बिल फाड़ने पर रघुवीर कादियान पूरे सत्र के लिए निलंबित 

भारत सारथी

चंडीगढ़ । हरियाणा विधानसभा में धर्मांतरण विधेयक प्रस्तुत होने पर कांग्रेस ने जमकर हंगामा किया। हंगामे के दौरान कांग्रेस विधायक रघुवीर कादियान ने हरियाणा विधिविरुद्ध धर्म परिवर्तन निवारण विधेयक की प्रति फाड़ दी।

कादियान की इस हरकत को विस अध्यक्ष ने अमर्यादित बताते हुए उन्हें पूरे बजट सत्र से निष्कासित कर दिया। विस अध्यक्ष की इस कार्रवाई के खिलाफ कांग्रेस ने सदन में खूब हंगामा किया और नारेबाजी भी की।

हरियाणा विधानसभा बजट सत्र की तीसरे दिन की कार्यवाही प्रश्नकाल के साथ शुरू हुई। प्रश्नकाल के बाद शून्यकाल के दौरान विधायकों ने अपनी बात रखी। इसके बाद गृह मंत्री अनिल विज ने सदन में हरियाणा विधिविरुद्ध धर्म परिवर्तन निवारण विधेयक प्रस्तुत किया। विधेयक के प्रस्तुत होते ही कांग्रेस विधायक रघुवीर कादियान ने इसका विरोध जताते हुए सरकार से जवाब मांगा कि बताएं हरियाणा में धर्मांतरण की कितनी शिकायतें आई हैं और क्या स्थिति है। कादियान ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा धर्म के नाम पर लोगों को बांटना चाहती है। कादियान के इस आरोप के बाद सत्ता पक्ष ने उन्हें घेरना शुरू कर दिया और गृह मंत्री अनिल विज ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने धर्म के नाम पर देश का विभाजन किया। विज की इस बात के बाद सदन में हंगामा खड़ा हो गया और कांग्रेस ने नारेबाजी शुरू कर दी है। वहीं भाजपा विधायक विज के समर्थन में उतरे और भारत माता की जय के नारे लगाए।

कांग्रेस विधायक रघुवीर कादियान द्वारा धर्मांतरण विधेयक की प्रति फाड़ने पर हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने नाराजगी जताते हुए इसे सदन का अपमान बताया। उन्होंने कहा कि सदन में अमर्यादा नहीं होगी। हालांकि उन्होंने कादियान को उनकी इस हरकत के लिए माफी मांगने के लिए भी चेताया, लेकिन कादियान ने माफी मांगने की बजाय रूलिंग और इधर-उधर की बातें गिनाई। इसी दौरान कादियान द्वारा विधेयक की प्रति फाड़ने के खिलाफ सरकार ने निलंबन का प्रस्ताव रखा और जिसे शोर-शराबे के बीच पास किया और कांग्रेस विधायक को सदन के शेष सत्र के लिए निलंबित कर दिया।

कांग्रेस विधायक रघुवीर कादियान को निलंबित करने के खिलाफ कांग्रेस ने सदन से वाकआउट किया। कांग्रेस विधायकों ने निलंबन की कार्रवाई का पुरजोर विरोध करते हुए सदन में खूब हंगामा किया और नारेबाजी की। वहीं कादियान ने कहा कि उनका निलंबन नियमों के विरुद्ध किया गया है। मध्याह्न पश्चात जब सत्र की कार्यवाही शुरू हुई तो सदन में आते ही कांग्रेस विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया और दूसरी बार वाकआउट किया।

…जब स्पीकर बोले, मार्शल बुलाओ
रघुवीर कादियान को धर्मांतरण विधेयक की प्रति फाड़ने पर स्पीकर ने निलंबित करने का फैसला सुनाया, लेकिन कादियान अपनी चेयर छोड़कर बाहर जाने की बजाय स्पीकर वेल में पहुंच गए। उनके साथ सभी कांग्रेस विधायक भी स्पीकर वेल में पहुंचें। कादियान एक बार नहीं बल्कि तीन बार वेल में पहुंचे। जब स्पीकर के बार-बार कहने के बावजूद भी कादियान सदन से बाहर नहीं गए तो उन्होंने मार्शल बुलाने के आदेश दिए और मार्शल उन्हें सदन से बाहर छोड़कर आए।

