हमले की घटना फर्रूखनगर पालिका के वार्ड नंबर 12 की बताई गई.
पूर्व महिला पार्षद नारायणी देवी व अन्य घायल परिजन उपचाराधीन

फतह सिंह उजाला

पटौदी। फर्रूखनगर नगरपालिका की पूर्व पार्षद नारायणी देवी के घर में घुस कर दबंग 10-15 बदमाशों द्वारा लाठी डंडो से मारपीट , अश्लील हरकत करने , जाति सूचक शब्द कहने और जान से मारने की धमकी देने का मामला सामने आया है। हमले में बुरी तरह से घायल पूर्व पार्षद नारायणी देवी अस्पताल में उपचाराधीन है और न्याय सहित हमलावरों को पकड़ कठोर कानूनी कार्यवाही की गुहार लगाई है। आरोप है कि शिकायत देने के बावजूद भी स्थानीय पुलिस ने हमलावरों के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं किया।

पीड़िता ने न्याय के लिए राज्य के गृहमंत्री, गुुरूग्राम पुलिस कमिश्नर, राज्य के सीएम से भी गुहार लगाई है।

पूर्व पार्षद नारायणी देवी के मुताबिक नारायणी देवी हमला पांच दिन पहले किया गया और अब अस्पताल में भर्ती है। हमले में गंभीर रूप से घायल नारायणी देवी जीवन और मृत्यु के बीच संर्घष कर रही है । वहीं उनके परिवार के अन्य सदस्य भी विभिन्न अस्पतालो में उपचाराधीन बताएं जा रहे है । थाना फर्रूखनगर पुलिस द्वारा 5 दिन बाद भी कोई कार्रवाई नहीं करने के बारे में नारायणी देवी की पुत्रवधु सुसीला ने राज्य के सीएम मनोहर लाल खटटर, गृहमंत्री अनिल विज और पुलिस कमिश्नर गुरूग्राम से न्याय की गुहार लगाई है । स्थानीय पुलिस को दी गई शिकायत में सुशीला पत्नी राहुल जाति जाटव निवासी बार्ड 12 फर्रूखनगर ने कहा है  कि बीती 18 मार्च को सायं करीब 3/4 बजे वह अपने घर पर घरेलू कार्य कर रही थी । उसी दौरान पडोसी सोनू यादव , हेमंत यादव , मनीष यादव , नीरज यादव , सतबीर आदि 10-15 बदमाश किस्म के लड़कों ने उनके घर में जबरन घुस आये, सभी अपने हाथों में लाठी डंडे लेकर आये और अचानक ही जाति सूचक शब्दों में गंदी गालिया देते हुए हमला बोल दिया।

पुत्रवधु के मुताबिक उसकी सास पूर्व पार्षद नारायणी देवी , मामा , देवर , बच्चों को भी डंडों , लात घूसों से मारा और घर में जमकर तोडफोड की और सुशीला के साथ अश्लील हरकत करने लगे । तभी उसकी ननद आई और उन बदमाशों के चंगुल से छुडवाया । उसने मदद के लिए पुलिस को सूचना दी तो हमलावर जाते जाते जान से मारने की धमकी दे गए कि पुलिस में ब्यान दिए तो परिवार सहित जान से मार देंगे । हमलवरों के हमले के बाद वह अपने लहुलुहान परिजनों को स्थानीय लोगों व परिजनो की मदद से अस्पताल ले गई । उसकी सास नारायणी देवी का सिर फट गया , हाथ टूट गया जो अभी तक पूरी तरह से होश हवास में नहीं आ पा रही है , जीवन और मृत्यु के बीच संघर्ष कर रही है, अस्पताल में उपचाराधीन है । उसके अन्य घायल परिजन भी अस्पताल में उपचाराधीन है । हैरत की बात तो यह है कि 18 मार्च को हुए हमले के बाद भी थाना फर्रूखनगर पुलिस ने हमलावरों को पकडना तो दूर अभी तक दी गई शिकायत व घटना को हलके में लेते हुए मामला दर्ज तक नहीं किया  और शिकायत पर केवल डीसपेच नंबर ही दिए है । पीड़ित पक्ष का कहना है कि अब इतना ही नहीं राजनीतिक पहुंच वाले लोग उनके उपर पुलिस कार्यवरही नहीं होने देने के लिए बाहरी लोगो से दबाव बना रहे है । 

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