हरियाणा के युवाओं से भेदभाव कर रही है खट्टर-चौटाला सरकार – सुरजेवाला

स्टाफ नर्स की भर्ती के लिए नियम बदलकर प्रदेश के युवाओं से कुठाराघात किया

चंडीगढ़, 20 अप्रैल, 2022 – वरिष्ठ कांग्रेस नेता व पार्टी के महासचिव, रणदीप सिंह सुरजेवाला ने हरियाणा की भाजपा-जजपा सरकार पर हरियाणा के बेरोजगार युवाओं पर कुठाराघात करने के लिए स्टाफ नर्स की भर्ती के लिए नियम बदलने का आरोप लगाया है।

सुरजेवाला ने कहा कि हरियाणा के डिपार्टमेंट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च द्वारा रविवार को 307 स्टाफ नर्स की भर्ती के लिए परीक्षा आयोजित की गई, लेकिन भर्ती के लिए वर्ष 2019 की आवश्यक शर्तों मे बदलाव करके हरियाणा नर्सेस रजिस्ट्रेशन काउंसिल से रजिस्ट्रेशन की अनिवार्यता को खत्म करके देश के किसी भी प्रादेशिक नर्सिंग काउंसिल या भारतीय नर्सिंग काउंसिल के रजिस्टर्ड उम्मीदवारों को एक सामान कर दिया गया, जिससे प्रदेश के बाहर के युवा भी चयनित हो सकेंगे।

गौरतलब है कि विज्ञापन सं.- 15/2019 में केवल हरियाणा नर्सेस रजिस्ट्रेशन काउंसिल में रजिस्टर्ड उम्मीदवार ही आवेदन के पात्र थे।

सुरजेवाला ने कहा कि उत्तर प्रदेश सहित लगभग सभी प्रदेश जब केवल अपने राज्यों के नर्सिंग काउंसिल के रजिस्टर्ड उम्मीदवारों को ही आवेदन का मौका देते हैं, तो पूरे देश में सबसे ज्यादा बेरोजगारी वाले प्रदेश हरियाणा प्रदेश की सरकार अपने युवाओं के साथ यह भेदभावपूर्ण व्यवहार क्यों कर रही है।

मुख्यमंत्री से सीधा सवाल करते हुए सुरजेवाला ने पूछा कि जब हरियाणा नर्सिंग काउंसिल के रजिस्टर्ड युवा बेरोजगार जब दूसरे प्रदेशों में आवेदन नहीं कर सकते और जब वे प्रदेश हरियाणा के युवा बेरोजगारों के साथ भेदभाव अपनाते हैं, तो हरियाणा की भाजपा-जजपा सरकार यह युवा विरोधी रवैया क्यों अपना रही है? क्या हरियाणा प्रदेश में योग्य नर्सेस की कमी है, जो आप दूसरे प्रदेशों से बुला रहे हो?

सुरजेवाला ने कहा कि बेरोजगारी को दूर करने के लिए प्रदेश सरकार को युवाओं के पक्ष में नीतियां बनानी पड़ेंगी, यह बेरोजगारी सरकारी विज्ञापनों, जुमलेबाजी और हवा-हवाई दावों से दूर होने वाली नहीं है।

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