तमाम प्रयासों के बावजूद शिकायतकर्ता नहीं मिला, पता भी ग़लत दिया गया है
मुख्य सचिव के पत्र के अनुसार बेनामी और फ़र्ज़ी शिकायतों की जाँच नहीं हो सकती

गुरुग्राम 14 मार्च। जिला प्रशासन द्वारा नगर निगम अफसर तथा दो नेताओं पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की शिकायत फ़र्ज़ी निकली है और मुख्यसचिव के पत्र के अनुसार बेनामी और फ़र्जी शिकायतों की जाँच नहीं की जा सकती । अतः इस शिकायत को प्रशासन ने दफ़्तर दाखिल, फ़ाइल कर दिया है ।

इस बारे में जानकारी देते हुए उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने बताया कि गुरुग्राम जिला प्रशासन के फील्ड स्टाफ से मिली रिपोर्ट में पाया गया है कि प्राप्त शिकायत में शिकायतकर्ता द्वारा जो मकान नंबर दिया गया है, वह गलत पाया गया है । फील्ड टीम द्वारा मौके पर जाकर वर्णित मकान नंबर के बारे में जब पूछताछ की गई तो वहां के स्थानीय निवासियों द्वारा बताया गया कि इस नंबर का कोई भी मकान उनके क्षेत्र में नहीं है और ना ही इस नाम का कोई व्यक्ति उनके क्षेत्र में रहता है। शिकायतकर्ता द्वारा केवल अपना पता ही गलत नहीं दिया गया बल्कि अपना मोबाइल नंबर भी शिकायत में नहीं दिया गया।

जिला प्रशासन द्वारा तमाम प्रयासों के बावजूद भी शिकायतकर्ता से संपर्क नहीं किया जा सका। शिकायतकर्ता ने भी जिला प्रशासन से मामले की जांच को लेकर किसी प्रकार का संपर्क नहीं किया जिसके चलते शिकायत को फर्जी मानते हुए जिला प्रशासन द्वारा इसे फाइल कर दिया गया है।

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