आयोजक टीम को पाँचवें हरियाणा अंतराष्ट्रीय फिल्म समारोह पर पाँच लाख देने की घोषणा।यशपाल शर्मा की फिल्म पंडित लख्मीचंद की स्क्रिीनिंग। वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक कुरुक्षेत्र, 22 मई : हरियाणवी सिनेमा अपनी संस्कृति को बनाये रखने और भावी पीढ़ी को जागरूक करने के लिए अच्छा कार्य कर रहा है, संस्कृति ही समाज को आगे बढ़ाने का कार्य करती है। ये कहना है कुरुक्षेत्र के माननीय सांसद नायब सिंह सैनी का जो हरियाणा कला परिषद और सोसायटी फाॅर आर्ट एंड कल्चर डेवलपमेंट के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में पांचवे हरियाणा अंतराष्ट्रीय फिल्म समारोह के छह दिवसीय कार्यक्रम के अंतिम दिवस भरतमुनि रंगशाला में बतौर मुख्यातिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हम अपनी जमीन को अपनी पीढ़ी को देकर जाते है वैसे ही हम अपनी सांस्कृतिक विरासत को देने का कार्य करें, जिससे भावी पीढ़ी अपनी संस्कृति के संस्कारों के साथ आगे बढ़े। उन्होंने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में देशभर में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन हो रहा है जिसकी कड़ी में इस पाँचवें हरियाणा अंतराष्ट्रीय फिल्म समारोह का आयोजन हो रहा है यह बडी खुशी के बात है कि हरियाणा में अपनी संस्कृति, संस्कारों और रंचमंच के कालकारों के लिए यह मंच रखा गया है। उन्होने कहा कि राज्य सरकार ने अपनी विरासत को बचाने के लिए और बनाये रखने के तालाबों के संरक्षण का अभियान चलाया जिसके अंतर्गत पानी की एक एक बूँद बचाये पर जोर दिया है। इस अवसर पर सांसद नायब सैनी ने अपनी भविष्य निधि से फिल्म समारोह की आयोजक टीम को पांच लाख रुपये देने की घोषणा की। फिल्म समारोह के आयोजक धर्मेद्र दांगी ने सांसद महोदय को का धन्यवाद दिया और उनको अपनी टीम की तरफ से सम्मानित किया। धर्मेद्र दांगी ने कहा कि इस समारोह में 28 देशों की 24 भाषाओं में 75 फिल्मों का फिल्मांकन किया गया है जिससे दर्शकों की तरफ से खूब सराहना मिली। उन्होंने इसके लिए हरियाणा और हरियाणा कला परिषद के निदेशक प्रोफेसर संजय भसिन का विशेष आभार प्रकट किया और साथ ही कहा कि भविष्य में उनकी टीम विश्व का सबसे बड़ा हरियाणवी अंतराष्ट्रीय फिल्म समारोह करने की योजना पर कार्य करेगी। उन्होंने कहा कि मुझे आशा है कि प्रदेश के लोगों और सरकार का इसी तरह से सहयोग और प्यार मिलेगा। इस अवसर पर सिनेमा, रंगमंच और एकादमिक विषय पर एक चर्चा की गई जिसमें प्रख्यात रंममंच कर्मी डाॅ. सतीश वर्मा ने कहा कि सिनेमा और रंममंच चुप रहकर अपनी बात बोलने में माहिर है क्योंकि जो बात चुप रहकर असर करती है वह कभी-कभार बोलने से कही ज्यादा होती है। उन्होने कहा कि रंचमंच सिनेमा की नींव है और इस नींव के बिना सिनेमा संभव नहीं है। मीडिया शिक्षाविद्ध डाॅ हरीश कुमार ने कहा कि सिनेमा एक सफर है जो एक कहानी की तरह है, हमें इस सफर की कहानी को समझना होगा। हर फिचर फिल्म में एक कहानी होती है और कहानी एक स्क्रिप्ट आधारित है अगर आपकी स्क्रिप्ट एक कहानी की तरह आगे अच्छे से बढ़ती है तो आपके कार्य की तारीख होती है। इस अवसर पर अशोक कुमार सहायक प्राध्यापक जनंसचार एवं मीडिया प्रौद्योगिकी संस्थान कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने मीडिया संस्थानों में फिल्मों के पाठ्यक्रम पर बोलते हुए कहा कि हरियाणा में किसी भी मीडिया संस्थानों में फिल्मों की बात नहीं होती है और ना ही विश्वविद्यालयों में अभी तक थियेटर स्थापित