कुरुक्षेत्र में बाबा माखन शाह लबाना व बाबा लक्खी शाह वंजारा जयंती पर भव्य समारोह

कुरुक्षेत्र में बाबा माखन शाह लबाना व बाबा लक्खी शाह वंजारा जयंती पर भव्य समारोह

पिछड़ा वर्ग आयोग को नए सिरे से बना रही हरियाणा सरकार – मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल

महापुरुषों के संदेश को साकार करने के लिए सरकार ने बनाई कई योजनाएं -मुख्यमंत्री

हरियाणा सरकार सभी वर्गों के सामाजिक, शैक्षणिक और आर्थिक उत्थान के लिए प्रतिबद्ध

प्रदेश में बेघर घुमन्तू परिवारों को बसाने के लिए योजना बना रही सरकार – श्री मनोहर लाल

चंडीगढ़, 10 जुलाई – धर्मक्षेत्र-कुरुक्षेत्र की पावन भूमि पर बाबा माखन शाह लबाना व बाबा लक्खी शाह वंजारा जयंती समारोह भव्य तरीके से मनाया गया। इस अवसर पर, मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि सरकार पिछड़ा वर्ग आयोग को नए सिरे से बना रही है। इसके बनने के बाद समाज की सभी समस्याओं की चिंता यह आयोग भी करेगा। आयोग के माध्यम से सभी योजनाओं का लाभ लाभार्थियों को मिले, यह सुनिश्चित किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि बाबा बंदा सिंह की राजधानी लोहगढ़ को विकसित किया जाएगा और बाबा लक्खी शाह वंजारा के नाम की भी वहाँ व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने कहा कि समाज की कुछ जातियां एससी तो कुछ बैकवर्ड क्लास में है, हमने इसके लिए केंद्र सरकार को लिखा है। मुख्यमंत्री ने अपील की कि समाज के जो लोग ज्यादा कमजोर हैं, केवल उन्हें ही अनुसूचित जाति में जाना चाहिए। श्री मनोहर लाल ने घोषणा की कि नगर पालिका कुरुक्षेत्र में कम्युनिटी सेंटर को लक्खी शाह वंजारा के नाम से बनवाया जाएगा। उन्होंने लबाना भवन के लिए जगह तय करने के निर्देश दिए। उन्होंने उपायुक्तों को निर्देश दिए कि जिन जिलों में समाज के लोग रहते हों वहां के किसी चौक-चौराहे, कम्युनिटी सेंटर या शिक्षण संस्थान को बाबा माखन शाह लबाना व बाबा लक्खी शाह वंजारा के नाम से किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज के लोगों को जहां जमीन चाहिए तो स्थानीय स्तर पर प्रस्ताव पास करवाना पड़ेगा। अगर उनके पास प्रस्ताव आता है तो वे उस पर तुरंत कार्यवाही करेंगे।

वंजारा समाज बहुत ही संघर्षशील, मेहनती और स्वाभिमानी        

 श्री मनोहर लाल ने कहा कि वंजारा समाज बहुत ही संघर्षशील, मेहनती और स्वाभिमानी समाज है। पूरे देश में एक अलग ही संस्कृति में जीने वाले के रूप में यह समाज अपनी विशिष्ट पहचान बनाए हुए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने समाज के अंतिम और वंचित व्यक्ति का उत्थान करने का बीड़ा उठाया हुआ है। घुमन्तू जातियों को समाज की मुख्य धारा में लाने के लिए इनके परिवारों के पहचान पत्र बनाये गये हैं। अब इन्हें सरकार की सभी योजनाओं एवं सेवाओं का लाभ परिवार पहचान पत्र के माध्यम से मिलेगा। प्रदेश में बेघर घुमन्तू परिवारों का एक सर्वे किया जा चुका है और उन्हें बसाने के लिए हम एक योजना बना रहे हैं। घुमन्तू जातियों के युवाओं को नौकरियों की भर्ती में 5 अतिरिक्त अंक दिये जाते हैं। मुझे खुशी है कि वर्ष 2018 से 2022 तक यह लाभ उठाते हुए लगभग 1500 युवाओं को सरकारी नौकरी मिली हैं। घुमन्तू जातियों के कल्याण के लिए घुमन्तू जाति आयोग तथा सफाई कर्मचारियों के हितों की रक्षा के लिए हरियाणा राज्य सफाई कर्मचारी आयोग का गठन किया गया है।

भाई माखन शाह लबाना और भाई लक्खी शाह वंजारा का श्री गुरु तेग बहादुर जी से गहरा संबंध       

 मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि गीता की इस जन्मस्थली को सिख गुरुओं ने भी अपने पावन चरणों से पवित्र किया है। श्री गुरु नानक देव जी 1508 ई. में अपनी पहली उदासी में सिरसा से कराह, पिहोवा होते हुए कुरुक्षेत्र पहुंचे थे। यहां समय-समय पर आठ गुरुओं का आगमन हुआ। इसी पावन भूमि पर आज बाबा माखन शाह लबाना व बाबा लक्खी शाह वंजारा जी की जयंती पर उनको नमन करता हूँ। मुख्यमंत्री ने कहा कि भाई माखन शाह लबाना और भाई लक्खी शाह वंजारा दोनों का श्री गुरु तेग बहादुर जी के साथ गहरा संबंध रहा है। उन्होंने कहा कि गुरु की खोज में बाबा माखन शाह लबाना ने अहम भूमिका निभाई। बाबा माखन शाह जहां बकाला में सच्चे गुरु श्री गुरु तेग बहादुर जी को खोजने में सफल हुए वहीं जब औरंगजेब ने दिल्ली के चांदनी चौक में हिन्द की चादर गुरु तेग बहादुर जी का शीश कलम करवा दिया था तो बाबा लक्खी शाह वंजारा गुरु श्री तेग बहादुर साहिब का धड़ सही सलामत लाने में सफल हुए और उनका सम्मानपूर्वक दाह संस्कार कराया।

महापुरुष किसी भी धर्म व जाति के न होकर सभी के – मुख्यमंत्री       

 मुख्यमंत्री ने कहा कि महापुरुष किसी भी धर्म व जाति के न होकर सभी के होते हैं। उनका महान व्यक्तित्व, उनके विचार, उनके आदर्श प्रकाश स्तम्भ की तरह हमारा सदा मार्गदर्शन करते हैं और प्रेरणा देते हैं। ऐसी महान विभूतियों की शिक्षाएं पूरे मानव समाज की धरोहर हैं। उनकी विरासत को सम्भालने व सहेजने की जिम्मेदारी हम सबकी है। इसलिए हम संत-महापुरुष विचार सम्मान एवं प्रसार योजना के तहत संतों व महापुरुषों के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने का काम कर रहे हैं। हमारा उद्देश्य यह है कि नई पीढ़ी उनके जीवन व कार्यों से प्रेरणा व मार्गदर्शन प्राप्त करे। श्री मनोहर लाल ने कहा कि महापुरुषों ने जो समानता का संदेश दिया है, उसे साकार करने के लिए हमने अनेक ऐसी योजनाएं बनाई हैं, जिनसे गरीब से गरीब व्यक्ति का जीवन स्तर ऊंचा उठ सके। हम प्रदेश में उन परिवारों को आर्थिक रूप से मजबूत करने में लगे हैं जो किन्हीं कारणों से पिछड़े रह गए। हम सभी वर्गों के सामाजिक, शैक्षणिक और आर्थिक उत्थान के लिए प्रतिबद्ध हैं।

महापुरुषों की जयंतियां राज्य स्तर पर मनाने की पहल        

श्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेश में संत कबीर दास जी, महर्षि वाल्मीकि, महर्षि कश्यप, डॉ. भीमराव अम्बेडकर और गुरु रविदास जी आदि संतों व महापुरुषों की जयंती को राज्य स्तर पर मनाया जाता है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने आजादी का अमृत महोत्सव के अन्तर्गत श्री गुरु तेग बहादुर जी के 400वें प्रकाश वर्ष को देश-भर में मनाने का निर्णय लिया। इसी कड़ी में गत 24 अप्रैल को पानीपत में राज्य स्तरीय समारोह का आयोजन किया गया। प्रधानमंत्री जी ने दशम पातशाह श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के साहबजादों जोरावर सिंह और फतेह सिंह के शहीदी दिवस 26 दिसम्बर को हर वर्ष वीर बाल दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। इसी तरह, प्रदेश में श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व और श्री गुरु गोबिन्द सिंह जी के 350वें प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में भी राज्य स्तरीय आयोजन किये गए। हमने अमर स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती को पराक्त्रम दिवस के रूप में मनाने की पहल की है।       

 इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के साथ खेल राज्य मंत्री सरदार संदीप सिंह, सांसद श्री नायब सिंह सैनी, विधायक श्री सुभाष सुधा, श्री हरविंदर कल्याण, श्री रामकुमार कश्यप, पूर्व मंत्री श्री कर्ण देव कंबोज, श्री कृष्ण बेदी, वंजारा समाज के प्रदेश अध्यक्ष श्री किशोरी लाल, लबाना समाज के उपाध्यक्ष श्री हरजीत सिंह सहित कई समाज के कई गणमान्य मौजूद रहे।

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