ऐतिहासिक हड़ताल से सबक लेकर सरकार जनविरोधी नीतियों पर रोक लगाए

चंडीगढ़,28 मार्च! केंद्रीय ट्रेड यूनियनों, कर्मचारी संघों व हरियाणा रोडवेज कर्मचारी सांझा मोर्चा के आह्वान पर आज लगभग 15000 रोडवेज कर्मचारियों ने हड़ताल कर 2400 बसों का चक्का जाम किया। हरियाणा रोडवेज कर्मचारी सांझा मोर्चा के वरिष्ठ नेता इन्द्र सिंह बधाना, सरबत सिंह पूनिया, ओमप्रकाश ग्रेवाल, जयबीर घणघस, दलबीर किरमारा, आजाद गिल, विरेन्द्र सिगरोहा, दिनेश हुड्डा, विनोद शर्मा, सुखविंदर बयाना, कृष्ण कादियान, सुरेंद्र सिंह, अजमेर सिंह, रमेश श्योकन्द, अमित महाराणा, जयभगवान कादियान, विरेन्द्र लोहिया व प्रताप सिंह भनवाला ने प्रदेश के डिपूओं की रिपोर्ट देने के बाद संयुक्त बयान में बताया सरकार के तमाम प्रयासों के बावजूद 90 प्रतिशत से ज्यादा रोडवेज कर्मचारियों ने ऐतिहासिक हड़ताल कर बसों का चक्का जाम किया। उन्होंने कहा कुछ डिपो में प्रशासन ने बिना परिचालक के नाम मात्र किलोमीटर स्कीम बसों को सड़कों पर खाली दौड़ाया। उन्होंने कहा निजीकरण की जनता की मांग नहीं है, फिर भी सरकार हरियाणा रोडवेज विभाग को पूंजीपतियों के हवाले करने पर उतारू है।

कर्मचारी नेताओं ने कहा निजीकरण पर रोक लगाने, पुरानी पेंशन बहाली, कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने, खाली पदों पर पक्की भर्ती करने आदि मांगों को लेकर रोडवेज कर्मचारी एकजुट होकर 29 मार्च को भी अभूतपूर्व व ऐतिहासिक हड़ताल जारी रखेंगे। कर्मचारी नेताओं ने कहा प्रदेश व देश में हुई ऐतिहासिक हड़ताल से सबक लेकर सरकार कर्मचारी व जनविरोधी नीतियों पर रोक लगाए।

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