बचपन में जहां से पढ़ाई की उस स्कूल तक को बेहतर नहीं कर पाए हरियाणा मुख्यमंत्री : अश्वनी दुलहेड़ा
आप की एक विधायक एक पेंशन कीमांग से तिलमिलाकर हरियाणा सरकार दे रही बिना सिर -पैर के बयान- अश्वनी दुलहेड़ा।
भिवानी 11 अप्रैल। आम आदमी पार्टी हरियाणा सेंट्रल जोन अध्यक्ष के अश्वनी दुलहेड़ा ने खट्टर सरकार द्वारा केजरीवाल के लिए प्रयोग की गई अभद्र भाषा पर संज्ञान लेते हुए कहा कि खट्टर सरकार खटारा हो चुकी है। हमने ‘एक विधायक एक पेंशन’ की मांग की तो वह तिलमिला गई और बिना सिर-पैर के ब्यान दे रही है। हमने फिजूलखर्ची रोककर जनता का पैसा बचाने की बात कही तो भाजपा केजरीवाल के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग कर रही है। हैरानी की बात तो यह है कि बचपन में जहां से पढ़ाई की खट्टर साहब उस स्कूल को तक बेहतर नहीं कर पाए। हम खट्टर सरकार से ‘एक विधायक एक पेंशन’ को लागू करने की फिर से मांग’ करते हैं।
उन्होने कहा कि हरियाणा में सबसे ज्यादा बेरोजगारी है। पूरे हिंदुस्तान में अगर भारत सरकार के आंकड़े निकालते हैं तो सबसे ज्यादा बेरोजगारी हरियाणा में है। हरियाणा में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है। हर निगम में भ्रष्टाचार हो रहा है, उसपर लगाम नहीं लगा पा रहे हैं। स्कूलों का बुरा हाल है, एक भी स्कूल को बेहतर नहीं कर पाए। खट्टर साहब हाल ही में अपने बचपन के स्कूल पहुंचे। मैं आपको उसकी फोटो दिखाता हूं और साथ ही दिल्ली के सरकारी स्कूल की फोटो दिखाता हूं। खट्टर साहब कम से कम अपने बचपन के स्कूल को तो सुधार लेते। स्कूल का प्लास्तर निकला हुआ है, दरवाज़ों की हालत खराब है। ज़मीन पर रोड़ी बिखरी हुई है। यह स्थिति उनके अपने स्कूल की है। जब आप स्कूल गए, बच्चों को लगना चाहिए था कि उनके मुख्यमंत्री आ रहे हैं, जिन्होंने स्कूल और शिक्षा को बेहतर कर दिया। लेकिन वहां कुछ और ही माहौल था।
सेंट्रल जोन मीडिया प्रभारी राजा चांगिया ने अपना बयान देते हुए कहा कि यदि खट्टर साहब हमारी मांग को मानकर एक पेंशन का कानून लागू करते तो उससे बचे करोड़ों रुपयों की मदद से अपने बचपन के स्कूल को बेहतर कर पाते।लेकिन उन्हें इसकी कोई फिक्र नहीं फिक्र है तो इस बात की कि चोटाला परिवार को लाखों रुपए की पेंशन बच जाए कहीं पेंशन कट न जाए। उन्होने कहा कि हमने मांग की थी कि एक विधायक को एक ही पेंशन दी जाए। हमने पंजाब में कानून बनाया कि एक विधायक को एक ही पेंशन मिलेगी। हमने हरियाणा में घोषणा की आम आदमी पार्टी का हर नेता एक ही पेंशन लेगा। हरियाणा सरकार से भी निवेदन किया कि आप भी एक पेंशन का कानून लेकर आए। इस पर वह तिलमिला गए। एक पेंशन के कानून से करोड़ों रुपए बच सकते हैं, जो गरीब बच्चों की शिक्षा के काम आ सकते हैं।