दूसरी बातचीत में एडवोकेट प्रतिनिधिमंडल से चर्चा में नहीं निकला समाधान.
पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट के प्रशासनिक न्यायिक अधिकारी से मुलाकात.
एडवोकेट प्रतिनिधिमंडल का प्रशासनिक न्यायिक अधिकारी से पुनः अनुरोध.
न्यायिक अधिकारी मोहम्मद सगीर का पटौदी कोर्ट से किया जाए ट्रांसफर

फतह सिंह उजाला

गुरुग्राम । जिला के पटौदी ज्यूडिशल कोर्ट कंपलेक्स में न्यायिक अधिकारी के ट्रांसफर नहीं होने तक उनकी अदालत का पटौदी बार एसोसिएशन के द्वारा बहिष्कार जारी रहेगा । गौरतलब है कि बीते 9 मार्च से पटौदी जुडिशल कोर्ट कंपलेक्स में न्यायिक अधिकारी मोहम्मद सगीर की अदालत का पटौदी बार एसोसिएशन और सदस्य एडवोकेट के द्वारा बहिष्कार जारी है । यह बहिष्कार 5 अप्रैल मंगलवार को भी जारी रहा और भविष्य में भी जब तक पटौदी बार एसोसिएशन की मांग पूरी नहीं हो जाती, बहिष्कार जारी ही रखा जाएगा । इस मामले में पटौदी बार एसोसिएशन के द्वारा अपना पक्ष पूरी तरह से खुलकर और साफ-साफ रखा गया है। इतना ही नहीं बीते शुक्रवार को भी पटोदी जुडिशल कोर्ट कंपलेक्स में न्यायिक अधिकारी मोहम्मद सगीर के ट्रांसफर के समर्थन में पूरे हरियाणा प्रदेश की जिला और उपमंडल स्तरीय बार एसोसिएशन के द्वारा वर्क सस्पेंड रखते हुए पटोदी बार एसोसिएशन की मांग का समर्थन करते हुए 1 दिन की सांकेतिक हड़ताल की गई थी ।

इसी बीच सोमवार देर शाम को एक बार फिर से पटौदी बार एसोसिएशन, गुरुग्राम बार एसोसिएशन, पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट बार काउंसिल के एडवोकेट सदस्य सहित अन्य बार एसोसिएशन के पूर्व पदाधिकारी और वरिष्ठ एडवोकेट का प्रतिनिधिमंडल एक बार फिर से पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट के प्रशासनिक न्यायाधीश अगस्टाइन जॉर्ज मसीह से अपनी मांगों के संदर्भ में मिला। बेहद सौहार्दपूर्ण माहौल में एक बार फिर से बातचीत हुई और पटोदी बार एसोसिएशन सहित अन्य एडवोकेट समर्थकों ने प्रशासनिक न्यायधीश के सामने अपना पक्ष विभिन्न साक्ष्य सहित रखते हुए अनुरोध किया कि न्यायिक अधिकारी मोहम्मद सगीर का पटोदी कोर्ट से ट्रांसफर किया जाए । यहां बातचीत के दौरान कथित रूप से किसी भी प्रकार का समाधान निकट भविष्य में निकलता दिखाई नहीं दिया। 23 मार्च के बाद में 4 अप्रैल सोमवार को पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट के प्रशासनिक न्यायाधीश माननीय अगस्टाइन जॉर्ज मसीह के साथ आंदोलनकारी एडवोकेट की दूसरी बार इस मुद्दे पर चर्चा हुई । कथित रूप से ऐसे संकेत सामने आ रहे हैं कि कोई ऐसा बीच का रास्ता निकाला जाए कि बहिष्कार की जा रही अदालत की गरिमा बनी रहे और बहिष्कार करने वाले पटौदी बार एसोसिएशन सहित सदस्य एडवोकेट का भी मान सम्मान बना रहे।

पटोदी बार एसोसिएशन का साफ-साफ कहना है कि एक बार जो फैसला बार एसोसिएशन और सदस्य एडवोकेट के द्वारा लिया गया, अब उस फैसले से पीछे हटना या फिर वापस लेना संभव ही नहीं है। 9 मार्च को ही पटौदी बार एसोसिएशन के द्वारा सभी साक्ष्य और तथ्यों के साथ में पटौदी न्यायिक अधिकारी मोहम्मद सगीर के ट्रांसफर के संदर्भ में अपनी मांग और बहिष्कार किया जाने की पूर्व सूचना दी जा चुकी है । पटोदी बार के साथ ही पैरंटरल बार एसोसिएशन गुरुग्राम बार एसोसिएशन, सोहना बार एसोसिएशन का भी पूरा समर्थन प्राप्त है । इसी कड़ी में इस आंदोलन को राज्यव्यापी बनाते हुए बीते शुक्रवार को पूरे हरियाणा में सभी बार एसोसिएशन के द्वारा पटोदी बार एसोसिएशन की मांगों के समर्थन में 1 दिन की सांकेतिक हड़ताल भी की जा चुकी है ।

सोमवार को हुई बातचीत के उपरांत इस प्रकार के संकेत  सामने हैं कि पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट के प्रशासनिक न्यायाधीश इस मामले अथवा विवाद के समाधान के लिए पटोदी कोर्ट भी आ सकते हैं । इस बात की अधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है । लेकिन जो संकेत मिले हैं वह यही कह रहे हैं कि पटोदी कोर्ट परिसर में ही दोनों पक्षों को आमने सामने बैठा कर इस पूरे विवाद का सौहार्द पूर्ण समाधान निकाला जाए । जिससे दोनों पक्षों का मान सम्मान बरकरार रहे । अब देखना यह है कि पटोदी बार एसोसिएशन के द्वारा न्यायिक अधिकारी मोहम्मद सगीर के ट्रांसफर के मुद्दे को लेकर उनकी अदालत का और कितने दिन तक बहिष्कार जारी रहेगा । इस दौरान इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि न्यायिक अधिकारी मोहम्मद सगीर की अदालत में विचाराधीन मामलों को लेकर वादी और प्रतिवादी पक्ष को भी कहीं ना कहीं परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

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