किए गये है। अगर हरियाणवी सिनेमा को वाक्य में दूसरे प्रदेशों की तरफ उंचाईयों पर लेकर जाना है तो इन संस्थानों के पाठ्यक्रमों और थियेटरों की नींव पर ध्यान देना होगा साथ ही इसके लिए अच्छे प्राध्यापकों की भी आवश्यकता होगी। साउंड डायेक्टर विनोद जागड़ा ने कहा कि सिनेमा में सांउड का महत्व है और साउंड की वजह से छोटे बजट की फिल्में एक बड़ा बजट कमा जाती है इस पर गहनता से अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि हमें हरियाणा सिनेमा को अगर आगे बढ़ाना है तो सांउड पर कार्य करते हुए इसे हरियाणवी में ही समझना होगा क्योंकि आपकी अपनी बोली एवं भाषा आपको अधिक सशक्त बनायेगी। गुरु जंभेश्वर साईस एंड टेक्नाॅलाजी विश्वविद्यालय, हिसार की डीडीई माॅस कम्युनिकेशन की कोडिनेटर डाॅ. सुनैना ने कहा कि स्क्रिप्ट लेखन ही फिल्मों की असली जान है जो लोगों तक पहुँचती है और उसे सफल बनाती है। वाई.एम.सीए. के मीडिया हेड डाॅ. पवन मलिक ने कहा कि अगर हम बिना किसी धारणा के फिल्में देखते है तो सिनेमा से काफी सीख सकते है क्योंकि यह एक सीखने का अच्छा माध्यम है। इस अवसर पर अवार्ड नाईट्स का आयोजन जिसमें बेस्ट फिल्म वेब सीरिज अवार्ड, बेस्ट फिचर फिल्म अवार्ड, बेस्ट एक्टर, बेस्ट एक्ट्रेस इत्यादि अवार्ड्स दिये जो इस प्रकार से है – बेस्ट हरियाणवी फिल्म और वेब सीरिज कटेगरी अवार्ड।बेस्ट हरियाणवी वेबसीरिज़ ‘मेरे यार की शादी है’, बेस्ट डायरेक्टर हरियाणवी फिल्म निर्माता राजेश चैहान की ‘मलाल’, बेस्ट एक्टर का अवार्ड योगेश भाऱद्वाज को फिल्म ‘मलाल के लिए मिला, बेस्ट अभिनेत्री का अवार्ड गु्रप डी में नेहा शर्मा को मिला। वही बेस्ट सहायक अभिनेता के लिए कृष्ण नाटक को मेरे यार की शादी के लिए मिला। बेस्ट स्क्रीनप्ले के लिए जगबीर राठी की फिच़र फिल्म दिल हो गया लापता को मिला। बेस्ट कोरियोग्राफी के लिए दिल हो गया लापता के कुलदीप को मिला। बेस्ट शार्ट फिल्म कटेगरी अवार्ड।बेस्ट शार्ट फिल्म का अवार्ड प्रगेश को शार्ट फिल्म शिनांकत के लिए मिला, वही बेस्ट शार्ट फिल्म निर्माता का अवार्ड विनीत शर्मा को गजरा के लिए मिला, वही बेस्ट एक्टर का अवार्ड शिनांकत के लिए शिशिर शर्मा को मिला। बेस्ट एक्ट्रेस का अवार्ड शिवंग सीता के लिए प्रिया आशिया को मिला। वही बेस्ट एक्टर चाइल्ड फीमेल का अवार्ड सारे जहां से अच्छा की शार्ट फिल्म के लिए आशिया शर्मा को मिला। बेस्ट चाइल्ड एक्टर मेल का अवार्ड शिवंग सीता के लिए पर्व को मिला। बेस्ट स्टोरी का अवार्ड फिल्म 15 अगस्त के लिए अनिल कुमार शाल्वे को मिला। वही बेस्ट संगीत के लिए फिल्म अनटोल्ड स्टोरी आॅफ पेपरबोट्स के लिए मिला। वही बेस्ट स्क्रीनप्ले का अवार्ड अल्र्ट बा को मिला, वही बेस्ट सिनेमाटोग्राफी अवार्ड वाईट पेबल को मिला, वही बेस्ट एडिटिंग का अवार्ड लवशटोरी को मिला, बेस्ट पर्यारण फिल्म के लिए पानी की कदर को मिला। बेस्ट ड्यबुट फिल्म का अवार्ड ‘डार्क स्ट्रीट’ को मिला। वही बेस्ट फिल्म (विद्यार्थी) ‘ओड टू ब्रोकन थींग’ को मिला। बेस्ट डारेक्टर (विद्यार्थी) महेश कथुरिया को ‘मिर्ची कैफे’ के लिए मिला। बेस्ट शार्ट फिल्म क्षेत्रीय भाषा के लिए विनित कटारिया की ‘ वांशिग मशीन’ को मिला। बेस्ट डाक्यूमेंट्री आन सोशल इश्यू के लिए ‘सादागुढ़ा’ को मिला वही बेस्ट एनिमेशन फिल्म ‘द पुपा एंड एंजिला को मिला। बेस्ट संगीत कटेगरी अवार्ड।