एक दिन पहले ही प्रमुखता के साथ प्रकाशित हुआ समाचार. आम लोगों के लिए सड़क मार्ग पर आवागमन हुआ सुगम फतह सिंह उजाला पटौदी । पटौदी से कुलाना के बीच हेली मंडी नगरपालिका इलाके में रेलवे और ब्रिज के दूसरी तरफ जाटोली क्षेत्र में ड्रेनेज का कार्य करते हुए कथित लापरवाही से खड्डा छोड़ दिया गया और मिट्टी का ढेर लगा हुआ था । आखिर वह रातों-रात संबंधित विभाग के द्वारा सुधार दिया गया । गौरतलब है कि रेलवे ओवर ब्रिज के दूसरी तरफ जाटोली सीमा में रेलवे ओवर ब्रिज के बराबर में सर्विस रोड पर बनाए गए ड्रेनेज में पानी निकासी के लिए पाइप डालने का काम किया गया । लेकिन काम को पूरा करने के विपरीत संबंधित विभागों के द्वारा और ठेकेदार की कोताही से यहां पर कथित रूप से सीवर का काम सही प्रकार से पूरा नहीं करके आधा अधूरा छोड़ दिया गया । सबसे बड़ी समस्या यहां पर मिट्टी का ढेर लगा होने के कारण आम लोगों सहित स्थानीय लोगों और दुकानदारों के लिए बनी हुई थी। इस समस्या को एक दिन पहले ही प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया गया था कि जो भी कोई जिम्मेदार उसके खिलाफ दर्ज हो एफ आई आर । यह समाचार प्रकाशित होने के उपरांत और स्थानीय लोगों दुकानदारों सहित यहां पशु अस्पताल में आने वाले लोगों की परेशानी को भी संबंधित विभागों सहित शासन प्रशासन के समक्ष लाया जाने के उपरांत समस्या को संबंधित विभाग और अधिकारियों के द्वारा गंभीरता से लिया गया। समाचार प्रकाशित होने के उपरांत रातों-रात ही संबंधित विभाग के द्वारा सीवर होल अथवा सीवर की होदी सहित यहां पर लगे मिट्टी के ढेर को साफ कर आम लोगों के आवागमन के लिए सड़क मार्ग को सुगम बना दिया गया। स्थानीय दुकानदारों , यहां के रहने वालों और अन्य लोगों के द्वारा अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा गया है कि बार-बार शिकायत करने के बाद भी और समस्या का समाधान की तरफ ध्यान दिलाया जाने पर भी कोई कार्यवाही नहीं की जा रही थी। समाचार प्रकाशित होने के उपरांत समस्या का समाधान भी कर दिया गया। अब रेलवे ओवर ब्रिज के दूसरी तरफ जाटोली क्षेत्र में जो सड़क मार्ग वाहन चालको सहित आम लोगों के लिए परेशानी का कारण बना हुआ था, वह समस्या पूरी तरह से समाप्त हो गई है। समस्या का समाधान होने के साथ ही लोगों ने राहत की भी सांस ली है। Post navigation …जो भी कोई है जिम्मेदार, उसके खिलाफ दर्ज हो एफआईआर ! सरकारी स्कूल के बच्चों को दिए जाने वाले टैब वितरण में हो रहा बड़ा फर्जीवाड़ा : सुनीता वर्मा