन्य ट्वीट के माध्यम से बताया कि यह 16-लेन एक्सेस-कंट्रोल हाई-वे है जिसमें दोनों तरफ न्यूनतम 3-लेन सर्विस रोड का प्रावधान है। 29 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेस-वे में 19 किलोमीटर लंबाई हरियाणा प्रदेश में पड़ती है जबकि शेष 10 किलोमीटर लंबाई दिल्ली में पड़ती है।

-एक्सप्रेसवे में बहु-स्तरीय इंटरचेंज के साथ होगी देश की सबसे लंबी व चौड़ी शहरी सड़क सुरंग
श्री गडकरी ने कहा कि द्वारका एक्सप्रेस-वे में भारत के शहरी क्षेत्र में सबसे लंबी 3.6 किलोमीटर और सबसे चौड़ी (8 लेन) शहरी सड़क सुरंग के निर्माण सहित प्रमुख जंक्शनों पर 4 बहु-स्तरीय इंटरचेंज (सुरंग/अंडरपास, ग्रेड रोड, एलिवेटेड फ्लाईओवर और फ्लाईओवर के ऊपर फ्लाईओवर) होंगे। एक्सप्रेस-वे एनएच -48 (दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे) पर शिव-मूर्ति से शुरू होता है और दिल्ली द्वारका के सेक्टर 21 से होते हुए गुरुग्राम सीमा और बसई के माध्यम से खेड़की दौला टोल प्लाजा के पास समाप्त होता है।

-अत्याधुनिक इंटेलिजेंट ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम से लैस होगा द्वारका एक्सप्रेस-वे
उन्होंने कहा कि उन्नत यातायात प्रबंधन प्रणाली, टोल प्रबंधन प्रणाली, सीसीटीवी कैमरा, निगरानी आदि जैसे अत्याधुनिक इंटेलिजेंट ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम (आईटीएस) इस विश्व स्तरीय गलियारे का हिस्सा होंगे। वहीं राजधानी दिल्ली के यातायात के दबाव को कम करने में भी यह परियोजना काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। उन्होंने बताया कि एक बार द्वारका एक्सप्रेस-वे पूरा हो जाने के बाद, यह द्वारका के सेक्टर 25 में आने वाले इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (आईआईसीसी) तक सीधी पहुंच प्रदान करेगा और सुरंग के माध्यम से आईजीआई हवाई अड्डे को वैकल्पिक कनेक्टिविटी भी प्रदान करेगा।

-पर्यावरण की दृष्टि से लगाए जाएंगे 12 हजार पेड़
एक अन्य ट्वीट के माध्यम से श्री गडकरी ने बताया है कि वर्ष 2023 में शुरू होने जा रहा यह एक्सप्रेस-वे कई मायनों में खास होगा। उन्होंने बताया कि पर्यावरण संरक्षण के तहत एक्सप्रेस-वे पर 12 हजार पेड़ लगाए जाएंगे। इसके साथ ही परियोजना के पूर्ण होने पर इंजीनियरिंग क्षेत्र के कई शानदार निर्माण देखने को मिलेंगे जिसमें 34 मीटर चौड़ा 8-लेन राजमार्ग शामिल है, जोकि अपनी तरह का पहला राजमार्ग है। इस परियोजना के निर्माण के लिए 2 लाख मीट्रिक टन स्टील (एफिल टॉवर में इस्तेमाल स्टील का 30 गुना) और 20 लाख घन मीटर कंक्रीट (बुर्ज खलीफा के कंक्रीट का 6 गुना) की खपत होने का अनुमान है।

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