बुधवार को केन्द्रीय राज्यमंत्री राव इन्द्रजीत सिंह के द्वारा पेयजल नहरी पानी व्यवस्था की समीक्षा के लिए बुलाई गई बैठक में जिला रेवाड़ी के सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने खुद भी स्वीकारा कि जिले में पेयजल व्यवस्था इसलिए लडखडाई हुई है
30 जून 2022 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने आरोप लगाया कि भाजपा खट्टर सरकार व अहीरवाल से सम्बन्धित भाजपा सांसद-विधायक विगत आठ सालां से झूठ पर झूठ पेलते आ रहे है कि दक्षिणी हरियाणा को पूर्व कांग्रेस सरकार की तुलना में ज्यादा नहरी पानी दिया जा रहा है। लेकिन कटु सत्य यही है कि ज्यादा नहरी पानी देना तो दूर की बात, इस क्षेत्र की नहरी आधारित पेयजल परियाजनाओं को मांग अनुसार भी नहरी पानी नही दिया जा रहा है।
विद्रोही ने कहा कि बुधवार को केन्द्रीय राज्यमंत्री राव इन्द्रजीत सिंह के द्वारा पेयजल नहरी पानी व्यवस्था की समीक्षा के लिए बुलाई गई बैठक में जिला रेवाड़ी के सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने खुद भी स्वीकारा कि जिले में पेयजल व्यवस्था इसलिए लडखडाई हुई है क्योंकि पेयजल आधारित परियोजनाओं को जरूरत के अनुसार नहरी पानी उपलब्ध नही करवाया जा रहा। रेवाडी जिले में ही नहरी पानी आधारित पेयजल परियोजनाओं को सूचारू रूप से चलाने के लिए 750 क्यूसिक पानी चाहिए जबकि मिल रहा है केवल 500 क्यूसिक पानी। जब अधिकारी खुद ही स्वीकार कर रहे हे कि पेयजल के लिए जिले को आवश्यकताओं से एक तिहाई नहरी पानी कम मिल रहा हैे जो सहज अनुमान लगाया जा सकता है कि विगत 8 सालों से भाजपा सरकार का अहीरवाल को ज्यादा नहरी पानी देने का दावा कितना असत्य हैे व किस तरह अहीरवाल के लोगों को झूठ परोसकर छला जा रहा है।
विद्रोही ने कहा कि भाजपा सरकार ने यह भी दावा किया था कि अहीरवाल मे 16वें दिन नहरी पानी दिया जा रहा है, लेकिन सिंचाई विभाग के अधिकारी खुद कह रहे है कि इस क्षेत्र को 23-24 दिन बाद नहरी पानी दिया जा रहा है जिसके कारण नहरी पानी पर आधारित पेयजल योजनाओं में भी पर्याप्त पानी देने में असमर्थ है। जब रेवाडी जिले को मांग के विपरित केवल 66 प्रतिशत ही नहरी पानी पेयजल योजनाओं के लिए मिलेगा तो स्वभाविक है कि लोगों को पीने का पर्याप्त पानी नही मिलेगा व पीने के पानी में राशनिंग कटौती होगी। अहीरवाल में विगत 6-7 साल से यही खेल चल रहा है। हर माह पानीे की कटौती होती है और हर माह 15 दिन पानी की राशनिंग होती है जिसमें कभी कम पानी दिया जाता है और कभी एक दिन छोड़कर पानी दिया जाता है। पूरे अहीरवाल में चाहे रेवाडी जिला या महेन्द्रगढ़़ या गुरूग्राम, कहीं भी आवश्यकता के अनुसार नहरी पानी पेयजल योजनाओं को सुचारू रूप से चलाने के लिए नही मिल रहा है।
विद्रोही ने सवाल किया कि जब सरकार नागरिकों को पीने के पानी की मूलभूत जरूरत की पूर्ति करने की व्यवस्था करने में असमर्थ है तो ऐसी सरकार कितनी नकारा सरकार है, यह बताने की जरूरत नही। अहीरवाल में दावा तो ज्यादा नहरी पानी देकर खेती की सिंचाई का किया जाता है, लेकिन जमीनी धरातल की वास्तविकता यह है कि खटटर सरकार नहरी पानी सहित विकास व सामाजिक सरोकारों में इस क्षेत्र के साथ शुरूआत से ही सौतेला व भेदभावपूर्ण व्यवहार करती आ रही है।