मुख्यमंत्री की चुटकी पर कांग्रेस ने किया हंगामा
सदन में धर्मांतरण विधेयक प्रस्तुत होने के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि यह विधेयक सिर्फ गलत तरीके से धर्मांतरण को रोकने रोकने के लिए है। स्वेच्छा से धर्मांतरण की स्वतंत्रता बनी रहेगी। सीएम ने चुटकी ली कि चाहें तो इधर बैंच वाले सभी धर्म परिवर्तन कर सकते हैं। सीएम की यह बात सुनते ही विपक्ष ने हंगामा खड़ा कर दिया और जमकर नारेबाजी की। हालांकि बाद में सीएम ने अपने शब्द वापस ले लिए।

विधेयक किसी धर्म के विरुद्ध नहीं : विज
गृहमंत्री अनिल विज ने कहा कि विधेयक किसी धर्म विशेष के विरुद्ध नहीं है। विधेयक में हिंदू, मुस्लिम और ईसाई शब्द नहीं है। कांग्रेस ने तो धर्म के आधार पर देश का विभाजन कराया। वर्ष 1984 में सिखों का कत्लेआम कराया। विज पर पलटवार करते हुए रघुवीर कादियान ने कहा कि इस विधेयक के पीछे सरकार की नीयत ठीक नहीं है। हरियाणा मे धर्मांतरण संबंधी शिकायतें भी नहीं हैं।

कादियान बोले, उन्होंने सादा कागज फाड़ा
धर्मांतरण विधेयक सदन में प्रस्तुत होते ही हंगामा शुरू हो गया। इसी हंगामे के बीच कांग्रेस विधायक रघुवीर कादियान विधेयक की प्रति फाड़ी दी। विधेयक की प्रति फाड़ने को स्पीकर ने इसे सदन का अपमान बताया और कहा कि सदन की मर्यादा का उल्लंघन बर्दास्त नहीं किया जाएगा। अपने-आप को घिरता देख कादियान ने सफाई दी कि उन्होंने सादा कागज फाड़ा है। स्पीकर ने उनकी दलीलों को खारिज करते हुए शेष अवधि के लिए कादियान को निलंबित करने की घोषणा की।

कादियान बोले, उन्हें प्रति फाड़ने का कोई पछतावा नहीं
कांग्रेस विधायक रघुवीर कादियान ने धर्मांतरण विधेयक की प्रति फाड़ने के बाद कहा कि उन्हें कोई पछतावा नहीं है। उन्होंने तीन काले कृषि कानूनों की प्रतियां भी फाड़ी थी। कादियान ने गठबंधन सरकार तंज कसा कि चुनाव में कोई 75 पार और कोई यमुना पार के नारे लगा रहा था। कादियान ने आरोप लगाया कि भाजपा लोगों को धर्म के नाम पर बांटना चाहती है। धर्मांतरण विधेयक उसी साजिश का हिस्सा है। कादियान ने यह भी आरोप लगाया कि इस विधेयक पर पहले चर्चा नहीं की गई से सीधा इसे पेश कर दिया क्या जो यह दर्शाता है कि सरकार बिना चर्चा के ही बिल को पास करवाना चाहती है।

धर्मांतरण कानून की कोई जरूरत नहीं : गीता भुक्कल
कांग्रेस विधायक गीता भुक्कल ने कहा कि प्रदेश में धर्मांतरण कानून की जरूरत नहीं है आज तक हरियाणा में धर्म परिवर्तन का कोई ऐसा मामला नहीं आया है, जिसके खिलाफ कार्रवाई करने की जरूरत पड़ी हो। सरकार का मकसद सिर्फ प्रदेश के लोगों को धर्म के नाम पर बांटना है। जब इस बिल पर चर्चा ही नहीं हुई तो इस बिल को पेश करने के लिए कैसे लाया जा सकता है। हम इस तरह के बिल का पुरजोर विरोध करेंगे।

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