विश्व साइकिल दिवस पर एचएयू कुलपति ने दिया साइकिल चलाने का संदेश

हिसार : 3 जून – भौतिकवादी सुविधाओं ने मनुष्य के जीवन को आरामदायक बना दिया है, जिससे शारीरिक श्रम की कमी के चलते स्वास्थ्य संबंधी अनेक समस्याएं बढ़ गई हैं। इस भागदौड़ भरी जिंदगी में स्वस्थ रहने के लिए साइकिल चलाना एक बेहतर विकल्प है। ये विचार चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बी.आर. काम्बोज ने व्यक्त किए। वे आज विश्व साइकिल दिवस के अवसर पर स्वयं साइकिल चलाकर घर से ऑफिस पहुंचे और यह विचार व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि साइकिल चलाना मनुष्य के स्वास्थ्य के लिए तो बेहतर है ही यह पर्यावरण के लिए भी अनुकूल है। उन्होंने कहा संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 3 जून को इस दिन के तौर पर मनाए जाने की घोषणा की थी जिसका उद्देश्य लोगों को साइकिल चलाने के लिए प्रेरित करना है ताकि मनुष्य का शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य ठीक रहे। उन्होंने विश्वविद्यालय के कर्मचारियों से आह्वान किया कि वे भी कार्यालय में आने व आसपास जाने के लिए साइकिल को प्राथमिकता दें।

तनाव के स्तर और डिप्रेशन को भी कम करता है साइकिल चलाना
उन्होंने आम जन से आह्वान किया कि वे अपने आसपास की दूरी तय करने के लिए किसी वाहन की बजाय अगर साइकिल का इस्तेमाल करें तो इससे प्रतिदिन सैकड़ों लीटर पेट्रोल की खपत कम होगी और पर्यावरण भी प्रदूषित होने से बचेगा। उन्होंने कहा कि चिकित्सकों के अनुसार साइकिल चलाना एक बेहतर एक्सरसाइज है जो हृदय, रक्त वाहिकाओं और फेफड़ों को स्वस्थ रखने में मदद करती है। इससे हमारा इम्यून सिस्टम ठीक तरीके से काम करता है और यह मनुष्य में तनाव के स्तर और डिप्रेशन को भी कम करती है। सुबह-सुबह साइकिल चलाने से सारा दिन ऊर्जा से भरा रहता है। उन्होंने कहा समाज के सभी लोगों के बीच साइकिल को बढ़ावा देने और उनके मानसिक तथा शारीरिक कल्याण को मजबूत करना भी साइकिल दिवस के पीछे की अहम वजह है।

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