संत महात्माओं सहित विभिन्न प्रदेशों से श्रद्धालुओं ने की शिरकत। पिहोवा, 15 मई : मॉडल टाउन स्थित श्री दक्षिण काली पीठ में पक्षीराज आकाश भैरव की जयंती एवं दक्षिणा काली पीठ का स्थापना दिवस श्रद्धा एवं हर्षोल्लास के साथ सम्पन्न हुआ। गत रात्रि भगवान पक्षीराज का महाभिषेक किया गया। आज सुबह अवतरण, पूजा पाठ, पूर्णाहुति व विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में पीठ के महंत बंसी पुरी, महामंडलेश्वर स्वामी विद्या गिरी, पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के महामंडलेश्वर स्वामी हरीशचंद्र पुरी, बगलामुखी धाम धनीरामपुरा के व्यवस्थापक महंत भीम पुरी, महंत जगन्नाथ पुरी, महंत लक्ष्मीनारायण पुरी,गोविंदा आश्रम की महंत सर्वेश्वरी गिरि, षडदर्शन साधुसमाज के संगठन सचिव वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक, महंत वासुदेवानंद गिरि, शिवशक्ति पीठ आश्रम अरूणाय के स्वामी वेद पुरी व स्वामी खटवांग पुरी सहित विभिन्न भक्तजनों ने पूर्णाहुति समारोह में हिस्सा लिया। जिसमें अनेक विद्वान ब्राह्मणों ने वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ आहुतियां डलवाई। जानकारी देते हुए महंत बंशी पुरी जी महाराज ने बताया कि भगवान पक्षीराज काल भैरव के मन्दिर एवं विग्रह बहुत कम होने के कारण लोग शिव के इस अत्यन्त गुप्त रूप बहुत कम जानते हैं। दस महाविद्या साधना में उनकी साधना का अपना एक महत्व है। पुराणों के अनुसार नृसिंहावतार के समय भगवान नृसिंह द्वारा हिरण्यकशिपु का वध करने पर भगवान नृसिंह की उग्रता शान्त नहीं हो पा रही थी तब देवताओं की प्रार्थना पर भगवान महादेव ने एक विचित्र पक्षी का रूप धारण किया जिसका मुख उल्लू की तरह , क्षेत्र में अग्नि सूर्य चन्द्र , और धड़ मनुष्य की तरह और विशेष आयुध लिए चार हाथ, जब वज्र के समान तीखे, दो पंख जिनमें काली एवं दुर्गा का बास लचा हृदय में जतरानल, पेट में बडवानल अग्नि विराजमान है। कटिप प्रदेश से बाद का अंग हिरण की तरह तथा पूंछ सिंह के समान लम्बी, उरु प्रदेश में व्याधि एवं मृत्यु को धारण करने के कारण उन्हें शरभ, पक्षीराज, आकाशगैरव, शालु आदि नामों से जाना जाता है। समारोह में आए श्रद्धालुओं ने भंडारे में प्रसाद ग्रहण कर महंत बंसी पुरी जी से आशीर्वाद प्राप्त किया। इस अवसर पर पूर्व पार्षद सुरेंद्र पप्पु, अक्षय नंदा, अनिल धवन, विपिन काहड़ा, बलविंद्र बंसल रायकोट, केश्व जिंदल, बलदेव गर्ग, जोनी गर्ग, संजय, नितिन, गौरव गोयल इंद्री, पं. बलवान गोहाना, रिंकू जिंदल सन्नौर, सोहन लाल सैनी, देव पूर्णिमा, जोगेंद्र गर्ग सहित भारी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे। Post navigation आपका विश्वास ही आपकी आस्था, इष्ट ही आपका गुरु और परमात्मा है : हजूर कंवर साहेब जी अच्छे समाज की कल्पना के लिए वैक्सीनेशन करवाना परमार्थ का कार्यः प्रो. सोमनाथ सचदेवा