राजनीति में नेता नहीं, सामाजिक कार्यकर्ता आए आगे: जरावता

पीएम मोदी के नेतृत्व में भाजपा ने राजनीति की नई परिभाषा लिखी.
इको अवेयरनेस सोसायटी के द्वारा लगाए वाटर कूलर का उद्घाटन.
राजपूतों ने देश की रक्षा की – वैश्य समाज ने धर्मार्थ के कार्य किये.
इको अवेयरनेस सोसायटी के द्वारा किए जा रहे कार्यों की सरहाना की

फतह सिंह उजाला

पटौदी । राजनीति में अब नेताओं की नहीं , नेताओं से अधिक सामाजिक कार्यकर्ताओं की जरूरत है और सामाजिक कार्यकर्ताओं को भी राजनीति में आगे आना चाहिए ।। पीएम मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी के द्वारा राजनीति की नई परिभाषा लिखी गई है । राजनीति सही मायने में समाज सेवा का कार्य है। राजनीति इसलिए नहीं है कि राजनीति में आकर लूट का सूट करते हुए अपना घर भरा जाए। पीएम मोदी के नेतृत्व में बीते 8 वर्ष के कार्यकाल के दौरान जितने भी जनहित के कार्य किए गए हैं, उन सभी कार्यों को देखते हुए आज राजनीति की परिभाषा पूरी तरह से बदल चुकी है। पीएम मोदी सहित भारतीय जनता पार्टी की नीति और नियत केवल और केवल राजनीति सहित सत्ता में रहते हुए जन सेवा करना ही है। यह बात पटौदी के एमएलए एडवोकेट सत्य प्रकाश जरावता ने हेलीमंडी में इको अवेयरनेस सोसायटी के द्वारा लगाए गए वाटर कूलर का उद्घाटन करने के उपरांत एक समारोह में कहीं ।

इससे पहले एमएलए एडवोकेट सत्य प्रकाश जरावता ने पौधारोपण भी किया । साथ ही उन्होंने आह्वान किया कि घटते भूमिगत जलस्तर को देखते हुए पानी की बूंद बद हम सभी के लिए कीमती है। वही पर्यावरण को शुद्ध बनाए रखने के लिए पौधा रोपण भी जरूरी है । उन्होंने इस मौके पर सभी का आह्वान किया कि पानी को अनावश्यक रूप से बिल्कुल भी बर्बाद नहीं करें । इसके साथ ही प्रकृति के संतुलन, शुद्ध पर्यावरण और पशु पक्षियों के हितार्थ अधिक से अधिक पौधारोपण भी किया जाए। इस मौके पर इको अवेयरनेस सोसायटी की अध्यक्ष डॉ कुसुम गुप्ता, महासचिव सुधीर मुदगिल, उपाध्यक्ष नवीन बिट्टू मित्तल, सनी गोयल, हेल्थ राइस अस्पताल की संचालिका डॉ मीना अग्रवाल, पालिका पार्षद मदन लाल अग्रवाल, श्रीपाल चौहान , भाजपा मंडल अध्यक्ष किशन यादव माजरा , अनीता रूस्तगी, सरोज यादव , मीना गुप्ता, हेलीमंडी व्यापार मंडल के अध्यक्ष रमेश गर्ग सेठी, हेली मंडी पालिका सचिव पंकज जून सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे । शुक्रवार को ही पटौदी रेस्ट हाउस में जनता दरबार में लोगों की समस्याएं सुनते हुए मौक पर मौजूद विभिन्न विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिये।

इस मौके पर इको अवेयरनेस सोसायटी की अध्यक्षा डॉ कुसुम गुप्ता ने संस्था के द्वारा किए जा रहे पर्यावरण संरक्षण, पौधारोपण , वाटर कूलर लगाने, प्लास्टिक का उपयोग नहीं करने जैसे कार्यों की विस्तार से जानकारी दी । उन्होंने बताया कि इको अवेयरनेस सोसायटी के साथ में अधिकांश महिलाएं ही जुड़ी हुई हैं । शुक्रवार को इको अवेयरनेस सोसायटी की महिला सदस्यों के सहयोग से हेली मंडी नगर पालिका क्षेत्र में आठवां वाटर कूलर आम जनता के हित में लगाया गया है । इसके अलावा उनकी संस्था स्कूलों में छात्राओं को स्वास्थ्य के विषय में भी जागरूक करने के लिए समय-समय पर कार्यक्रम के आयोजन करती रहती है । इस मौके पर इको अवेयरनेस सोसायटी के पदाधिकारी और सदस्यों के द्वारा एमएलए एडवोकेट सत्य प्रकाश चरावता को पर्यावरण संरक्षण यह दृष्टिगत पौधा विशेष रूप से भेंट किया गया।

शुक्रवार को हेली मंडी में वाटर कूलर का उद्घाटन तथा पौधारोपण किया जाने के उपरांत अपने संबोधन में एमएलए एडवोकेट सत्य प्रकाश जरावता ने कहा कि राजपूत योद्धाओं के द्वारा देश-धर्म की रक्षा की गई, धर्म और देश की रक्षा के लिए अनेक युद्ध लड़े गए। इसके साथ ही वैश्य समाज के द्वारा समाज हित में धर्मार्थ के कार्य किए गए । वैश्य समाज के द्वारा धर्मशाला बनाना, वाटर कूलर लगाना या फिर प्याऊ बनाना, स्कूल शिक्षण संस्थान सहित अन्य प्रकार के सामाजिक कार्यों में वैश्य समाज का अतुलनीय योगदान रहा है । उन्होंने कहा कि राजनीति की ताकत का सही मायने में जनहित के कार्यों में ही इस्तेमाल किया जाना चाहिए । आम जनता के द्वारा अपनी उम्मीदों और समस्याओं सहित सुविधाओं के दृष्टिगत ही चुनाव में उतरे उम्मीदवारों में से चयन करते हुए अपनी पसंद और विश्वास के व्यक्ति को जनप्रतिनिधि चुना जाता है । जनता के इस विश्वास को बनाए रखने के लिए और जनहित के कार्यों को करना ही चुने हुए जनप्रतिनिधि का राजनीतिक धर्म और कर्म है ।

उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार और सीएम मनोहर लाल खट्टर के द्वारा कहा गया है कि हरियाणा में 10000 महिला सेल्फ हेल्प ग्रुप बनाए जाने हैं , इनमें 50000 महिलाएं शामिल होंगी । मानेसर मेरी महिला हुनर हाट का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है । इस महिला हुनर हाट में विशेष रूप से ग्रामीण अंचल की महिलाओं के द्वारा बनाए गए उत्पाद को एक बड़ा बाजार उपलब्ध करवाया जाएगा। जिससे कि ग्रामीण महिलाएं भी आत्मनिर्भर बन सकें । उन्होंने सभी का आह्वान किया कि अपने बच्चों को भविष्य को ध्यान में रखते हुए रोजगार परक शिक्षा दिलवाने पर गंभीरता से चिंतन और मंथन करते हुए, इसी प्रकार की शिक्षा को प्राथमिकता प्रदान की जानी चाहिए।

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