18 मई 2022 – मंगलवार को स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही व पूर्व मंत्री कांग्रेसी नेता डा0 एमएल रंगा ने अहीर रेजीमेंट बनाने की मांग को लेकर गांव धामलावास के पास बस स्टैंड पर संयुक्त अहीर रेजीमेंट मोर्चा द्वारा दिये जा रहे धरने पर जाकर आंदोलनकारियों को समर्थन दिया। इस अवसर पर विद्रोही ने कहा कि क्या तो सेना की सभी जातिगत रेजीमेंट खत्म हो या 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम से लेकर आज तक के युद्धों में भारत माता के लिए सर्वस्व बलिदान करने को सदैव आगे रहने वाली अहीर कौम के नाम पर भी अहीर रेजीमेंट बनराकर उनके शौर्य व बलिदान का सम्मान किया जाये। सेना शौर्य के विक्टोरिया क्रॉस, परमवीर चक्र, महावीर चक्र, शौर्य चक्र, वीर चक्र से लेकर सभी तरह के वीरता व बलिदान के सेना मैडल देश में सबसे ज्यादा अहीर सैनिकों को मिले है।

विद्रोही ने कहा कि जब सेना में अहीर जातिे का शौर्य व बलिदान अभूतपूर्व है तो उनके शौर्य व बलिदान के सम्मान के लिए सेना में अहीर रेजीमेंट बनाना समय की मांग है। वहीं विद्रोही ने आंदोलनकारियों को भी सलाह दी कि वे अहीर रेजीमेंट मांग का समर्थग्न करने वाले भाजपा सरकार के मंत्रीयों, विधायकों, सांसदों से कहे कि उनके समर्थन का स्वागत, पर आज केन्द्र में उनकी सरकार है इस कारण सूखे समर्थन की बजाय यदि ने ईमानदार व गंभीर है तो मोदी सरकार को निश्चित समय देकर चेतावनी देकर कहे यदि निश्चित तारीख तक अहीर रेजीमेंट नही बनी तो हम मंत्री, सांसद, विधायक पद से त्याग पत्र दे देंगे।

 विद्रोही ने कहा कि यदि भाजपा सांसद, विधायक व मंत्री अहीर रेजीमेंट बनाने के प्रति गंभीर-ईमानदार है तो ऐसा संकल्प वे जनता के समक्ष करे। धरने पर उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए पूर्व मंत्री डा0 एमएल रंगा ने कांग्रेस की ओर से अहीर रेजीमेंट आंदोलन को पूर्ण समर्थन देेने का वादा किया। इस संदर्भ में उन्होने राज्यसभा सांसद दीपेन्द्र हुड्डा द्वारा राज्यसभा में उठाई अहीर रेजीमेंट गठन की मांग का भी उल्लेख किया। वहीं डा0 रंगा ने प्रदर्शनकारियों को आश्वासन दिया कि गांव धामलावास के आंदोलनकारियों द्वारा 27 मई को धामलावास से लघुसचिवालय तक किये जाने वाले प्रदर्शन व उपायुक्त के माध्यम से राष्ट्रपति को दिये जाने वाले ज्ञापन अवसर पर भी वे खुद, वेदप्रकाश विद्रोही व अन्य कांग्रेस नेताओं के साथ मौजूद रहेंगे। 

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