गुरूग्राम के चिंतल सोसाईटी फ्लैट हादसे में बिल्डर के खिलाफ जोड़ी जाए धारा 304ए: अभय सिंह चौटाला
भाजपा सरकार द्वारा बजट भाषण में बताया तो यह गया है कि यह बजट 25 साल का विजन है और उन्होंने हर मद के अंदर 25 से 80 प्रतिशत तक पैसा बढ़ाया है लेकिन हकीकत बिलकुल विपरीत है
हरियाणा को खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए मिले अवार्ड पर कहा कि यह सिर्फ और सिर्फ इनेलो सरकार के दौरान बनी खेल नीति के कारण मिला है
आज गांवों में व्यायामशालाओं की हालत बेहद चिंताजनक है उनमें गऊशालाएं खोली जा रही हैं, उनके अंदर जंगल खड़े हो गए हैं किसी भी स्टेडियम में ट्रेनर नहीं हैं
खेल कोटे से बने डीएसपी की पदोन्नती का मुद्दा उठाते हुए कहा कि उनके पांच साल बाद लगे डीएसपी पदोन्नत हो चुके है लेकिन खेल कोटे में लगे डीएसपी आज तक पदोन्नत नहीं हुए हैं
हरियाणा की वालीबाल टीम द्वारा नेशनल में स्वर्ण पदक जीतने पर कहा कि इन खिलाडिय़ों को तुरंत नौकरी दी जाए और उन्हें सम्मानित किया जाए

चंडीगढ़, 21 मार्च: इनेलो प्रधान महासचिव एवं ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला ने सोमवार को विधान सभा में गुरूग्राम में चिंतल सोसाईटी के फ्लैट में हुए हादसे पर लाए गए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर बोलते हुए कहा कि सदन में मंत्री ने स्वयं स्वीकार किया है कि बिल्डिंग बनाने के लिए सरकार बिल्डर को केवल लाईसेंस देती है। बिल्डर बिल्डिंग को बनाने में क्या लगाता है और कैसे बनाता है उसकी इनकी कोई जिम्मेदारी नहीं है ये सिर्फ आक्यूपेंसी सर्टिफिकेट देते हैं। सरकार के मंत्री ने सदन में माना है कि बिल्डर की खुद की लेबोरेट्री और योग्य इंजिनियर होते हैं इसका मतलब सरकार ने जो संबंधित विभाग बनाया है उसका कोई काम नहीं है।

अभय सिंह चौैटाला ने कहा कि एक्ट के अनुसार जब भी कोई बिल्डिंग बनती है तो उसमें कितना सिमेंट लगेगा, कितना सरिया डलेगा और कितना कैमिकल मिलेगा, यह सब जब उसका लैंटर डलता है तो बकायदा तौर पर विभाग का एक अधिकारी उसको चैक करेगा और चैक करने के बाद उसमें कोई कमी पाई जाती है तो उसको पूरी करवाता है। चिंतल सोसाईटी के फ्लैट में हुए हादसे में एक औरत और एक आदमी की मौत हो गई लेकिन बिल्डर पर दर्ज हुई एफआईआर में कौन-कौन सी धाराएं लगाई गई हैं उनका कोई जिक्र तक नहीं किया गया है। उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि अगर सख्त धारा नहीं लगाई गई तो बिल्डर कोर्ट से जमानत पर ले लेगा इसलिए एफआईआर में धारा 304ए जोड़ी जाए।

मुख्यमंत्री द्वारा बजट भाषण पर बोलते हुए अभय सिंह चौैटाला ने कहा कि सरकार द्वारा बजट भाषण में बताया तो यह गया है कि यह बजट 25 साल का विजन है और उन्होंने हर मद के अंदर 25 से 80 प्रतिशत तक पैसा बढ़ाया है लेकिन हकीकत यह है कि जहां विकास की बात थी वहां तो बजट में कमी कर दी गई और जहां कर्ज लेने की बात थी वहां कर्ज और बढ़ा दिया है। कृषि, सिंचाई, परिवहन, सडक़, ग्रामीण विकास और पंचायत मद में पिछले साल के मुकाबले 3.02 प्रतिशत की कमी की गई है। शिक्षा मद में पिछले साल के मुकाबले 1.02 प्रतिशत की कमी की गई है। प्रदेश की 70 प्रतिशत आबादी गांव में बसती है लेकिन ग्रामीण विकास मद में भी 16 सौ करोड़ रूपए की कमी की गई है। हरियाणा कृषि प्रधान प्रदेश है जो ङ्क्षसचाई पर निर्भर करता है लेकिन इस मद में भी 416 करोड़ रूपए की कमी की गई है। बिजली मद में 156 करोड़, तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास और औद्योगिक प्रशिक्षण मद में 468 करोड़ रूपए की कमी की गई है। प्रदेश पर जहां 20 हजार करोड़ का कर्ज बढ़ गया है वहीं कर्ज अदायगी 6 हजार 891 करोड़ रूपए और कर्ज पर ब्याज 918 करोड़ रूपए बढ़ गया है। शिक्षा विभाग में 46 हजार से अधिक अध्यापकों के पद खाली हैं। प्रदेश के 171 सरकारी कॉलेजों में से प्रिंसिपल के 127 पद खाली हैं और 46 कॉलेजों के पास अपना कैम्पस तक नहीं है।

खेल मंत्री द्वारा सदन में कहा गया कि हरियाणा को खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए अवार्ड मिला है इस पर अभय सिंह चौटाला ने पूछा कि क्या यह अवार्ड सरकार के कारण मिला है या खिलाडिय़ों के कारण मिला है। उन्होंने कहा कि यह अवार्ड सिर्फ और सिर्फ इनेलो सरकार के दौरान बनी खेल नीति के कारण मिला है। आज गांवों में व्यायामशालाओं की हालत बेहद चिंताजनक है उनमें गऊशालाएं खोली जा रही हैं, उनके अंदर जंगल खड़े हो गए हैं किसी भी स्टेडियम में ट्रेनर नहीं हैं। खेल कोटे से बने डीएसपी की पदोन्नती का मुद्दा उठाते हुए कहा कि उनके पांच साल बाद लगे डीएसपी पदोन्नत हो चुके है लेकिन खेल कोटे में लगे डीएसपी आज तक पदोन्नत नहीं हुए हैं। हरियाणा की वालीबाल टीम द्वारा नेशनल में स्वर्ण पदक जीतने पर उन्होंने कहा कि इन खिलाडिय़ों को तुरंत नौकरी दी जाए और उन्हें सम्मानित किया जाए ताकि आने वाले खिलाड़ी इस से प्रेरित होकर भविष्य में भी स्वर्ण पदक ला सकें।

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