हिसार। विधान सभा में  प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज द्वारा जबरन मतांतरण विरोधी कानून बनाने वाला बिल पेश किए जाने पर कांग्रेसी विधायकों द्वारा बिल का जिस तरह से विरोध जताया गया व वरिष्ठ कांग्रेसी विधायक द्वारा बिल की प्रति फाड़ी गई। वह खेदजनक, अमर्यादित व अनुचित है। यह बात आज भाजपा नेता सुरेश गोयल धूपवाला ने एक बयान जारी कर कही। बयान में उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में विरोधी पार्टियों द्वारा सरकार की गलत नीतियों व गलत कानून बनाए जाने का विरोध किया जाना पूरी तरह उचित है परंतु केवल विरोध करने के लिए सदन में हुल्लड़बाजी करना और बिल की कॉपी फाड देना सदन का अपमान है। इसे किसी भी तरह जायज नही ठहराया जा सकता। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता इस विषय मे गहराई से चिंतन करें और अपने विवेक का सही परिचय दें।

सुरेश गोयल धूपवाला ने कहा कि विधि विरुद्ध धर्म परिवर्तन निवारण विधेयक -2022 आज के समय की बड़ी आवश्यकता है क्योंकि अवैध रूप से  मतांतरण कराने वालों के खिलाफ पहले से ही कानून बनाये जाने की आवश्यकता थी। जबरदस्ती मतांतरण कराने वाले गिरोह पहले से ही बहुत सक्रिय है। वे योजनाबद्ध तरीके से लोभ, प्रलोभन, भावनात्मक, लालच व धोखा देकर इस कार्य को करने में पूरी तरह निपुण हैं। शादी करने के बहाने भी इस कार्य को अंजाम  दिया जाता है। उन्होंने कहा कि कानून के बन जाने से अवैध मतांतरण से लव जिहाद जैसे समाज विरोधी षड्यंत्र रोकने में मदद मिलेगी। इस कानून की एक बड़ी विशेषता यह है कि यह कानून स्वेच्छा से धर्म परिवर्तन करने वालो पर लागू नहीं होगा। अपनी इच्छा से धर्म बदलने वाले लोग इसके लिए कोर्ट में आवेदन कर सकते हैं।

 सुरेश गोयल धूपवाला ने कहा कि मुख्यमंत्री का यह कथन पूरी तरह सही है कि यह कानून समय की मांग है। आपसी भाईचारा और सामाजिक सौहार्द बनाए रखना हमारी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि यह कानून सभी धर्मों व मतों के हित में होगा। इससे समाज विरोधी ताकतों पर अवश्य लगाम लगेगी। कांग्रेस ने तो हमेशा वोट बैंक की राजनीति करके सत्ता सुख भोगने का काम किया है। कांग्रेस एक वर्ग का तुष्टिकरण करके सत्ता प्राप्त करती रही है, परंतु अब हालात पूरी तरह बदल चुके हैं।

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