चण्डीगढ़ 11 अप्रैल हरियाणा के राज्यपाल एवं कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री बंडारू दत्तात्रेय ने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के इंक्यूबेशन सेंटर का उदघाटन किया। इस पर करीब एक करोड़ रूपये की लागत आई है। यह शोधार्थियों के लिए एक नए इनोवेशन केन्द्र के रूप में विकसित होगा और शोध कार्यो को बढ़ावा मिलेगा। इससे इंजीनियरिंग पढ़ने वाले विद्यार्थियों की प्रतिभा को निखारने में भी मदद मिलेगी। राज्यपाल ने आज कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के यूआईईटी संस्थान में यूथ फॉर नेशन कार्यक्रम में यूथ फॉर नेशन हरियाणा चैप्टर की शुभारंभ अवसर पर बतौर मुख्यातिथि बोलते हुए कहा कि भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के स्टार्टअप इंडिया, फिट इंडिया, स्किल इंडिया, इनोवेशन, डिजीटल इंडिया, रिसर्च एवं आत्मनिर्भर भारत का विजन युवाओं के लिए नए अवसरो का सृजन करेगा। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति-2020 का उद्देश्य मनुष्य के अंदर व्यक्तित्व एवं नैतिक मूल्यों का निर्माण करना है। उन्होनें कहा कि यदि धन चला जाए तो कुछ नहीं जाता यदि स्वास्थ्य चला जाए तो थोड़ा चला जाता है यदि चरित्र चला जाए तो सब कुछ चला जाता है। राज्यपाल ने कहा कि इस केन्द्र की स्थापना के लिए सूचना प्रौद्योगिकी, इलेक्ट्रानिक्स एवं संचार सचिवालय से 30 लाख रूपये, यूआईईटी के ए फंड से 15 लाख, एमएचआरडी के टीक्यूप-3 परियोजना के तहत् 50 लाख रूपये का सहयोग मिला है। इसके साथ ही यूआईईटी को एमएसएमई से 15 लाख रूपये के अनुदान के लिए भी चुना गया है। श्री दत्तात्रेय ने कहा कि देश में हरियाणा राज्य खेलों में सबसे आगे रहा है। हरियाणा की नई खेल नीति के अनुसार उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को नौकरी तथा नकद पुरस्कार राशि दी जाती है। हमारी सरकार ने अभी तक 5200 खिलाड़ियों को 156 करोड़ रूपए की राशि वितरित की है। उन्होंने युवाओं से भारतीय संस्कृति, विचारधारा व महापुरुषों को न भूलने का आह्वान किया। उन्होंने स्वामी विवेकानंद के बारे में कहा कि युवाओं को उनके जीवन से प्रेरणा लेने की जरूरत है। स्वामी विवेकानंद ने शिकागो में पूरे विश्व को बताया कि भारत क्या है और भारत की संस्कृति एवं उसकी देन क्या है। इसलिए हमें देश के बारे में संस्कृति, आचार, एवं व्यवहार के बारे में श्रद्धा रखनी चाहिए। हरियाणा उच्चतर शिक्षा विभाग के अध्यक्ष प्रो. बीके कुठियाला ने कहा कि आज के युवाओं को कल के भारत के लिए तैयार करना, युवाओं को ज्ञानवान, कौशलवान और दायित्ववान बनाना इस कार्यक्रम का मुख्य लक्ष्य है। उन्होंने विश्वविद्यालय के शिक्षकों से आह्वान किया कि वे विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को राष्ट्र के प्रति अपनी भूमिका को निभाने के लिए जागृत करें। इस अवसर पर यूथ फार नेशन के नेशनल कोर्डिनेटर जीएस मूर्ति ने कहा कि राष्ट्र के लिए महान विभूतियों ने अपना अहम योगदान दिया है। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने राज्यपाल एवं अन्य अतिथिगण का स्वागत किया। इस दौरान कमांडर वीके जेतली ने कार्यक्रम की रूपरेखा रखी तथा लेफ्निेंट जनरल वीके चतुर्वेदी ने कहा कि भारत दानवीरों, ज्ञानवीरों तथा शूरवीरों की भूमि है। Post navigation भूपेंद्र बूरा के भाई के निधन पर शोक व्यक्त करने पहुंचे-सुरजेवाला हरियाणा सरकार ने क्राइम एंड क्रिमिनल्स ट्रैकिंग नेटवर्क सिस्टम (सीसीटीएनएस) को अपग्रेड करने का निर्णय लिया