आप पार्टी हरियाणा की हितैषी है या दुश्मन ? विद्रोही

अक्टूबर 2024 के हरियाणा विधानसभा चुनाव परिणामों तक पंजाब आप पार्टी सरकार हरियाणा को उसके हिस्से का पानी देने पर विचार तक नही करेगी। विद्रोही
यदि अक्टूबर 2024 के चुनाव में हरियाणा के लोगों ने आप पार्टी को वोट नही दिया तो पंजाब आप पार्टी सरकार प्रदेश को उसके हिस्से का नहरी पानी नही देगी : विद्रोही

20 अप्रैल 2022 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने आरोप लगाया कि मंगलवार को आप पार्टी के हरियाणा प्रभारी सुशील गुप्ता ने यह कहकर कि हरियाणा में आप पार्टी की सरकार बनते ही पंजाब से पानी आ जायेगा, बताता है कि आप पार्टी हरियाणा के लोगों को अप्रत्यक्ष रूप से धमकी दे रही है कि पंजाब आप सरकार हरियाणा को उसके हिस्से का नहरी पानी देने के लिए तभी सोचेगीे, जब हरियाणा के लोग आप पार्टी के पक्ष में मतदान करेंगे। विद्रोही ने कहा कि उन्होंने अपने 45 वर्ष के राजनीतिक व सामाजिक जीवन में कभी किसी दल को पंजाब से मिलने वाले पानी को वोट देने की शर्त के साथ जोडने की बेशर्मी करते हुए नही देखा। आप पार्टी का वोट की शर्त पर पंजाब से पानी देने की बात कहने से दो ध्वनि निकलती है। पहली यह कि यदि अक्टूबर 2024 के चुनाव में हरियाणा के लोगों ने आप पार्टी को वोट नही दिया तो पंजाब आप पार्टी सरकार प्रदेश को उसके हिस्से का नहरी पानी नही देगी। दूसरी यह कि अक्टूबर 2024 के हरियाणा विधानसभा चुनाव परिणामों तक पंजाब आप पार्टी सरकार हरियाणा को उसके हिस्से का पानी देने पर विचार तक नही करेगी।

विद्रोही ने कहा कि आप पार्टी के हरियाणा प्रभारी का यह बयान वोटों के लिए प्रदेश के लोगों को अप्रत्यक्ष रूप से ब्लेकमेल करने का कुप्रयास तो है ही, साथ में बताता है कि आप पार्टी का यही एजेंडा है कि हरियाणा व हरियाणावासियों के हितों की बजाय किस तरह वोट पाकर सत्ता कब्जाये। वहीं ऐसा बयान देकर आप पार्टी ने अपना असली चेहरा उजागर कर दिया है कि पंजाब में भगवंत मान सरकार का डर दिखाकर हरियाणाा के लोगों को धमकी देकर वोट हडपना चाहते है। हरियाणा के संवैद्यानिक हिस्से के नहरी पानी को वोट देने या ना देने से जोडना ही हरियाणावासियों के साथ धोखधडी व सुप्रीम कोर्ट के जनवरी 2002 के आदेश की अवमानना है। 

विद्रोही ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट जनवरी 2002 में स्पष्ट आदेश दे चुका है कि पंजाब में आधी-अधूरी पडी एसवाईएल नहर निर्माण हो और पंजाब हरियाणा को उसके हिस्से का नहरी पानी दे। यदि आप पार्टी के मन में हरियाणा के हितों के प्रति जरा भी चिंता होती तो पंजाब से मिलने वाल्रे पानी को वोट व सरकार से जोडने की बजाय यह कहते कि आप पार्टी की पंजाब सरकार सुप्रीम कोर्ट के जनवरी 2002 के आदेश व अब तक पानी को लेकर हरियाणा-पंजाब के बीच हुए द्विपक्षीय व त्रिपक्षीय समझौतों का पालन करके पंजाब में आधी-अधूरी पडी एसवाईएल नहर निर्माण करके हरियाणा को उसके हिस्से का पानी मिले, इस पर गंभीरता से काम करेगी। विद्रोही ने कहा कि ऐसा न कहकर पंजाब से मिलने वाले पानी को 2024 में हरियाणा आप पार्टी की सरकार बनने से जोडकर जाने-अनजाने में आप पार्टी ने अपना असली एजेंडा बेनकाब कर दिया। अब हरियाणा के लोगों को विचारना है कि जो दल पंजाब में अपनी पार्टी की सरकार होने के कारण पानी को वोट देने सेे जोडकर प्रदेश को अप्रत्यक्ष रूप से ब्लेकमेल करे, ऐसी आप पार्टी हरियाणा की हितैषी है या दुश्मन?

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