सरकार को गेहूं खरीद की आढ़तियों की आढ़त व पल्लेदारों की मजदूरी सैकड़ों करोड रुपए जो बकाया है वह ब्याज सहित देनी चाहिए- बजरंग गर्ग

चंडीगढ़- हरियाणा प्रदेश  व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष व हरियाणा कान्फैड़ के पूर्व चेयरमैन बजरंग गर्ग ने मंडी के आढ़ती व मजदूरों से बातचीत करने के उपरांत कहा कि सरकार की गलत नीतियों के कारण हरियाणा की अनाज मंडियां बंद होने के कगार पर है जबकि हरियाणा में गेहूं की सरकारी खरीद हुए लगभग 60 दिन बीत चुके हैं। सरकार ने अभी तक आढ़तियों की आढ़त व पल्लेदारों की मजदूरी सैकड़ों करोड रुपए अभी तक नहीं दी है। आढ़ती‌ व पल्लेदार सरकारी दफ्तरों में कमीशन व मजदूरी लेने के लिए चक्कर पर चक्कर लगा रहे हैं।

बजरंग गर्ग ने कहा कि जबकि सरकार ने पिछले सीजन की गेहूं खरीद की आढ़त व मजदूरी करोड़ों रुपए अनेकों चक्कर लगाने के पर 10 महीने के बाद सरकार ने दी थी, जबकि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने घोषणा की थी कि लेट कमीशन व मजदूरी का 12 प्रतिशत ब्याज दिया जाएगा मगर पिछली लेट पेमेंट का अभी तक कोई ब्याज नहीं दिया गया है। श्री गर्ग ने हरियाणा सरकार से मांग की है कि अप्रैल 2022 की गेहूं खरीद का कमीशन व मजदूरी का भुगतान तुरंत ब्याज सहित किया जाए और पिछली गेहूं खरीद का जो करोड़ों रुपए ब्याज बाकी है उसका भी भुगतान किया जाए। श्री गर्ग ने कहा कि किसान की हर फसल मंडी के आढ़तियों के माध्यम से खुली बोली में बिकनी चाहिए ताकि किसान को फसल के उचित भाव मिलने के साथ-साथ आढ़तियों को कमीशन मिल सके। बजरंग गर्ग ने कहा कि फसलों का भुगतान किसानों की इच्छा अनुसार आढ़ती या सीधे किसान के खाते में सरकार को करना चाहिए जबकि आढ़तियों की आढ़त 2.5 प्रतिशत है जबकि पिछले 2 सालों से सरकार द्वारा आढ़तियों को आढ़त कम दी जा रही है जो उचित नहीं है।

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