एफसीआई के आदेशानुसार गेहूं खरीद मंडियों में करने की बजाय सीधा अडानी के स्टोर में लेकर जाने के फरमान से किसान, आढ़ती व मजदूरों में बड़ी भारी नाराजगी है – बजरंग गर्ग सरकारी एजेंसी मंडियों के माध्यम से गेहूं की खरीद, उठान व भुगतान समय सीमा के अंदर अंदर करें – बजरंग गर्ग

चंडीगढ़ – अखिल भारतीय व्यापार मंडल के मुख्य राष्ट्रीय महासचिव व हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने कहा कि एफसीआई द्वारा पत्र नंबर 4/48/खी/2022-23/1692 दिनांक 15 मार्च 2022 को जारी करके कई मंडियों में गेहूं की खरीद करने की बजाएं सीधे सोलुमाजरा में अडानी के स्टोर में लेकर आने के फरमान से किसान, आढ़ती व मजदूरों में बड़ी भारी नाराजगी है। सरकार चोर दरवाजे से मंडियों का सिस्टम खत्म करने में तुली हुई है। अगर किसान की फसल मंडियों के माध्यम से नहीं बिकेगी तो किसान, आढ़ती व मजदूर बर्बाद हो जाएंगे।

एफसीआई की तरफ से पत्र जारी करके आदेश दिए गए हैं की किसान अपना गेहूं ढांड, कौल, पेहवा, पुंडरी, सोलुमाजरा, गुमथला आदि मंडियों में लाने की बजाय सीधे अडानी के गोदाम पहुंचाएं। बजरंग गर्ग ने कहा कि सरकार द्वारा गेहूं सीधे अडानी के स्टोर में डाल कर खरीदने के अपने फैसले को तुरंत प्रभाव से वापस लेना चाहिए। देश व प्रदेश में जिस तरह सदियों से गेहूं व हर अनाज की खरीद मंडियों के माध्यम होनी है उसी प्रकार गेहूं व किसान की हर फसल मंडियों के माध्यम से होनी चाहिए। बजरंग गर्ग ने कहा कि मंडियों में 1 अप्रैल 2022 से मंडियों में गेहूं खरीद के पुख्ता प्रबंध किए जाएं। किसान की गेहूं मंडियों में आते ही सरकारी एजेंसी उसकी खरीद करने के साथ-साथ समय सीमा पर उसका उठान व भुगतान करें, कोई भी खरीद एजेंसी का अधिकारी गेहूं खरीद करने में लापरवाही बरते या कोई भी ठेकेदार रुपए खाने के चक्कर में गेहूं उठाने में देरी करें तो सरकार को ऐसे अधिकारी व ठेकेदार के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही करनी चाहिए। ताकि गेहूं के सीजन में किसान, आढ़ती व मजदूरों को किसी प्रकार की दिक्कत ना आए। जब की सरकारी अधिकारी व गेहूं उठान के ठेकेदारों की लापरवाही के कारण मंडी गेहूं से भर जाती है और 2-2 किलो मीटर लंबी मंडियों के बाहर ट्रैक्टरों की लाइन लग जाने के कारण लंबा जाम गेहूं सीजन में लगा रहा है, जो उचित नहीं है।

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