और की चिंता व्यक्त समाज और परिवारों में बुजुर्गों का मान सम्मान नहीं हो रहा है।
प्रेरणा वृद्धाश्रम के बुजुर्गों से पुलिस अधीक्षक ने किए विचार सांझा।
प्रेरणा वृद्धाश्रम अपने नाम के अनुरूप समाज के लिए वास्तव में प्रेरणा है कि हमें अपने बुजुर्गों का किस प्रकार मान सम्मान करना चाहिए : डा. अंशु सिंगला।

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक

कुरुक्षेत्र, 26 अप्रैल : अपनों से ठुकराए तथा परिवारों से निकाले गए बुजुर्गों को वर्षों से आश्रय दे रहे प्रेरणा वृद्धाश्रम में कुरुक्षेत्र की पुलिस अधीक्षक डा. अंशु सिंगला पहुंची। इस मौके पर उन्होंने बुजुर्गों के साथ काफी आत्मीयता से समय बिताया और इस बात पर भी चिंता व्यक्त की कि आज समाज और परिवारों में बुजुर्गों का मान सम्मान क्यों नहीं हो रहा है। पुलिस अधीक्षक ने सबसे पहले वृद्धाश्रम में बने शहीदी स्मारक पर शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित किए। दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की।

पुलिस अधीक्षक डा. अंशु सिंगला के वृद्धाश्रम में पहुंचने पर प्रेरणा संस्कार केंद्र के बच्चों व अन्य स्कूली बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी। वहीं बुजुर्गों ने भी अपनी प्रस्तुति के माध्यम से भावनाओं प्रकट किया। पुलिस अधीक्षक ने बुजुर्गों की प्रस्तुति देखकर उनसे विचार भी सांझा किए। इस अवसर पर प्रेरणा वृद्धाश्रम के संस्थापक जय भगवान सिंगला, आशा सिंगला व प्रेरणा संस्था की अध्यक्षा रेणु खुंगर व अन्य पदाधिकारियों ने डा. अंशु सिंगला का स्वागत किया व कार्यक्रम की समाप्ति पर स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित भी किया।

कुरुक्षेत्र की पुलिस अधीक्षक डा. अंशु सिंगला ने कहा कि प्रेरणा वृद्धाश्रम अपने नाम के अनुरूप समाज और हम सबके लिए वास्तव में प्रेरणा है कि हमें अपने बुजुर्गों का किस प्रकार मान सम्मान करना चाहिए। कहने को तो यह संस्था वृद्धाश्रम है लेकिन यहां जिस प्रकार बुजुर्गों की सेवा, स्वास्थ्य के लिए डॉक्टरों की व्यवस्था है। यहां बुजुर्गों का हर तरह से अपनत्वपन ख्याल रखा जा रहा है लेकिन दुःख भी है यह भारत की भूमि जहां प्रकृति का, पेड़ पौधों और जानवरों का ख्याल रखा जाता है लेकिन ऐसी क्या परिस्थितियां बनी कि वृद्धाश्रम बनाने की जरूरत पड़ रही है। समाज के लोग ध्यान रखें कि वृद्धाश्रम की नौबत न आने दें तथा अपने परिवार के बड़े बुजुर्गों की सेवा करते हुए ध्यान रखें। जो बुजुर्गों के आशीर्वाद में ताकत होती है वह जीवन में उन्नति के पथ पर बहुत आगे तक लेकर जाती है।

प्रेरणा के संस्थापक जय भगवान सिंगला ने बताया कि सर्वे भवन्तु सुखिनः कार्यक्रम की दूसरी कड़ी में कुरुक्षेत्र की पुलिस अधीक्षक डा. अंशु सिंगला मुख्य अतिथि के तौर पर आई थी। प्रेरणा वृद्धाश्रम में आकर डा. अंशु सिंगला घुल मिल गई। जय भगवान सिंगला ने कहा कि पुलिस अधीक्षक का व्यक्तित्व प्रेरणादायक है। उनके आश्रम में आने से काफी कुछ सीखने को मिला। इस मौके पर डा. अंशु सिंगला ने विशेषकर अंगदान की बात की और कहा मनुष्य की मौत के बाद अंग साथ चले जायेंगे तो समाज के प्रति क्या फायदा होगा। मानव जीवन में किया दान किसी न किसी के काम आता है। जय भगवान सिंगला ने बताया पुलिस अधीक्षक ने इसी मौके पर पर्यावरण की भी बात की।

सिंगला ने बताया कि वे खुद भी पर्यावरण प्रेमी हैं। गत वर्ष उन्होंने 108 रुद्राक्ष के पेड़ लगाने के संकल्प के साथ 120 पेड़ लगाए। इस वर्ष भी 121 नीम, बड़ तथा पीपल के वृक्ष लगाएंगे। उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र की पहली ऐसी पुलिस अधीक्षक देखी हैं जिनमें अपनत्व की भावना हैं। डा. अंशु सिंगला वास्तव में समाज के प्रति प्रेरणा देते हुए सभी को सीख देकर गई हैं। प्रेरणा संस्था की अध्यक्षा रेणु खुंगर ने बताया कि प्रेरणा वृद्धाश्रम में रहने वाले बुजुर्गों के साथ मिलने के लिए कुरुक्षेत्र की पुलिस अधीक्षक डा. अंशु सिंगला विशेष तौर पर आश्रम में आई थी और बुजुर्गों के साथ काफी अच्छा समय व्यतीत किया। पुलिस अधीक्षक की यहां के बुजुर्गों से मिलने की काफी तमन्ना थी।

डा. सिंगला ने इस मौके पर कहा कि वृद्धाश्रम वैसे भारतीय संस्कृति का हिस्सा नहीं है। बुजुर्गों का मान सम्मान घरों में ही होना चाहिए। इस मौके पर डा. उपासना मेहता, डा. रामेन्द्र, वयोवृद्ध शिक्षाविद डा. हिम्मत सिंह सिन्हा, डा. सुरेंद्र शर्मा, डा. सुरेंद्र मेहता, डा. अमन अग्रवाल, डा. विनोद शर्मा, डा. अनुपमा सैनी, आशा सिंगला, हरिकेश पिपासा सहित नगर के कई प्रतिष्ठित नागरिक मौजूद थे।

error: Content is protected !!