चण्डीगढ,16मई:-हरियाणा रोङवेज कर्मचारी एकता युनियन के राज्य प्रधान बलवान सिंह दोदवा,व,वरिष्ठ राज्य उप-प्रधान सुरेश लाठर, उप-महासचिव विमल कुमार ग्योंग, आडिटर चन्द्रभान सोलंकी, कानूनी सलाहकार गगनदीप ढिल्लो,कार्यालय सचिव नरेश राणा व पवन कुमार ने संयुक्त ब्यान जारी करते हुए बताया कि हरियाणा रोङवेज में 6साल से कार्यरत लगभग 350 चालकों पर सरकार की गहरी मार पङी है,जो घर के रहे ना घाट के। चालकों के भविष्य व उनके परिवार के साथ सरकार ने घोर खिलवाङ किया है, जो सरासर अन्याय है। दोदवा ने बताया कि परिवहन विभाग द्वारा जारी की गई अधिसूचना के एक तहत वर्ष 2016 में भर्ती नियमों की सभी हिदायतों पर खरा उतरते हुए ये चालक रोङवेज में 2आउटसोर्स पर पॉलिसी 2के तहत नियुक्त हुए थे। ये सभी चालक 6साल से लगातार पुरी ईमानदारी व मेहनत से कार्य करते हुए विभाग व जनहित में कार्य कर रहें हैं। चाहिये तो ये था कि सरकार नियुक्ति तिथि से नियमित करके इनका मनोबल बढ़ाने का काम करती, लेकिन सरकार ने ठीक इसके विपरीत कौशल रोजगार निगम में समायोजित करके इनका मनोबल गिराने का काम किया है। अब ये चालक रोङवेज के न होकर कौशल रोजगार निगम के हो गये हैं तथा आगे से मासिक सैलरी भी निगम से ही जारी होगी। जिसके कारण कर्मचारियों में भारी रोष है। दोदवा ने बताया कि कौशल रोजगार निगम का गठन वर्ष 2021-2022 में सरकार ने इसलिए किया था कि आने वाले समय में सी व डी ग्रूप की जो भी भर्तियां होंगी वो निगम के तहत होंगी। निगम के तहत भर्ती होने वाले कर्मचारी ताउम्र रैगुलर नहीं हो पायेंगे तथा न ही रिटायर्मेंट पर रैगुलर कर्मचारी वाले आर्थिक लाभ ले पाएंगे। लेकिन रोङवेज में कार्यरत चालक इसके दायरे में नहीं आते क्योंकि वो आज से 6साल पहले भर्ती हो चूके हैं। इसलिए इन चालको को कौशल रोजगार निगम में समायोजित करने का कोई औचित्य नहीं बनता। इसलिए अपील है कि सरकार अपनी हठधर्मिता छोड़कर किये गये आदेशों को वापिस ले तथा इन सभी चालकों को परिवहन विभाग में ही रखकर रैगुलर करने का काम करे ताकि प्रताड़ित चालकों का भविष्य सुरक्षित रह सके। अगर सरकार ने ऐसा नहीं किया तो मजबूरन न्यायालय का सहारा लिया जायेगा। जिसकी सारी जिम्मेदारी सरकार की होगी। दोदवा ने रोङवेज के तमाम संगठनों से भी अपील की है कि वो एकजुट होकर चालकों पर हो रही ज्यादती का डटकर विरोध करें। अगर सांझा मोर्चा कर्मचारियों पर हो रही ज़्यादती का विरोध करते हुए कोई भी राज्यस्तरीय आन्दोलन करता है तो हम विश्वास दिलाते हैं कि हरियाणा रोङवेज कर्मचारी एकता युनियन का एक-एक सदस्य अग्रणी भूमिका में रहकर काम करेगा। आज राष्ट्रव्यापी नहीं बल्कि राज्यव्यापी आन्दोलन करने की जरूरत है। Post navigation सावधान! बकाया बिजली बिल के फर्जी एसएमएस भेजकर उपभोक्ताओं से ठगी की कोशिश समाज के लिए 36 बिरादरी, मेरे लिए बेरोजगार 37वी बिरादरी- नवीन जयहिंद