बेस्ट संगीत के लिए सुभारंभ को मिला, वही बेस्ट डायरेक्टर अवार्ड संगीत अवार्ड के लिए सुभारंभ के लिए विशाल पंडित को मिला। बेस्ट संगीत के लिए बलिया, जेआरबी को मिला। बेस्ट सिंगर मेल के लिए गांम की माटी के लिए सोमवीर कथुरिया को मिला। बेस्ट सिंगर फिमेल के लिए जय जय गंगें के लिए आकृत्ति को मिला। बेस्ट एक्टर मेल के लिए मां री के लिए हरीश छिक्कारा को मिला वही बेस्ट एक्ट्रेस के लिए गजबन पानी ने च्याली के लिए सपना चैधरी को मिला। बेस्ट सहायक अभिनेता के लिए गाम की माटी के लिए जेडी बालू को मिला वही बेस्ट सहायक अभिनेत्री मां री के लिए सरोज जागड़ा को मिला। बेस्ट लिक्सि के लिए गांम की माटी के लिए ऋषि राज मस्ताना को मिला। बेस्ट एडिटिंग के लिए गाम की माटी के लिए राज गुज्जर को मिला ओर बेस्ट सिंगर ए.आर.आई के लिए ख्याब सुनहरे के लिए अलका भटनागर को मिला। बेस्ट फिच़र फिल्म कटेगरी अवार्ड।बेस्ट फिच़र फिल्म दिपांकर पारेख की मोसो को मिला वही बेस्ट डायरेक्टर के मोसा के लिए दिपाकंर पारेख को मिला। बेस्ट एक्टर का अवार्ड मोसो के लिए यशपाल शर्मा को मिला। बेस्ट एक्ट्रेस अवार्ड एस.पी. चैहान के लिए यूविका चैधरी को मिला। बेस्ट सहायक अभिनेता का अवार्ड काँसेक्वेंस कर्मा के लिए सिद्धार्थ भारद्वाज को मिला। बेस्ट चाइल्ड एक्ट्रेस अवार्ड आई एम बन्नी के लिए रोशनी वालिया को मिला। बेस्ट स्टोरी का अवार्ड डमकुडिया को मिला। बेस्ट स्क्रीप्ले अवार्ड चाउसुर फिरगी को मिला। बेस्ट सिनेमाग्राफी का अवार्ड छे को मिला। वही बेस्ट एडिटिंग का अवार्ड जस्ट अवार्ड्स को मिला। बेस्ट संगीत का अवार्ड आईएम बन्नी को मिला वही बेस्ट कला निर्देशन का अवार्ड आन द ब्यू कॅनवास को मिला। पंडित लख्मीचंद की फिल्म की स्क्रिीनिंग पर पहुंँचे अभिनेता यशपाल शर्मा।हरियाणा कला परिषद और सोसायटी फाॅर आर्ट एंड कल्चर डेवलपमेंट के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में पांचवे हरियाणा अंतराष्ट्रीय फिल्म समारोह के छह दिवसीय कार्यक्रम के अंतिम दिवस भरतमुनि रंगशाला में अपनी फिल्म पंडित लक्ष्मीचंद की स्क्रिीनिंग के लिए वाॅलीवुड अभिनेता यशपाल शर्मा पहुंँचें। यह फिल्म हरियाणवी लोक गायक पंडित लख्मीचंद के जीवन पर आधारित है। कलाकारों का विभिन्न अवार्डो से किया सम्मानित।इस अवसर पर उत्तम सिंह को पंडित जसराज हरियाणा रत्न अवार्ड, अरविंद स्वामी को एवरग्रीन डायेक्टर आॅफ हरियाणवी सिनेमा अवार्ड, ऊषा शर्मा को देवी शंकर प्रभाकर लाईफ टाईम अचीवमेंट अवार्ड, कमल तिवारी को पंडित लख्मीचंद हरियाणा गौरव अवार्ड, गौविद नामदेव को दिलीप कुमार एक्सीलेंस अवार्ड, पंकज बेरी को ओमपुरी लाईफ टाईम अचीवमेंट अवार्ड, अरूण जैमिनी को हरियाणा लिट्ररेरी एक्सीलेंस अवार्ड, प्रोफेसर संजन भसिन को भारततेंदु नाट्य अवार्ड, रवि चैहान को एवरग्रीन एक्टर आफ हरियाणवी सिनेमा, महावीर गुड्डू को हरियाणवी लोक नृत्य अवार्ड, राजूमान को एवरग्रीन प्रफाॅमर आॅफ हरियाणवी सिनेमा अवार्ड, मनोज सहरावत को चैधरी हरज्ञान सिंह ममोरियल अवार्ड, राजकुमार को बी.आर.चैपड़ा एक्सीलेंस अवार्ड, अंजवी हुड्डा को वेद कुमारी ममोरियल हरियाणवी आइकन अवार्ड, रमेश जीवनपुरियो को ओपी हरियाणवी एक्सीलेंस अवार्ड, बीएन शर्मा को गौपाल एक्सीलेंस अवार्ड मिला। इस अवसर पर फिल्म समोराह की आयोजक सचिव तानिया रोहिल्ला, सहायक आयोजक विकास विकास शर्मा नकुल कुमार एवं उनकी टीम, कला कीर्ति भवन के निदेशक प्रोफेसर संजय भसिन इत्यादि दर्शक मौजूद रहे। Post navigation कुरुक्षेत्र कला परिषद में चल रहे फिल्म समारोह के चौथे दिन महिला सशक्तिकरण को दिया महत्त्व रंगमंच क्षेत्र में अग्रणीय भूमिका के लिए भारतेंदू नाट्य अवार्ड से संजय भसीन हुए सम्मानित