दुबई से पहुँचे दंपति अनिल वर्मा और इंदुबाला ने अपनी शार्ट फिल्म : द लाॅस्ट राईट्स’ की स्क्रिीनिंग।
महिला सशक्त तो समाज सशक्त होगा: सविता आर्य।
महिला सशक्तिकरण से ही समाज सशक्त होगा: धर्मेद्र दांगी।
‘मेरे यार की शादी है’ हरियाणवी वैब सीरिज़ की स्क्रिीनिंग की गई।
पंजाबी गायक कर्मजीत अनमोल को मेहर मित्तल ममोरियल अवार्ड देकर किया सम्मानित।

कुरुक्षेत्र, 21 मई : हरियाणा कला परिषद और सोसायटी फाॅर आर्ट एंड कल्चर डेवलपमेंट के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में पांचवे हरियाणा अंतराष्ट्रीय फिल्म समारोह के छह दिवसीय कार्यक्रम के चैथे दिवस पर भरतमुनि रंगशाला से शार्ट फिल्मों, फिच़र फिल्मों के माध्यम से समाज को सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक संदेश तो दे रहा है साथ ही जन मुद्दों पर परिचर्चा कर संदेश देना आंरभ किया है। जिसके अंतर्गत गत दिवस जल संरक्षण और पर्यावरण संरक्षण थीम पर लोगों का ध्यान आकर्षित किया गया था। इस कड़ी में शुक्रवार को अंतराष्ट्रीय फिल्म समारोह के चैथे दिन महिला उत्थान और सिनेमा में महिलाओं की भागीदारी पर परिचर्चा रखी गई। इस परिचर्चा में भाग लेते हुए पानीपत की मेयर अवनीत कौर ने कहा कि समाज में तब तक बदलाव नहीं आ सकता जब तक व्यक्ति अपने अंदर बदलाव नहीं लाता है क्योंकि बदलाव स्वयं से ही शुरू होता है। उन्होने कहा कि एक सामाजिक कार्यकर्ता अपने नेक कार्यो से समाज में अपना नाम कमाता है और लोग उसके नेक कार्यो का अनुसरण करते है। उन्होने कहा कि सरकार लोगों के लिए योजनाएं बनाती है लेकिन योजनाओं की सफलता लोगों की जागरूकता पर ही निर्भर करती है इसलिए लोगों को अधिक जागरूक होना होगा।

पानीपत के किंनर समाज की प्रधान गुरु हाजी शबरी साधना ने कहा कि भारत सरकार ने बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओं का जो नारा दिया है वह नारी उत्थान के लिए ही दिया है लेकिन जबतक समाज के हर घर में बेटी की सुरक्षा और शिक्षा की बात होगी तब तक यह नारा सफल नहीं होगा और नारी का सच्चे अर्थों में उत्थान नहीं होगा। उन्होेने कहा कि किंनर समाज नारी उत्थान के लिए बढ़ चढ़कर कार्य कर रहा है और हम सब की एकजुटता के साथ कार्य करे तो जल्द ही समाज से बुराईयों को समाप्त किया जा सकता है।

सामाजिक कार्यकर्ता सविता आर्य ने कहा कि नारी उत्थान के लिए समाज शिक्षित होना अनिवार्य है और समाज वर्तमान में पहले से शिक्षित है लेकिन समाज को जितना नारी उत्थान दिशा में कार्य करने की आवश्यकता है वह नहीं कर पा रहा है उसमें अधिक तेजी लानी होगी। उन्होंने कहा कि कई बार नारी उत्थान का नारी ही गलत फायदा उठाती है जबकि ऐसा नहीं होना चाहिए बर्शेतें सच का साथ देना चाहिए। सिनेमा समाज का एक आईना है और हम इस आईने माध्यम से प्रत्येक दिन अच्छा संदेश ले सकते है। उन्होंने कहा कि नारी को नारी की आवाज़ बनना होगा ताकि उनके प्रति समाज में हो रही प्रताड़ना को रोका जा सके।

फिल्म समारोह के निदेशक धर्मेद्र दांगी एवं उनकी टीम से सभी अतिथियों को सम्मानित करते हुए कहा कि समारोह का उदेश्य सिनेमा के माध्यम से समाज की बुराईयों का अंत करना ही है एवं साथ ही इस प्रकार की परिचर्चा के लिए मंच भी उपलब्ध करवाना है। उन्हांेने कहा कि इस प्रकार की परिचर्चा भी होनी ही चाहिए क्योंकि महिला सशक्तिकरण ही समाज आगे बढ़ेगा।

पंजाबी सिंगर कर्मजीत अनमोल ने पंजाबी गीत ‘सौणया संजना सामने आके बैठया रहा’, यारा वे, यारा वे यारा वे से दर्शकों को आत्मविभोर कर दिया। सिंगर कर्मजीत को फिल्म समारोह के निदेशक धर्मेद्र दांगी और उनकी टीम ने मेहर मित्तल ममोरियल अवार्ड से सम्मानित किया गया। इस अवसर अपनी शार्ट फिल्म ‘द लाॅस्ट राइट्स’ की स्क्रिनिग के लिए दुबई से पहुंचे अनिल वर्मा और इंदु वर्मा। अनिल वर्मा ने कहा कि इस शार्ट फिल्म को उनकी बेटी आस्था वर्मा ने निर्दैशित किया है जिसकी दुनियाभर में सराहना हुई है और इसे तक 27 अवार्डस मिल चुके हैं। यह शार्ट फिल्म बेटियों को अपने परिवारजनों के अंतिम संस्कार पर रोक लगााने की रूढ़िवादी परपंरा पर आधारित है जिसे इस मुद्दे को सामाजिक बदलाव के लिए देखा गया है।

फिल्म समारोह में हरियाणा स्टेज़ द्वारा निर्मित हरियाणवी वेब़ सीरीज़ ‘मेरे यार की शादी है’ की स्क्रिीनिंग की गई जिसे दशकों से सराहना मिली।

फिल्म समारोह में दस शार्ट फिल्मों और दो फिच़र फिल्मों का फिल्मांकन किया गया जिनमें सुनित मिश्रा की ‘खिड़की’, विनित कटारिया की ‘वाशिग मशीन’ विनीत शर्मा की:गजरा’ संजीत सरोहा की ‘मां कोनी मानती’, जगबीर राठी की फिच़र फिल्म ‘दिल हो गया लापता’ आस्था वर्मा की ‘द लास्ट राईटस, विक्रम सिंह की ‘पसंद नापंसद’ अमूढ़ावन पी की ‘तमिल फिच़र फिल्म ’कोटा’ और प्रसि़द्ध फिल्म निर्माता रमेश सिप्पी की फिच़र फिल्म ‘शोले का फिल्माकंन किया गया।

इस अवसर पर फिल्म समारोह के सहायक आयोजक विकास कुमार, सचिव तानिया रोहिला मंच संचालक डाॅ आबिद अली, सीमा गुप्ता, राजकीय महाविद्यालय के जनसंचार विभाग के सहायक प्राध्यापक डाॅ. अमरदीप, विभागाध्यक्षा डाॅ. रश्मि सिंह, मीलिनियम स्कूल कुरुक्षेत्र के विद्यार्थीगण और गुरुकुल कुरुक्षेत्र के विद्याथीगणों के अतिरिक्त अन्य दर्शक मौजूद रहे।

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