ईद उल फितर, भगवान परशुराम जन्मोत्सव अक्षय तृतीया एक साथ. विश्व पत्रकारिता स्वतंत्रता दिवस की जरावता ने दी शुभकामनाएं फतह सिंह उजालापटौदी । पटौदी के एमएलए एडवोकेट सत्य प्रकाश जरावता ने मई माह के प्रथम सप्ताह के पहले मंगलवार को अक्षय तृतीया के मौके पर गागर में सागर की संज्ञा देते हुए भाईचारे समरसता और पुण्य अर्जित करने वाला दिन बताया है । मंगलवार को एम एल ए एडवोकेट जरावत ईद उल फितर और विश्व पत्रकारिता स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पटौदी नगरपालिका के वाइस चेयरमैन जर्मन सैनिक के साथ पटौदी शहर में ही पत्रकारों के साथ-साथ रोजेदारों को बधाई देने के लिए पहुंचे । इस मौके पर उनके साथ में पालिका पार्षद अनिल यादव, हनी छंगा रफीक खान अन्य लोग भी मौजूद रहे। ईद उल फितर के मौके पर मीडिया कर्मी रफीक खान के यहां पहुंच कर विशेष रुप से ईद उल फितर के पर्व की बधाई दें । इसी प्रकार से हनी छंगा के यहां पहुंच कर ईद उल फितर के मौके पर साथियों सहित मीठी सेवइयां का आनंद लिया । इस मौके पर उन्होंने कहा कि मई महीने के पहले सप्ताह में मंगलवार वास्तव में विभिन्न धर्म वर्ग संप्रदाय के अपने-अपने पर्व तथा विश्व पत्रकारिता स्वतंत्रता दिवस को देखते हुए गागर में सागर से कम नहीं है । ऐसा बहुत ही कम देखने के लिए मिलता है या फिर मौका आता है जब एक ही दिन में हिंदू और मुस्लिम पर्व एक साथ मनाएं जाते हैं । अक्षय तृतीया का भारतीय सनातन संस्कृति में अपना ही एक अलग महत्व और विशेष स्थान भी है । अक्षय तृतीया का दिन बहुत ही पुण्य का दिन माना गया है। मंगलवार को ही शस्त्र और शास्त्र के प्रकांड विद्वान एवं ब्राह्मणदेव भगवान परशुराम का जन्मोत्सव भी मनाया गया। भगवान परशुराम के द्वारा धर्म की रक्षा के लिए जो कुछ भी ब्राह्मण होते हुए क्षत्रिय कार्य किए गए , उन सभी कार्यों की बदौलत ही आज भारतीय सनातन संस्कृति और धर्म की ध्वजा विश्व में फहरा रही है । उन्होंने कहा जिस पवित्र संकल्प के साथ भगवान परशुराम ने धर्म की रक्षा के लिए आसुरी प्रवृत्ति के लोगों का नरसंहार किया ,उससे हमें यही प्रेरणा मिलती है कि अपनी धर्म की रक्षा के लिए दृढ़ प्रतिज्ञ बने रहना चाहिए । उन्होंने विश्व पत्रकारिता स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सभी मीडिया कर्मियों और साथियों को अपनी शुभकामनाएं और बधाई देते हुए कहा कि आज के प्रतियोगी दौर में निश्चित ही पत्रकारिता जटिल और चुनौतीपूर्ण कार्य बन चुकी है। फिर भी पत्रकार समाज सरकार शासन और प्रशासन के बीच एक कड़ी के रूप में कार्य करते हुए अपना दायित्व का निर्वहन विभिन्न चुनौतियों की परवाह नहीं करते हुए करते आ रहे हैं। Post navigation हरियाणा में पंचायत चुनाव को लेकर पारदर्शी नीति एवं नीयत: देवेंद्र बबली अवैध कॉलोनी को नहीं पनपने दिया जाएगा: डीटीपी